जून के आखिरी वीकेंड पर एक पंजाबी हॉरर-कॉमेडी फिल्म ने चुपचाप विदेशों में बॉक्स ऑफिस के रिकॉर्ड तोड़ दिए. इसमें भारत-पाकिस्तान के कलाकार साथ नजर आए. दिलजीत दोसांझ, नीरू बाजवा और पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर की मुख्य भूमिकाओं वाली सरदार जी 3 ने अपने ओपनिंग वीकेंड में ही नॉर्थ अमेरिका में 11 लाख डॉलर (9.43 करोड़ रु.) की कमाई की.
ब्रिटेन में यह फिल्म पांच दिनों में 4,50,000 पाउंड (5.29 करोड़ रु.) की कमाई के साथ इस साल की सबसे ज्यादा कमाने वाली पंजाबी फिल्म बन गई. पाकिस्तान के लाहौर और कराची जैसे शहरों में भी फिल्म के सभी शो हाउसफुल रहे और पहले ही दिन इसका कलेक्शन लगभग 5,00,000 डॉलर (4.28 करोड़ रु.) रहा. इस तरह इस फिल्म ने सलमान खान की सुल्तान को पछाड़कर पाकिस्तान में किसी भी भारतीय फिल्म की सबसे बड़ी ओपनिंग दर्ज की.
लेकिन भारत में सरदार जी 3 कहीं दिखाई नहीं गई. इसके निर्माताओं ने देश में फिल्म की रिलीज रोक दी क्योंकि वे 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद उपजे संवेदनशील माहौल को भली-भांति समझते थे.
राष्ट्रवादी उबाल के चलते मई में ही पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान और वाणी कपूर की फिल्म अबीर गुलाल की रिलीज भारत में रद्द कर दी गई थी. लेकिन भारत के सबसे लोकप्रिय सांस्कृतिक चेहरों में से एक माने जाने वाले दिलजीत की एक पाकिस्तानी अभिनेत्री के साथ स्क्रीन साझा करने का फैसला करने की बात (भले ही इसकी शूटिंग हमले से पहले की गई हो) फिल्म जगत के एक तबके को नागवार गुजरी.
उड़ी (2016) और पुलवामा (2019) हमलों के बाद हिंदी फिल्म जगत में पाकिस्तानी कलाकारों के साथ सहयोग पर लगभग पूर्ण प्रतिबंध-सा लग गया था. इसी पृष्ठभूमि में फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉईज (एफडब्ल्यूआइसीई) ने टी-सीरीज और निर्देशक इम्तियाज अली समेत कई लोगों को पत्र लिखे, जिनमें दिलजीत के साथ चल रहे प्रोजेक्ट्स पर पुनर्विचार करने की अपील की गई.
संगठन के मुख्य सलाहकार अशोक पंडित ने यहां तक कह दिया कि अगर उनकी अपील नहीं मानी गई, तो 'असहयोग आंदोलन' शुरू किया जाएगा—यानी दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी और तकनीशियन दिलजीत की फिल्मों की शूटिंग में हिस्सा नहीं लेंगे. पंडित ने दिलजीत पर 'अहंकारी' होने का आरोप लगाते हुए इंडिया टुडे से कहा, ''हमारे लिए देश पहले आता है, उससे बड़ा कुछ नहीं.''
यह कहते हुए कि उन्होंने हानिया आमिर की वह इंस्टाग्राम स्टोरी (जो अब डिलीट हो चुकी है) नजरअंदाज कर दी जिसमें भारत के एयर स्ट्राइक्स की आलोचना की गई थी. पंजाबी गायक भी इस विरोध में शामिल हो गए. मीका सिंह ने दिलजीत को ''नकली गायक'' करार दिया, जबकि बी प्राक ने कलाकारों पर तंज कसते हुए एक रहस्यमयी पोस्ट में लिखा कि कुछ ''कलाकार अपना ज़मीर बेच देते हैं.''
बचाव भी किसने किया!
