समीक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी की सेकंड ईयर की स्टुडेंट हैं और बॉलीवुड उनकी लाइफस्टाइल का हिस्सा. 2012 में स्टुडेंट ऑफ द ईयर से उन्हें अपनी पसंद का स्टार मिला और वे सिद्धार्थ मल्होत्रा की दीवानी हो गईं. उनके कमरे की दीवारों पर उनके पोस्टर हैं. मोबाइल में उनके वॉलपेपर और गाने भी. समीक्षा बताती हैं, “लंबे अरसे से कूल फेस का इंतजार था. सिद्धार्थ बहुत कूल है और एक विलेन में उसने रोमांस और ऐक्शन दोनों में कमाल किया है.”
चालीस फीसदी युवा आबादी वाले देश में दीवानगी का आलम हर किसी के लिए कुछ अलग है. दिल्ली के ही राहुल टाइगर श्रॉफ जैसी फिजीक चाहते हैं. वे कहते हैं, “उनका स्टाइल और बॉडी क्लास है. मार्शल आर्ट का मैं फैन हूं.”
यह बॉलीवुड में युवा भारत की धमक है. बॉलीवुड के युवा स्टार्स की नई फसल अपना जलवा दिखाने के लिए तैयार है. अर्जुन कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा, वरुण धवन, रणवीर सिंह, टाइगर श्रॉफ, आदित्य रॉय कपूर, राजकुमार राव और सुशांत सिंह राजपूत जैसे नाम हैं जिन्होंने बॉलीवुड में मौजूदगी दर्ज करा दी है. डायरेक्टर और प्रोड्यूसर इन्हें मौका दे रहे हैं. इस साल अभी तक कमाई के मामले में टॉप 10 रहने वाली फिल्मों में छह फिल्में बॉलीवुड के यंग स्टार्स की हैं. फिल्म विश्लेषक कोमल नाहटा कहते हैं, “एक समय बाद पब्लिक भी स्क्रीन पर नए चेहरे देखना चाहती है. वैसे भी कुछ कहानियों में युवा सितारों की मांग हमेशा रहती है.” यह पीढ़ी इन्हीं जरूरतों पर खरा उतरने की कोशिश कर रही है.
कैमरे के पीछे से आगे तक
इशकजादे, गुंडे और टू स्टेट्स जैसी सुपरहिट फिल्म देने वाले अर्जुन कपूर को ही लें. वे प्रोड्यूसर बोनी कपूर के बेटे और अनिल कपूर के भतीजे हैं. उन्होंने 17 साल की उम्र से ही अपने पिता के प्रोडक्शन के काम में हाथ बंटाना शुरू कर दिया था. उन्हें ब्रेक मिला बाहर के प्रोडक्शन हाउस से. उन्हें सलमान खान ने नो एंट्री की शूटिंग के दौरान देखा और अपनी देख-रेख में ले लिया. यह लगभग 140 किलो का लड़का कुछ ही दिन में कसरती बदन का मालिक बन गया. अर्जुन की पहली फिल्म इशकजादे डार्क रोमांटिक फिल्म थी. उनके इस रोल ने दर्शकों को उनका दीवाना बना दिया. अर्जुन ने उस समय दूर-दूर तक यह नहीं सोचा था कि वे दो साल में तीन बड़ी हिट फिल्में देंगे और इनमें से दो फिल्में 100 करोड़ रु. से ऊपर कमाएंगी. उनके पिता बोनी कपूर कहते हैं, “मैंने जब पहली बार आदित्य चोपड़ा को दिया अर्जुन का ऑडिशन देखा तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.” इन दिनों वे अपनी अगली फिल्म तेवर की शूटिंग में व्यस्त हैं और इसके बाद वे दीपिका पादुकोण के साथ फाइंडिंग फैनी में नजर आएंगे.
टू स्टेट्स में रोमांटिक रोल के बाद तेवर में वे ऐक्शन कर रहे हैं. इस फिल्म के प्रोड्यूसर और उनके चाचा संजय कपूर के शब्दों में, “बतौर इनसान वे एकदम नहीं बदले हैं. लेकिन अपनी हर फिल्म के साथ वे निखरते जा रहे हैं. उन्होंने इंटेंस और रोमांटिक दोनों ही तरह के किरदारों को बखूबी निभाया है. वे एक्शन में जबरदस्त हैं.”
