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सैफ और करीना का हसीन किस्सा

शादी के साल भर बाद एक जोड़ी के रूप में अपने पहले फोटो शूट में बॉलीवुड के इस हाइ प्रोफाइल युगल ने खोले जीवन के कुछ राज.

अपडेटेड 3 फ़रवरी , 2014
मालदीव में यह एक गुनगुनी सुबह का यही कोई नौ बजे का वक्त है. करीना और सैफ अपने पहले शॉट के लिए तैयार हो रहे हैं. तमाम चीजों का शेड्यूल संभालने वाले मैनेजर उनके चारों ओर चहलकदमी कर रहे हैं. मेकअप का सामान और कपड़ों के रैक इधर से उधर किए जा रहे हैं.

इस सारी चहलपहल के बीच मेरी नजर कुदा हुरा टापू पर फोर सीजंस रिजॉर्ट मॉलदीव्स में उनके प्राइवेट बीच बंगले में लंबे-चौड़े फ्लैट स्क्रीन टीवी की बगल में एक चीज पर पड़ी. यह जीव्ज़ ऐंड वूस्टर का डीवीडी पैक था. नब्बे के दशक की ब्रिटिश टीवी सीरीज में ह्यूज लॉरी और स्टीफन फ्रे मुख्य भूमिका में थे.

अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों ने रात में इसे देखा होगा. कितनी परफेक्ट जोड़ी है, यह सोचते हुए मुझे पीजी वुडहाउस के वे न भूलने वाले किरदार याद आ गए. अगले तीन दिन में मैंने ऐसा कुछ महसूस किया, जो मुझे सैफ और करीना के बारे में सहज ही सोच लेना चाहिए था.

उन दोनों के बारे में जानने वाली जो सबसे पहली बात है वह यह कि जैसे वे स्क्रीन पर दिखते हैं, वैसे ही असल जिंदगी में भी हैं. दोनों बला के खूबसूरत और हसीन, एक दम फिट. निखार मानो भीतर से दमक रहा हो. इस इंटरव्यू के वक्त दोनों कुछ दिन मालदीव की धूप में तपकर तांबई सुनहरे रंग में जैसे रंगे हुए थे. इससे उनका निखार और बढ़ गया था.

करीना के कनेरी पीले रंग के एलिसाब फ्रॉक में उनका तांबई रंग उभर रहा था. हल्के कोरल होंठ और काजल लगी आंखें रूप में चार चांद लगा रही थीं. करीना इतनी गजब की सुंदर लग रहीं थीं कि मैंने उनके साथ अपनी तस्वीर ले ली. थोड़ी झेंप जरूर महसूस हो रही थी लेकिन ऐसा मौका फिर कहां हाथ लगने वाला था.

जब आप उनसे थोड़ा घुलते-मिलते हैं तो एक बात और समझ में आती है कि दोनों अपनी शख्सियत के बारे में बेहद सहज हैं. वे समझते हैं कि अपने दर्शकों के लिए उनकी क्या अहमियत है. वे जानते हैं कि उन पर लोगों की नजर हमेशा रहती है. दोनों अपने डेटिंग के दिनों से ही सबके सामने खुली किताब की तरह जिए हैं, इसलिए हर समय एक जोड़े की तरह दिखने का दबाव नहीं झेलना पड़ता.

करीना कहती हैं, ''किसी और अभिनेत्री ने शायद ही कभी बोला होगा कि शादी से पहले वह किसी मर्द के साथ पांच साल से रह रही है. मेरे मां-बाप भी थोड़े परेशान हुए थे.” अपनी बिना शोर-शराबे वाली शादी के करीब साल भर बाद भी दोनों एक-दूसरे से उतना ही हद दर्जे वाला प्यार करते हैं और दोनों को ही इसे दिखाने की कोई जरूरत महसूस नहीं होती. सैफ ने माना कि ''यह साथ बड़ा ही शांत किस्म का है.”

शूट के दौरान उनके बीच ऐसा कुछ भी आड़े नहीं आता. हालांकि आपस की केमिस्ट्री पूरी तरह से मौजूद रहती है. दोनों के बीच सबसे निकटता का आभास तभी होता है, जब करीना शूट के लिए आवाज देती हैं ''सैफू” और सैफ उन्हें बेब कहकर बुलाते हैं. मैंने करीना से पूछा कि उनकी तुलना (एंजेलीना) जॉली-(ब्रैड) पिट्स से होती है.

