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विशेषांकः मेरा कॉलेज

लॉकडाउन के कारण मुझे आवश्यक सामग्रियां नहीं मिल पा रही थी पर मुझे घर पर मौजूद सामग्रियों के उपयोग के अधिक अवसर मिले.

शिवानी कुमारी 
शिवानी कुमारी 
अपडेटेड 8 जुलाई , 2021

फैशन डिजाइन, शिवानी कुमारी, लॉकडाउन, वर्चुअल क्लासेज

फैशन डिजाइन
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन (निफ्ट), बेंगलूरू

शिवानी कुमारी 
अंतिम वर्ष छात्रा, निफ्ट बेंगलूरू

ऑनलाइन क्लासेज मेरे लिए बहुत फायदे वाली रहीं क्योंकि मुझे रोज की लंबी आवाजाही से मुक्ति मिल गई थी. मैंने खासा वक्त बचाया और अपनी पूरी ऊर्जा काम में लगाई. फैकल्टी ने पक्का किया कि शिक्षकों के साथ हमारे सतत संवाद में कोई बाधा न आए.

हमने उनके साथ विचारों और सुझावों का खुलकर आदान-प्रदान किया. मेरे बैच के 30 छात्र ऑनलाइन क्लास के लिए ज्यादातर जूम और गूगल मीट पर जुड़ते थे. निफ्ट ने एक दिनचर्या तय की थी जिसका हमें पालन करना था. एक फैशन डिजाइनिंग छात्रा के रूप में, मुझे बहुत सारे प्रैक्टिकल काम करने की जररूत होती है.

लॉकडाउन के कारण मुझे आवश्यक सामग्रियां नहीं मिल पा रही थी पर मुझे घर पर मौजूद सामग्रियों के उपयोग के अधिक अवसर मिले. और एक डिजाइन छात्रा होने के नाते आपके पास हमेशा टूल और सामग्री का बैक-अप होता है.

उपलब्ध सामग्री का ही तरह-तरह से और बार-बार इस्तेमाल करके डिजाइन का हुनर सीखने का यह अच्छा अवसर था. पिछले साल से वर्चुअल क्लासेज में हिस्सा लेने के बाद मैं बहुत स्वतंत्र और आत्मानुशासित महसूस कर रही हूं.

मैंने अपनी इंटर्नशिप बेंगलूरू के एक ब्रांड पेला के साथ ऑनलाइन ही की. यह ब्रांड ऐसे डिजायन पैटर्न के लिए जाना जाता है जिसमें रत्तीभर सामग्री भी बर्बाद नहीं की जाती.

(अरविंद गौड़ा से बातचीत के आधार पर)

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