ऐसा ही कुछ किस्सा वरुण धवन का भी है. डेविड धवन के साहबजादे 27 वर्षीय वरुण ने स्टुडेंट ऑफ द ईयर (2012) से करियर का आगाज किया. पिता ने उन्हें पढऩे के लिए नॉटिंघम भेजा और वे जब वहां से लौटे तो करण जौहर को असिस्ट करना शुरू कर दिया. एक दिन करण को वे जम गए. उन्होंने अपनी अगली फिल्म स्टुडेंट ऑफ द ईयर के लिए उन्हें साइन कर लिया और फिल्म हिट हो गई. फिल्म ने बॉलीवुड को दो स्टार दिए. एक वरुण और दूसरे सिद्धार्थ मल्होत्रा. सिद्धार्थ पेशे से मॉडल थे और वे भी करण को असिस्ट करते थे. स्टुडेंट ऑफ द ईयर के बाद वरुण ने अपने पिता के डायरेक्शन में मैं तेरा हीरो जैसी हिट फिल्म दी और अब वे आलिया भट्ट के साथ हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया में आ रहे हैं. उनके पास रेमो डी्यसूजा की एबीसीडी-2 और श्रीराम राघवन की बदलापुर भी हैं.
वरुण के बारे में डैडी डेविड धवन कहते हैं, ‘वह कमाल का है. खूब मेहनती है. वही काम करता है, जो उसे अच्छा लगता है. मैं उसे लेकर एक और फिल्म प्लान कर रहा हूं.’ किसी भी रिश्तेदार की शादी में जाकर आज भी मस्त होकर नाचने वाले वरुण को नए दौर का गोविंदा कहा जा रहा है. रेमो भी उन्हें बेहतरीन ऐक्टर और डांसर बताते हैं.
उधर, रणवीर सिंह अपनी ऐक्टिंग का लोहा मनवा चुके हैं. 2010 में बैंड बाजा बारात से करियर शुरू करने वाले मस्तमौला रणवीर ने लुटेरा, गोलियों की रासलीला...राम-लीला और गुंडे सरीखी हिट फिल्में दी हैं. अब वे किल दिल, फाइंडिंग फैनी और दिल धड़कने दो में नजर आएंगे. रणवीर ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापन एजेंसियों में बतौर राइटर की और कुछ समय के लिए उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर का भी काम किया लेकिन उन्हें ऐक्टर बनना था. बस, जुनून काम आया और उन्हें यशराज फिल्म्स ने बैंड बाजा बारात के लिए चुन लिया. उसके बाद वे एक के बाद एक पायदान चढ़ते रहे. इन दिनों वे जोया अख्तर की फैमिली ड्रामा फिल्म दिल धड़कने दो में व्यस्त हैं. फिल्म क्रूज लाइनर पर शूट हो रही है. रणवीर कहते हैं, “मैं जोया के साथ काम करने को लेकर काफी एक्साइटेड हूं. मेरा काम सबको सरप्राइज कर देगा.”
वरुण के साथ फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म एक विलेन सुपरहिट हो गई है. असल जिंदगी में थोड़े शर्मीले सिद्धार्थ ने फिल्म की कामयाबी पर जब दावत दी तो इसमें सलमान खान आए और वे उनकी ऐक्टिंग से इतने इमेस थे कि उन्होंने अपनी डिजाइनर वॉच ही सिद्धार्थ को गिफ्ट कर दी. सिद्धार्थ ने एक विलेन से अपने उन आलोचकों को खामोश कर दिया जो उन्हें लाइट रोल करने वाला स्टार कहते थे. वे जल्द ही मिक्स मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस शुरू करने वाले हैं. यह मेहनत वे अपनी अगली फिल्म के लिए कर रहे हैं, जो हॉलीवुड मूवी वॉरियर का रीमेक है. इस फिल्म को भी करण जौहर ही बना रहे हैं. वे विक्रमादित्य मोटवाणे की फिल्म भवेश जोशी में भी लीड रोल में हैं.
ये भी हैं रेस में
जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ हीरोपंती में अपने डांस और ऐक्शन की वजह से युवा दिलों की धड़कन बन गए हैं. वे हीरोपंती के डायरेक्टर शब्बीर खान की अगली फिल्म की तैयारियों में जुटे हैं. 24 वर्षीय टाइगर मार्शल आर्ट के एक्सपर्ट और कमाल के डांसर हैं. कहा जा रहा है कि शुद्धि के रीमेक में टाइगर नजर आ सकते हैं.