इस पर वे हंसते हुए कहती हैं कि ''सैफ को किसी से तुलना करना पसंद नहीं. वे कहते हैं कि 'यह सैफीना वाला टैग भी मुझे पसंद नहीं. ये सब क्या है? लोग ऐसा क्यों कहते हैं?’ उन्हें लगता है कि मैं इसे बढ़ावा देती हूं और मैं कहती हूं कि हमेशा मुझ से ऐसा क्यों कहते रहते हैं? इस पर हमारे बीच नोकझोंक चलती रहती है.”

सैफ का नजरिया हमेशा ज्यादा गंभीर होता है. सैफ का करियर करीना से बहुत पहले 1992 में यश चोपड़ा की परंपरा से शुरू हुआ था, जबकि करीना ने वर्ष 2000 में जेपी दत्ता की रिफ्यूजी से फिल्मी दुनिया में कदम रखा. सैफ  की पहले भी शादी हो चुकी थी और अभिनेत्री अमृता सिंह से दो बच्चे हैं. पर ये तथ्य अब उनकी जिंदगी में खलल नहीं डालते.

सैफ  कहते हैं, ''पहले मैं हमेशा ख्यालों की एक दुनिया में रहता था. कुछ न कुछ कमी ढूंढ़ता रहता था और सवाल बहुत करता था. फिर मुझे लगा कि या तो झगड़े का मुद्दा ढूंढ़ते रहो या खुश होने का बहाना. अब करीना के साथ तो जिंदगी बस यूं है कि दो दिल एक जान की मानिंद रहते हैं और एक-दूसरे के सपने पूरे करने में लगे रहते हैं.

''भारत वापस आकर मेरी मुलाकात करीना से एक दिन मुंबई के महबूब स्टुडियो में लोकेशन पर हुई. मैंने सोचा था कि इंडस्ट्री के एक बेहतरीन कलाकार के नाते वे किसी बड़े स्टार के साथ शूट कर रही होंगी, लेकिन करीना तो एक टीवी कामर्शियल की शूटिंग कर रहीं थीं.

वे इतनी अच्छी हैं कि एक फ्रेम के लिए उनके रीटेक का इंतजार करने में मुझे कोई परेशानी नहीं हुई. करीना के मैनेजर ने मुझसे कहा कि दस मिनट और. मुझे इंतजार करने में कोई दिक्कत नहीं महसूस हुई.”

इस दौरान मुझे मार्च, 2009 में बाजार इंडिया के पहले अंक की याद आई, जिसके कवर पेज पर करीना का चित्र था. उसके भीतर के पन्नों पर सैफ के साथ करीना का फोटो था. दोनों का एक साथ यह पहला फोटो था, जो देश में एक फैशन पत्रिका के लिए खींचा गया था.

उस समय तक दोनों की शादी नहीं हुई थी. यह लेख भी उनके जीवन के बारे में पहला लेख है. शादीशुदा जोड़े के रूप में उनका यह पहला फैशन मैग्जीन शूट है. टीम के लिए भी यह एक चक्र पूरा होने जैसा एहसास था. करीना और सैफ ने भी यही बात कही. सैफ के साथ मेरी मुलाकात उसी दिन एक दूसरी फिल्म के सेट पर हुई थी.

करीना बताती हैं कि ''एक दौर था जब हम अपने रिश्ते के एक अलग दौर में थे, लेकिन हम साथ रहना चाहते थे और हमें साथ फोटो खिंचवाने में कोई हिचक नहीं थी क्योंकि हम पूरी तरह समर्पित थे. हम प्यार करते थे और आज भी करते हैं और दुनिया को अपना प्यार दिखाना चाहते थे.”

वे बताती हैं कि ''इस फीचर में मेरा मनपसंद फोटो शॉट वो है, जिसमें सैफ और मैं दौड़ रहे हैं. वह शॉट सैफ  और मेरे बारे में बात करता है कि हम एक जोड़े की तरह कैसे लगते हैं. बेहद ग्लैमरस और बहुत जबरदस्त है.”

