नई नस्ल 100 नुमाइंदे/वारिस
मानसी टाटा, 32 वर्ष
कार्यकारी निदेशक और सीएफओ, किर्लोस्कर सिस्टम्स, मैनेजिंग ट्रस्टी और सीईओ, केयरिंग विद कलर, मुंबई
मानसी टाटा ने जब अमेरिका में रोड आइलैंड स्कूल ऑफ डिजाइन से स्नातक की उपाधि ली तो बहुत ज्यादा लोगों को उम्मीद नहीं रही होगी कि वे कॉर्पोरेट करियर चुनेंगी. लेकिन मानसी ने टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में तीन साल का प्रशिक्षण लेने का विकल्प चुना, जिसमें तकनीकी प्रक्रियाएं, निर्माण, जापानी कार्य संस्कृति, गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली और व्यावसायिक कार्य शामिल था.
यहां मिले ज्ञान ने मानसी को भारत में 175 प्रमुख अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को चिकित्सा उपकरणों की आपूर्तिकर्ता फर्म किर्लोस्कर टेक्नोलॉजीज, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और टोयोटा त्सुशो इंश्योरेंस ब्रोकर इंडिया के निदेशक के रूप में काम करने में हमेशा मदद की.
2012 में मानसी ने बेंगलूरू में सकरा वर्ल्ड हॉस्पिटल के लिए उपचार में सहायक एक जीवंत और संगीतमय माहौल देने वाली इंटीरियर डिजाइनिंग करके अपनी कला और व्यवसाय के बीच सामंजस्य बनाया.
2018 में उन्हें भारत की पहली संयुक्त राष्ट्र बिजनेस चैंपियन नियुक्त किया गया जिससे उन्हें सतत विकास लक्ष्यों पर संवाद का विस्तार करने और जलवायु परिवर्तन, प्लास्टिक प्रदूषण और महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करने का अवसर मिला.
उद्योगपति विक्रम किर्लोस्कर और गीतांजलि किर्लोस्कर की बेटी मानसी की शादी उद्योगपति नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा से हुई है. सरकारी स्कूलों में एक स्वयंसेवी-शिक्षक के रूप में अपने अनुभव के दृष्टिगत मानसी ने 'केयरिंग विद कलर’ नामक गैर-लाभकारी संस्था बनाई है.
कैनवास पर करतब चित्रकार मानसी की 23 पेंटिंग्स की पहली एकल प्रदर्शनी 13 साल की उम्र में बेंगलूरू में आयोजित हुई थी जिसे देखने एमएफ हुसैन भी आए थे. मानसी को गहरे समुद्र में रात में गोताखोरी, पर्वतारोहण और रिवर राफ्टिंग जैसे रोमांचक खेलों का भी शौक है
''अपने एनजीओ केयरिंग विद कलर के माध्यम से मैं उन बच्चों को उम्दा दर्जे की तालीम मुहैया करने की उम्मीद करती हूं जो एक दिन भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनेंगे.’’