एक और नाम है हरियाणा में गुडग़ांव के राजकुमार राव का. 2010 में लव सेक्स और धोखा से करियर शुरू करने वाले राव ने हमेशा लीक से हटकर काम किया है. चाहे वह रागिनी एमएमएस हो, काई पो चे, क्वीन, सिटीलाइट्स या फिर शाहिद. शाहिद के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड से नवाजा गया. इस कामयाबी के बाद उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई. लेकिन हर रोल में अंदर तक उतरने वाले राव कहते हैं, ‘अगर स्क्रिप्ट मुझे बतौर ऐक्टर एक्साइट और चैलेंज करती है, तभी मैं उसके लिए हां कहता हूं.’ वे सारांश के रीमेक में नजर आ सकते हैं, जिसे हंसल मेहता डायरेक्ट कर रहे हैं. वे सोनम कपूर के साथ डॉली की डोली भी कर रहे हैं. हंसल उनके बारे में कहते हैं, “वे बेहतरीन ऐक्टर हैं. वे अपने रोल में उतरने में यकीन करते हैं.” सिटीलाइट्स में मजदूर का रोल करने के लिए उन्होंने असल जिंदगी में इसका अनुभव लिया.
टीवी से सुनहरे परदे पर आए सुशांत सिंह राजपूत ने काई पो चे और शुद्ध देसी रोमांस जैसी हिट फिल्में दी हैं और जल्द ही वे पीके और डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी में नजर आएंगे. उनके अलावा सिद्धार्थ रॉय कपूर के छोटे भाई और विद्या बालन के देवर आदित्य रॉय कपूर भी 2013 से रंग में आ गए हैं. 2009 में लंदन ड्रीम्स से उन्होंने करियर शुरू किया था. उसके बाद एक्शन रीप्ले और गुजारिश में नजर आए पर लक नहीं चला. लेकिन आशिकी-2 से उनकी किस्मत चल निकली और फिल्म ने 100 करोड़ रु की कमाई कर उन्हें स्टार बना डाला. वे परिणीति चोपड़ा के साथ दावत-ए-इश्क की शूटिंग में व्यस्त हैं. इसके बाद कटरीना कैफ के साथ फितूर में दिखेंगे.
नया बनाम पुराना
नई पीढ़ी पुरानी की जगह लेती है. ऐसा ही कुछ 1990 के दशक के शुरू में हुआ था. उस समय धर्मेंद्र, जितेंद्र, अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना जैसे सितारे अपने उतार पर थे और नई पीढ़ी उनकी जगह लेने के लिए आगे आ रही थी. आमिर खान ने कयामत से कयामत तक (1988), सलमान खान ने मैंने प्यार किया (1989), शाहरुख खान ने दीवाना (1992) और अक्षय कुमार ने सौगंध (1991) के साथ बॉलीवुड में दस्तक दी. उन्होंने दर्शकों को वह ताजगी दी, जिसकी वे लंबे समय से राह देख रहे थे. उन्होंने युवा पीढ़ी को उसकी पसंद के मुताबिक मसाला परोसने का काम किया. ऐड गुरु प्रह्लाद कक्कड़ कहते हैं, “हमारे हीरो कभी बूढ़े नहीं होते. अब आप अमिताभ बच्चन को ही देख लें. वे आज भी काम कर रहे हैं. लेकिन जो नई पीढ़ी आ रही है, वह बेहतरीन है और यह परंपरा है. नया हमेशा आता ही है.”
ऐसा ही कुछ होता हुआ अब देखा जा सकता है. सलमान खान की जय हो (2014) बॉक्स ऑफिस पर बड़ा चमत्कार नहीं कर सकी. बेशक फिल्म कामयाब रही, लेकिन रिपीटीशन की वजह से फीकी रही. अब वे किक के लिए जुट चुके हैं. आमिर की पिछली कुछ फिल्मों पर नजर डालें तो धोबी घाट (2011) और तलाश (2012) वैसा जादू नहीं चला सकीं, जिसके लिए उन्हें जाना जाता है. फिर धूम-3 तो ऐसी फ्रेंचाइजी है जो अपने नाम से बिकती है. अब सारी उम्मीदें पीके से हैं.
जहां तक शाहरुख की बात है तो वे पूरी तरह से मार्केटिंग स्ट्रेटजी पर अमल करते हैं. चेन्नै एक्सप्रेस को हिट बनाने वाली उनकी ऐक्टिंग से ज्यादा उनकी ब्रांड वैल्यू थी. जब तक है जान (2012) भी सन ऑफ सरदार के साथ मुकाबले में बुरी तरह फंस गई थी. एक फिल्म विशेषज्ञ नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं, “शाहरुख अब साल दो साल में एक-दो फिल्में करते हैं. आधे समय वे चोटों से परेशान रहते हैं. यही नहीं, वे फिल्म में जितना जोर अपनी ऐक्टिंग पर देते हैं, उससे ज्यादा मेहनत उन्हें फिल्म की ब्रांडिंग में करनी पड़ती है.”
उधर, अक्षय कुमार भी संघर्षरत हैं. वे एक हिट फिल्म देने के बाद दो-तीन कमजोर फिल्में देते आए हैं. बिल्कुल उसी तरह जैसे उन्होंने हॉलिडे (2014) से पहले वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा और बॉस जैसी कमजोर फिल्में दी थीं.
