हर तरह के अपराधों में लिप्त रहे कुख्यात तस्कर वीरप्पन को 2004 में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था लेकिन कहते हैं कि वीरप्पन ने अपने बच्चों के लिए बड़े सपने देखे थे.
वह चाहता था कि उसकी बेटियां विद्या रानी और प्रभा रानी आइएएस अधिकारी बनें या फिर डॉक्टर. लेकिन लगता है कि किस्मत ने उनके लिए कुछ और सोच रखा है.
अगले साल होने वाले तमिलनाडु चुनावों को ध्यान में रखकर राजनैतिक दलों ने दोनों बहनों को राजनीति में उतारने की तैयारी शुरू कर दी है.
हाल ही में कृष्णगिरि जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा नेता मुरलीधर राव ने वीरप्पन की बड़ी बेटी 30 वर्षीया विद्या को पार्टी में शामिल किया. कहा जा रहा है कि 27 वर्षीया प्रभा को द्रमुक अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है.
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