जब सोशल मीडिया पर #बॉयकॉटदिलजीत जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे, तो इस पूरी कहानी में सबसे बड़ा मोड़ आया: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)—जो उड़ी और पुलवामा हमलों के बाद अपने सख्त रुख के लिए जानी जाती है—ने अभिनेता दिलजीत दोसांझ का समर्थन करने का फैसला किया. पार्टी की पंजाब इकाई ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिलजीत का बचाव किया. पार्टी नेता और पंजाबी अभिनेता हॉबी धालीवाल के शब्द थे, ''एक अलग संदर्भ में बनी फिल्म को मौजूदा भू-राजनैतिक हालात से जोड़कर नहीं देखा जा सकता.'' भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर.पी. सिंह ने भी उनका पक्ष लिया: ''दिलजीत भारतीय संस्कृति के वैश्विक प्रतिनिधि हैं. उन्हें किसी को-स्टार के बयान या हरकतों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.''
दिलजीत को सभी राजनैतिक दलों के सिख नेताओं से भी समर्थन मिला—आप के राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा, और अकाली दल के नेता मंजीत सिंह जी.के. ने भी उनके पक्ष में बयान दिए. लेकिन इन सबमें सबसे अहम था भाजपा का समर्थन, जो कहीं ज्यादा सोचा-समझा हुआ और रणनीतिक नजर आया.
शायद इसकी वजह यह है कि दिलजीत कोई आम सेलेब्रिटी नहीं हैं. कोचेला जैसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर परफॉर्म कर चुके, बिलबोर्ड हिट्स देने वाले और विश्वस्तरीय पहचान रखने वाले चंद पंजाबी कलाकारों में से एक दिलजीत आज भी अपनी जड़ों से गहरा जुड़ाव बनाए रखते हैं. उनके 2024 के दिल-ल्यूमिनाटी टुअर का गूंजता हुआ नारा—मैं हूं पंजाब—इसी जज्बाती रिश्ते को जाहिर करता है. भाजपा 2020-21 के किसान आंदोलन के बाद से पंजाब में अपनी पकड़ कमजोर होते देख रही है. उसके लिए दिलजीत जैसे चेहरे को नाराज करना राजनैतिक रूप से नुक्सानदेह होता.
कड़वा सच
सत्तारूढ़ पार्टी का समर्थन मिलने के बावजूद असुविधाजनक सचाई यह है कि भारत में दिलजीत के प्रशंसकों को सरदार जी 3 देखने के लिए पाइरेसी पर निर्भर रहना पड़ सकता है क्योंकि ओटीटी प्लेटफॉर्म संभवत: अति-राष्ट्रवादी प्रतिक्रिया के डर से इससे दूरी बनाए रखेंगे. सेल्फ-सेंसरशिप के इस माहौल में सवाल यह है कि क्या दिलजीत के भविष्य के प्रोजेक्ट्स को चुपचाप रद्द कर दिया जाएगा?
फिलहाल, टी-सीरीज उनके साथ मजबूती से खड़ी है और अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म बॉर्डर 2 में उन्हें बनाए हुए है. कंपनी के एक सूत्र ने बताया, ''हम फिल्म का 50 फीसद हिस्सा पहले ही शूट कर चुके हैं. उनके कास्ट किए जाने की घोषणा करीब नौ महीने पहले हुई थी. उन्हें बदले जाने की खबरें गलत हैं.'' अमर सिंह चमकीला में दिलजीत के साथ काम कर चुके इम्तियाज अली, जो अब उनके साथ एक रोमांटिक ड्रामा पर काम कर रहे हैं, ने हाल ही उन्हें ''माटी पुत्र'' कहा. जहां तक दिलजीत की बात है, वे बेपरवाह नजर आते हैं. उनके आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल टीम दोसांझ ने गर्व से सरदार जी 3 को ''सभी हॉलीवुड फिल्मों के बीच डटी एक पंजाबी फिल्म'' घोषित किया. यह फिल्म भले ही वैश्विक चार्ट में छाई हुई हो पर भारत में यह सरहदों के बीच फंस गई है.