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समाचार सारः गोपनीयता

अधिकारियों ने भारतीय मीडिया को चेतावनी दी है कि सामान्य रूप से और विशेष रूप से सैन्य एयरफील्ड के अंदर 'सैन्य उपकरण' की तस्वीर लेना कानूनन दंडनीय है

भारतीय वायु सेना के पहले राफेल जेट
भारतीय वायु सेना के पहले राफेल जेट
अपडेटेड 6 अगस्त , 2020

भारतीय वायु सेना के पहले राफेल जेट ने व्यापक प्रचार के बीच फ्रांस के मरिग्नैक में डासो एविएशन प्रतिष्ठान से उड़ान भरी और फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने उसे विदा किया.

लेकिन भारत में इस विमान की उड़ान की जानकारी गोपनीय ही रखी जाएगी.

चीन के साथ तनाव को देखते हुए बेड़े में शामिल करने का समारोह होने की संभावना नहीं है.

चर्चा को समाप्त करने के लिए सरकारी अधिकारियों ने भारतीय मीडिया को चेतावनी दी है कि सामान्य रूप से और विशेष रूप से सैन्य एयरफील्ड के अंदर 'सैन्य उपकरण' की तस्वीर लेना कानूनन दंडनीय है.

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