ऐसे में नए चेहरे ताजा हवा के झोंके की तरह हैं. वैसे भी अगले पांच साल में शाहरुख, सलमान, आमिर और अक्षय तीनों ही 50 पार कर चुके होंगे और उनके विकल्प बेहद सीमित हो जाएंगे. फिर युवा हीरोइनें भी तो युवा हीरो की मांग कर रही हैं. कुछ दिन पहले श्रद्धा कपूर और परिणीति चोपड़ा ने अपनी उम्र के हीरो के साथ काम करने की बात कही थी. इस संदर्भ में कक्कड़ कहते हैं, “कुछ समय पहले तक तो लोलिता टाइप की जोडिय़ां ही देखने को मिलती थीं. लेकिन अब बदलाव नजर आ रहा है.”
पैसे की बात
यह बॉलीवुड के शहंशाहों के लिए सतर्क हो जाने का समय है. नए सितारों के साथ फिल्म बनाने से एक तो बजट कम आता है, जिससे प्रॉफिट मार्जिन ज्यादा रहता है. 40 करोड़ रु. में बनी एक विलेन छह दिन में 72 करोड़ रु. कमा चुकी है और 10 करोड़ रु. में बनी आशिकी-2 ने 100 करोड़ रु. का कोराबार किया था, जबकि दिग्गज हीरो की फिल्मों का बजट ही लगभग 70-80 करोड़ रु. के आसपास रहता है. ऐसा नहीं है कि सलमान, शाहरुख, आमिर और अक्षय नए सितारों के आने से एकदम आप्रासंगिक हो जाएंगे. नाहटा कहते हैं, “खान तिकड़ी से लेकर अन्य सीनियर सितारे इतनी जल्दी आउट ऑफ फैशन होने वाले नहीं क्योंकि वे अलग किस्म के रोल चुन रहे हैं.”
खैर, युवा सितारे उम्मीद जगाते हैं कि बॉलीवुड के इन सितारों के सही उत्तराधिकारी आ गए हैं और बॉलीवुड में लंबे समय से चला आ रहा कॉलेज बॉय वाला गैप भी अब खत्म हो गया है.
ये हैं नए स्टार
वरुण धवन (27 वर्ष)
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
स्टुडेंट ऑफ द ईयरः 64 करोड़ रु.
मैं तेरा हीरोः 51 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया
एबीसीडी-2
बदलापुर
ब्रांड एंडोर्समेंट्स: कोका कोला, वीचैट और गैट्सबी
अर्जुन कपूर (29 वर्ष)
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
इशकजादेः 47 करोड़ रु.
गुंडेः 123 करोड़ रु.
टू स्टेट्सः 102 करोड़ रु.
आने वाली फिल्में
तेवर
फाइंडिंग फैनी फर्नांडीस
खास है: फैन्स की मांग पर 26 जून को अपने जन्मदिन पर ट्विटर पर आए.
टाइगर श्रॉफ, 24 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
हीरोपंतीः 60 करोड़ रु.
आने वाली फिल्में
शब्बीर खान की अगली फिल्म और शुद्धि में उनके होने की खबर है.
शौक है: मार्शल आर्ट्स का. वे रोजाना इसकी जमकर प्रक्टिस भी करते हैं.
सिद्धार्थ मल्होत्रा, 29 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
एक विलेनः छह दिन में 72 करोड़ रु.
स्टुडेंट ऑफ द ईयरः 64 करोड़ रु.
हंसी तो फंसीः 33 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
भवेश जोशी
ब्रांड एंडोर्समेंट्स: कोका कोला और क्वालिटी

रणवीर सिंह, 28 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
बैंड बाजा बारातः 23 करोड़ रु.
लुटेराः 28 करोड़ रु.
गुंडेः 123 करोड़ रु.
गोलियों की रासलीला...राम-लीलाः 113 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
किल दिल
फाइंडिंग फैनी
दिल धड़कने दो
ब्रांड एंडोर्समेंट्स: ड्युरेक्स

आदित्य रॉय कपूर, 28 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
आशिकी-2: 100 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
दावत-ए-इश्क
फितूर
लॉटरी लगी: लगातार कई फ्लॉप देने के बाद 2013 में आशिकी-2 से

राजकुमार राव, 29 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
लव सेक्स और धोखाः 7 करोड़ रु.
रागिनी एमएमएसः9 करोड़ रु.
काइ पो चेः 48 करोड़ रु.
क्वीनः 17 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
डॉली की डोली
सारांश के रीमेक में
फंडा है: फिल्म की कहानी सबसे जरूरी

सुशांत सिंह राजपूत, 28 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
काइ पो चेः 48 करोड़ रु.