ग्लैमर और पावर ऐसे दो शब्द हैं, जिन्हें बॉलीवुड के साथ अकसर और बहुत आसानी से जोड़ लिया जाता है. नवाब और बेगम पटौदी भी इन शब्दों से अनजान नहीं हैं क्योंकि दोनों ही जानी-मानी हस्तियों के साये में पले-बढ़े हैं. लेकिन दोनों को करीब से देखने पर जाहिर हो जाता है कि मुंबर्ई के बहुत-से ताकतवर जोड़े सिर्फ सपनीली शादी का दिखावा करते हैं, लेकिन ये दोनों असल में उसे रोजाना जी रहे हैं.

बीच-बीच में एकाध फिल्म साथ-साथ करने पर यह नजदीकी साफ तौर पर दिखेगी भी. कुछ लोग कहेंगे कि इस नजदीकी से उस फिल्म को फायदा ही होगा. लेकिन सैफ  सचाई को समझते हुए इस बात से इनकार करते हैं और कहते हैं कि पहले यह सब काम नहीं आया.

(एजेंट विनोद का पिटना उन्हें याद आता है). करीना भी अपने पति का साथ देते हुए कहती हैं, ''हम ऐक्टर के रूप में एक दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं. सैफ  इस बात से खुश हैं कि मैं औरों के साथ काम करती हूं और मैं भी खुश हूं कि वे बाकी सबके साथ काम करते हैं.”

इस शूट के पीछे मकसद यह था कि बॉलीवुड के तमाम आलीशान जोड़ों में से सबसे शानदार जोड़ी करीना और सैफ  को पपराजी के लैंस से देखा जाए. खूबसूरत नैन-नक्श के अलावा दोनों आदर्श आधुनिक भारतीय जोड़ी के प्रतीक हैं. दोनों अपने करियर में उस मुकाम पर खड़े हैं, जहां शोहरत और पैसे की कोई कमी नहीं है और आराम से नई-नई भूमिकाओं को आजमा सकते हैं.

गो गोवा गॉन के प्रोड्यूसर सैफ और सत्याग्रह की पत्रकार करीना इसकी मिसाल हैं. यह करीना कभी खुशी कभी गम की पू से कोसों दूर है. करीना के शब्दों में, ''लोगों ने मुझे सलाह दी कि मैं शादी न करूं क्योंकि शादीशुदा ऐक्ट्रेस उतनी हॉट नहीं रहतीं और हम दोनों ने कहा कि हमने तो ऐसी कोई बात कभी नहीं सुनी.

मैंने इस बारे में सोचा और मुझे लगा कि मुझको बिलकुल नहीं मालूम, इसका मेरे ऊपर कैसा असर पडऩे जा रहा है. मुझे नहीं लगता कि प्यार करना कोई जुर्म है.”

उससे पहले की और बाद की भी तमाम रातों की तरह सैफ और करीना उस रात भी घर देर से और अलग-अलग लौटे. किसी और पेशे में इससे शादी के रिश्ते पर कुछ दबाव पड़ सकता था, लेकिन यहां ऐसा नहीं था. एक ही पेशे में काम करने से उनके बीच समझ बढ़ जाती है और दोनों एक दूसरे के शेड्यूल का और ज्यादा ध्यान रखते हैं.

सैफ के शब्दों में ''हम मजाक करते हैं कि ये किसी पुलिस वाले या डॉक्टर से शादी करने जैसा है क्योंकि हम हमेशा ऑन कॉल रहते हैं और कोई भी प्लान बनाना मुश्किल होता है. फिर भी हम इधर-उधर से मौके चुरा लेते हैं और ये भी खूब अच्छी तरह निभा लेती हैं.

इसके लिए मैं अपनी किस्मत का शुक्रगुजार हूं.”  करीना भी चुटकी लेते हुए कहती हैं, ''देखिए, जब तक ये लौट कर मेरे पास घर आ रहे हैं, हम इंडस्ट्री में तमाम खूबसूरत लोगों के साथ इसी तरह मस्ती और रोमांस कर सकते हैं.”

लेखक हार्पर्स बाजार इंडिया पत्रिका के फैशन फीचर डायरेक्टर हैं
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