शुद्ध देसी रोमांसः 45 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
ब्योमकेश बख्शी
पानी
पीके
ब्रांड एंडोर्समेंट्स: पेप्सी और गार्नर
चालीस फीसदी युवा आबादी वाले देश में दीवानगी का आलम हर किसी के लिए कुछ अलग है. दिल्ली के ही राहुल टाइगर श्रॉफ जैसी फिजीक चाहते हैं. वे कहते हैं, “उनका स्टाइल और बॉडी क्लास है. मार्शल आर्ट का मैं फैन हूं.”
यह बॉलीवुड में युवा भारत की धमक है. बॉलीवुड के युवा स्टार्स की नई फसल अपना जलवा दिखाने के लिए तैयार है. अर्जुन कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा, वरुण धवन, रणवीर सिंह, टाइगर श्रॉफ, आदित्य रॉय कपूर, राजकुमार राव और सुशांत सिंह राजपूत जैसे नाम हैं जिन्होंने बॉलीवुड में मौजूदगी दर्ज करा दी है. डायरेक्टर और प्रोड्यूसर इन्हें मौका दे रहे हैं. इस साल अभी तक कमाई के मामले में टॉप 10 रहने वाली फिल्मों में छह फिल्में बॉलीवुड के यंग स्टार्स की हैं. फिल्म विश्लेषक कोमल नाहटा कहते हैं, “एक समय बाद पब्लिक भी स्क्रीन पर नए चेहरे देखना चाहती है. वैसे भी कुछ कहानियों में युवा सितारों की मांग हमेशा रहती है.” यह पीढ़ी इन्हीं जरूरतों पर खरा उतरने की कोशिश कर रही है.
कैमरे के पीछे से आगे तक
इशकजादे, गुंडे और टू स्टेट्स जैसी सुपरहिट फिल्म देने वाले अर्जुन कपूर को ही लें. वे प्रोड्यूसर बोनी कपूर के बेटे और अनिल कपूर के भतीजे हैं. उन्होंने 17 साल की उम्र से ही अपने पिता के प्रोडक्शन के काम में हाथ बंटाना शुरू कर दिया था. उन्हें ब्रेक मिला बाहर के प्रोडक्शन हाउस से. उन्हें सलमान खान ने नो एंट्री की शूटिंग के दौरान देखा और अपनी देख-रेख में ले लिया. यह लगभग 140 किलो का लड़का कुछ ही दिन में कसरती बदन का मालिक बन गया. अर्जुन की पहली फिल्म इशकजादे डार्क रोमांटिक फिल्म थी. उनके इस रोल ने दर्शकों को उनका दीवाना बना दिया. अर्जुन ने उस समय दूर-दूर तक यह नहीं सोचा था कि वे दो साल में तीन बड़ी हिट फिल्में देंगे और इनमें से दो फिल्में 100 करोड़ रु. से ऊपर कमाएंगी. उनके पिता बोनी कपूर कहते हैं, “मैंने जब पहली बार आदित्य चोपड़ा को दिया अर्जुन का ऑडिशन देखा तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा.” इन दिनों वे अपनी अगली फिल्म तेवर की शूटिंग में व्यस्त हैं और इसके बाद वे दीपिका पादुकोण के साथ फाइंडिंग फैनी में नजर आएंगे.
टू स्टेट्स में रोमांटिक रोल के बाद तेवर में वे ऐक्शन कर रहे हैं. इस फिल्म के प्रोड्यूसर और उनके चाचा संजय कपूर के शब्दों में, “बतौर इनसान वे एकदम नहीं बदले हैं. लेकिन अपनी हर फिल्म के साथ वे निखरते जा रहे हैं. उन्होंने इंटेंस और रोमांटिक दोनों ही तरह के किरदारों को बखूबी निभाया है. वे एक्शन में जबरदस्त हैं.”
ऐसा ही कुछ किस्सा वरुण धवन का भी है. डेविड धवन के साहबजादे 27 वर्षीय वरुण ने स्टुडेंट ऑफ द ईयर (2012) से करियर का आगाज किया. पिता ने उन्हें पढऩे के लिए नॉटिंघम भेजा और वे जब वहां से लौटे तो करण जौहर को असिस्ट करना शुरू कर दिया. एक दिन करण को वे जम गए. उन्होंने अपनी अगली फिल्म स्टुडेंट ऑफ द ईयर के लिए उन्हें साइन कर लिया और फिल्म हिट हो गई. फिल्म ने बॉलीवुड को दो स्टार दिए. एक वरुण और दूसरे सिद्धार्थ मल्होत्रा. सिद्धार्थ पेशे से मॉडल थे और वे भी करण को असिस्ट करते थे. स्टुडेंट ऑफ द ईयर के बाद वरुण ने अपने पिता के डायरेक्शन में मैं तेरा हीरो जैसी हिट फिल्म दी और अब वे आलिया भट्ट के साथ हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया में आ रहे हैं. उनके पास रेमो डी्यसूजा की एबीसीडी-2 और श्रीराम राघवन की बदलापुर भी हैं.
वरुण के बारे में डैडी डेविड धवन कहते हैं, ‘वह कमाल का है. खूब मेहनती है. वही काम करता है, जो उसे अच्छा लगता है. मैं उसे लेकर एक और फिल्म प्लान कर रहा हूं.’ किसी भी रिश्तेदार की शादी में जाकर आज भी मस्त होकर नाचने वाले वरुण को नए दौर का गोविंदा कहा जा रहा है. रेमो भी उन्हें बेहतरीन ऐक्टर और डांसर बताते हैं.
उधर, रणवीर सिंह अपनी ऐक्टिंग का लोहा मनवा चुके हैं. 2010 में बैंड बाजा बारात से करियर शुरू करने वाले मस्तमौला रणवीर ने लुटेरा, गोलियों की रासलीला...राम-लीला और गुंडे सरीखी हिट फिल्में दी हैं. अब वे किल दिल, फाइंडिंग फैनी और दिल धड़कने दो में नजर आएंगे. रणवीर ने अपने करियर की शुरुआत विज्ञापन एजेंसियों में बतौर राइटर की और कुछ समय के लिए उन्होंने असिस्टेंट डायरेक्टर का भी काम किया लेकिन उन्हें ऐक्टर बनना था. बस, जुनून काम आया और उन्हें यशराज फिल्म्स ने बैंड बाजा बारात के लिए चुन लिया. उसके बाद वे एक के बाद एक पायदान चढ़ते रहे. इन दिनों वे जोया अख्तर की फैमिली ड्रामा फिल्म दिल धड़कने दो में व्यस्त हैं. फिल्म क्रूज लाइनर पर शूट हो रही है. रणवीर कहते हैं, “मैं जोया के साथ काम करने को लेकर काफी एक्साइटेड हूं. मेरा काम सबको सरप्राइज कर देगा.”
वरुण के साथ फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने वाले सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म एक विलेन सुपरहिट हो गई है. असल जिंदगी में थोड़े शर्मीले सिद्धार्थ ने फिल्म की कामयाबी पर जब दावत दी तो इसमें सलमान खान आए और वे उनकी ऐक्टिंग से इतने इमेस थे कि उन्होंने अपनी डिजाइनर वॉच ही सिद्धार्थ को गिफ्ट कर दी. सिद्धार्थ ने एक विलेन से अपने उन आलोचकों को खामोश कर दिया जो उन्हें लाइट रोल करने वाला स्टार कहते थे. वे जल्द ही मिक्स मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस शुरू करने वाले हैं. यह मेहनत वे अपनी अगली फिल्म के लिए कर रहे हैं, जो हॉलीवुड मूवी वॉरियर का रीमेक है. इस फिल्म को भी करण जौहर ही बना रहे हैं. वे विक्रमादित्य मोटवाणे की फिल्म भवेश जोशी में भी लीड रोल में हैं.
ये भी हैं रेस में
जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ हीरोपंती में अपने डांस और ऐक्शन की वजह से युवा दिलों की धड़कन बन गए हैं. वे हीरोपंती के डायरेक्टर शब्बीर खान की अगली फिल्म की तैयारियों में जुटे हैं. 24 वर्षीय टाइगर मार्शल आर्ट के एक्सपर्ट और कमाल के डांसर हैं. कहा जा रहा है कि शुद्धि के रीमेक में टाइगर नजर आ सकते हैं.
एक और नाम है हरियाणा में गुडग़ांव के राजकुमार राव का. 2010 में लव सेक्स और धोखा से करियर शुरू करने वाले राव ने हमेशा लीक से हटकर काम किया है. चाहे वह रागिनी एमएमएस हो, काई पो चे, क्वीन, सिटीलाइट्स या फिर शाहिद. शाहिद के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड से नवाजा गया. इस कामयाबी के बाद उनके पास फिल्मों की लाइन लग गई. लेकिन हर रोल में अंदर तक उतरने वाले राव कहते हैं, ‘अगर स्क्रिप्ट मुझे बतौर ऐक्टर एक्साइट और चैलेंज करती है, तभी मैं उसके लिए हां कहता हूं.’ वे सारांश के रीमेक में नजर आ सकते हैं, जिसे हंसल मेहता डायरेक्ट कर रहे हैं. वे सोनम कपूर के साथ डॉली की डोली भी कर रहे हैं. हंसल उनके बारे में कहते हैं, “वे बेहतरीन ऐक्टर हैं. वे अपने रोल में उतरने में यकीन करते हैं.” सिटीलाइट्स में मजदूर का रोल करने के लिए उन्होंने असल जिंदगी में इसका अनुभव लिया.
टीवी से सुनहरे परदे पर आए सुशांत सिंह राजपूत ने काई पो चे और शुद्ध देसी रोमांस जैसी हिट फिल्में दी हैं और जल्द ही वे पीके और डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी में नजर आएंगे. उनके अलावा सिद्धार्थ रॉय कपूर के छोटे भाई और विद्या बालन के देवर आदित्य रॉय कपूर भी 2013 से रंग में आ गए हैं. 2009 में लंदन ड्रीम्स से उन्होंने करियर शुरू किया था. उसके बाद एक्शन रीप्ले और गुजारिश में नजर आए पर लक नहीं चला. लेकिन आशिकी-2 से उनकी किस्मत चल निकली और फिल्म ने 100 करोड़ रु की कमाई कर उन्हें स्टार बना डाला. वे परिणीति चोपड़ा के साथ दावत-ए-इश्क की शूटिंग में व्यस्त हैं. इसके बाद कटरीना कैफ के साथ फितूर में दिखेंगे.
नया बनाम पुराना
नई पीढ़ी पुरानी की जगह लेती है. ऐसा ही कुछ 1990 के दशक के शुरू में हुआ था. उस समय धर्मेंद्र, जितेंद्र, अमिताभ बच्चन और विनोद खन्ना जैसे सितारे अपने उतार पर थे और नई पीढ़ी उनकी जगह लेने के लिए आगे आ रही थी. आमिर खान ने कयामत से कयामत तक (1988), सलमान खान ने मैंने प्यार किया (1989), शाहरुख खान ने दीवाना (1992) और अक्षय कुमार ने सौगंध (1991) के साथ बॉलीवुड में दस्तक दी. उन्होंने दर्शकों को वह ताजगी दी, जिसकी वे लंबे समय से राह देख रहे थे. उन्होंने युवा पीढ़ी को उसकी पसंद के मुताबिक मसाला परोसने का काम किया. ऐड गुरु प्रह्लाद कक्कड़ कहते हैं, “हमारे हीरो कभी बूढ़े नहीं होते. अब आप अमिताभ बच्चन को ही देख लें. वे आज भी काम कर रहे हैं. लेकिन जो नई पीढ़ी आ रही है, वह बेहतरीन है और यह परंपरा है. नया हमेशा आता ही है.”
ऐसा ही कुछ होता हुआ अब देखा जा सकता है. सलमान खान की जय हो (2014) बॉक्स ऑफिस पर बड़ा चमत्कार नहीं कर सकी. बेशक फिल्म कामयाब रही, लेकिन रिपीटीशन की वजह से फीकी रही. अब वे किक के लिए जुट चुके हैं. आमिर की पिछली कुछ फिल्मों पर नजर डालें तो धोबी घाट (2011) और तलाश (2012) वैसा जादू नहीं चला सकीं, जिसके लिए उन्हें जाना जाता है. फिर धूम-3 तो ऐसी फ्रेंचाइजी है जो अपने नाम से बिकती है. अब सारी उम्मीदें पीके से हैं.
जहां तक शाहरुख की बात है तो वे पूरी तरह से मार्केटिंग स्ट्रेटजी पर अमल करते हैं. चेन्नै एक्सप्रेस को हिट बनाने वाली उनकी ऐक्टिंग से ज्यादा उनकी ब्रांड वैल्यू थी. जब तक है जान (2012) भी सन ऑफ सरदार के साथ मुकाबले में बुरी तरह फंस गई थी. एक फिल्म विशेषज्ञ नाम न छापने की शर्त पर कहते हैं, “शाहरुख अब साल दो साल में एक-दो फिल्में करते हैं. आधे समय वे चोटों से परेशान रहते हैं. यही नहीं, वे फिल्म में जितना जोर अपनी ऐक्टिंग पर देते हैं, उससे ज्यादा मेहनत उन्हें फिल्म की ब्रांडिंग में करनी पड़ती है.”
उधर, अक्षय कुमार भी संघर्षरत हैं. वे एक हिट फिल्म देने के बाद दो-तीन कमजोर फिल्में देते आए हैं. बिल्कुल उसी तरह जैसे उन्होंने हॉलिडे (2014) से पहले वंस अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा और बॉस जैसी कमजोर फिल्में दी थीं.
ऐसे में नए चेहरे ताजा हवा के झोंके की तरह हैं. वैसे भी अगले पांच साल में शाहरुख, सलमान, आमिर और अक्षय तीनों ही 50 पार कर चुके होंगे और उनके विकल्प बेहद सीमित हो जाएंगे. फिर युवा हीरोइनें भी तो युवा हीरो की मांग कर रही हैं. कुछ दिन पहले श्रद्धा कपूर और परिणीति चोपड़ा ने अपनी उम्र के हीरो के साथ काम करने की बात कही थी. इस संदर्भ में कक्कड़ कहते हैं, “कुछ समय पहले तक तो लोलिता टाइप की जोडिय़ां ही देखने को मिलती थीं. लेकिन अब बदलाव नजर आ रहा है.”
पैसे की बात
यह बॉलीवुड के शहंशाहों के लिए सतर्क हो जाने का समय है. नए सितारों के साथ फिल्म बनाने से एक तो बजट कम आता है, जिससे प्रॉफिट मार्जिन ज्यादा रहता है. 40 करोड़ रु. में बनी एक विलेन छह दिन में 72 करोड़ रु. कमा चुकी है और 10 करोड़ रु. में बनी आशिकी-2 ने 100 करोड़ रु. का कोराबार किया था, जबकि दिग्गज हीरो की फिल्मों का बजट ही लगभग 70-80 करोड़ रु. के आसपास रहता है. ऐसा नहीं है कि सलमान, शाहरुख, आमिर और अक्षय नए सितारों के आने से एकदम आप्रासंगिक हो जाएंगे. नाहटा कहते हैं, “खान तिकड़ी से लेकर अन्य सीनियर सितारे इतनी जल्दी आउट ऑफ फैशन होने वाले नहीं क्योंकि वे अलग किस्म के रोल चुन रहे हैं.”
खैर, युवा सितारे उम्मीद जगाते हैं कि बॉलीवुड के इन सितारों के सही उत्तराधिकारी आ गए हैं और बॉलीवुड में लंबे समय से चला आ रहा कॉलेज बॉय वाला गैप भी अब खत्म हो गया है.
ये हैं नए स्टार
वरुण धवन (27 वर्ष)
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
स्टुडेंट ऑफ द ईयरः 64 करोड़ रु.
मैं तेरा हीरोः 51 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया
एबीसीडी-2
बदलापुर
ब्रांड एंडोर्समेंट्स: कोका कोला, वीचैट और गैट्सबी
अर्जुन कपूर (29 वर्ष)
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
इशकजादेः 47 करोड़ रु.
गुंडेः 123 करोड़ रु.
टू स्टेट्सः 102 करोड़ रु.
आने वाली फिल्में
तेवर
फाइंडिंग फैनी फर्नांडीस
खास है: फैन्स की मांग पर 26 जून को अपने जन्मदिन पर ट्विटर पर आए.
टाइगर श्रॉफ, 24 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
हीरोपंतीः 60 करोड़ रु.
आने वाली फिल्में
शब्बीर खान की अगली फिल्म और शुद्धि में उनके होने की खबर है.
शौक है: मार्शल आर्ट्स का. वे रोजाना इसकी जमकर प्रक्टिस भी करते हैं.
सिद्धार्थ मल्होत्रा, 29 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
एक विलेनः छह दिन में 72 करोड़ रु.
स्टुडेंट ऑफ द ईयरः 64 करोड़ रु.
हंसी तो फंसीः 33 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
भवेश जोशी
ब्रांड एंडोर्समेंट्स: कोका कोला और क्वालिटी

रणवीर सिंह, 28 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
बैंड बाजा बारातः 23 करोड़ रु.
लुटेराः 28 करोड़ रु.
गुंडेः 123 करोड़ रु.
गोलियों की रासलीला...राम-लीलाः 113 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
किल दिल
फाइंडिंग फैनी
दिल धड़कने दो
ब्रांड एंडोर्समेंट्स: ड्युरेक्स

आदित्य रॉय कपूर, 28 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
आशिकी-2: 100 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
दावत-ए-इश्क
फितूर
लॉटरी लगी: लगातार कई फ्लॉप देने के बाद 2013 में आशिकी-2 से

राजकुमार राव, 29 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
लव सेक्स और धोखाः 7 करोड़ रु.
रागिनी एमएमएसः9 करोड़ रु.
काइ पो चेः 48 करोड़ रु.
क्वीनः 17 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
डॉली की डोली
सारांश के रीमेक में
फंडा है: फिल्म की कहानी सबसे जरूरी

सुशांत सिंह राजपूत, 28 वर्ष
बॉक्स ऑफिस करिश्मा
काइ पो चेः 48 करोड़ रु.
शुद्ध देसी रोमांसः 45 करोड़ रु.
आने वाली फिल्म
ब्योमकेश बख्शी
पानी
पीके
ब्रांड एंडोर्समेंट्स: पेप्सी और गार्नर