
विनफास्ट, जो कि वियतनाम की एक बड़ी कंपनी विनग्रुप का हिस्सा है, इस महीने के अंत तक भारत में दो इलेक्ट्रिक एसयूवी—वीएफ6 और वीएफ7—लॉन्च करने जा रही है. ये दोनों गाड़ियां तमिलनाडु के तूतुकुडी (तूतीकोरिन) में स्थित कंपनी के नए अत्याधुनिक प्लांट में बनाई जाएंगी.
हम वियतनाम में थे, जहां हमने कंपनी के उत्तरी वियतनाम स्थित हैफोंग के विशाल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में खासतौर पर भारतीय बाजार के लिए तैयार की गई इन दोनों गाड़ियों का जायजा लिया. यहां हम वीएफ7 के बारे में बता रहे हैं, जो इन दोनों में बड़ी और अधिक प्रीमियम एसयूवी है.
वीएफ6 की तुलना में वीएफ7 का डिजाइन अधिक शार्प और ऐंगल्ड है, जो इसे स्पोर्टी लुक देता है. इसकी छत काफी पीछे की ओर झुकी हुई है जिससे इसका ग्लास एरिया कम और बॉडी भारी-भरकम नजर आती है. इसके फ्रंट में अंग्रेजी अक्षर 'वी’ सिग्नेचर और रियर डिजाइन में समानता है. इसकी टेल लैंप और फ्रंट डीआरएल वीएफ6 के मुकाबले अधिक आकर्षक और स्टाइलिश हैं. आकार की बात करें तो वीएफ7, एमजी हेक्टर और महिंद्रा एक्सयूवी700 से छोटी है, लेकिन एक्सयूवी700 जितनी ही चौड़ी है लेकिन उतनी ऊंची नहीं है.
वीएफ7 दो वर्जन में आएगी—एफडब्ल्यूडी (फ्रंट-व्हील ड्राइव) और एडब्ल्यूडी (ऑल-व्हील ड्राइव). एफडब्ल्यूडी वर्जन में वीएफ6 जैसी ही 150केडब्ल्यू की मोटर होगी, जबकि एडब्ल्यूडी वर्जन में पीछे की ओर एक अतिरिक्त मोटर जोड़ी जाएगी. इसके चलते एडब्ल्यूडी वर्जन की पावर 260केडब्ल्यू और टॉर्क 500एनएम तक पहुंच जाएगी. इसका 0-100 किमी/घंटा का एक्सेलेरेशन टाइम एडब्ल्यूडी वर्जन में घटकर 5.8 सेकंड हो जाएगा जो कि 2डब्ल्यूडी वर्जन के 9.5 सेकंड से काफी बेहतर है.

बैटरी दोनों वर्जन में 70.8 केडब्ल्यूएच की होगी. भले ही भारत के लिए वीएफ7 की एमआइडीसी (मोडिफाइड इंडियन ड्राइव साइकल) रेंज अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन दूसरे बाजारों में करीब 450 किमी (अनुमानित डब्ल्यूएलटीपी रेंज 431 से 450 किमी) बताई गई है. वीएफ7 में सीसीएस2 चार्जिंग पोर्ट दिए गए हैं जो फास्ट डीसी चार्जिंग को सपोर्ट करते हैं, लेकिन एसी चार्जिंग अभी 7.2केडब्ल्यू तक सीमित है. इस वजह से 70केडब्ल्यूएच बैटरी को घर पर रातभर चार्ज करना पड़ेगा. विनफास्ट इस चार्जिंग क्षमता को 11केडब्ल्यू तक अपग्रेड करने की योजना बना रही है.
इस एसयूवी का व्हीलबेस बड़ा है और इसे एक डेडिकेटेड इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है, जिससे इसमें लेग रूम और शोल्डर रूम भरपूर है. टेक्नोलॉजी के मामले में यह गाड़ी फुली लोडेड है. इसमें 12.9 इंच का बड़ा इन्फोटेनमेंट डिस्प्ले है, जो इंस्ट्रूमेंट पैनल के कई कार्य भी करता है और डैशबोर्ड का केंद्र बिंदु है. अधिकतर फंक्शन्स टचस्क्रीन पर उपलब्ध हैं, लेकिन 5 फिजिकल स्विच भी दिए गए हैं जिन्हें कस्टमाइज किया जा सकता है. पैनोरमिक ग्लास रूफ भी काफी बड़ा है, लेकिन इसमें कोई कवर नहीं है. विनफास्ट के इंजीनियरों का कहना है कि गर्मियों में छांव देने के लिए एक्सेसरी के तौर पर कोलैप्सिबल स्क्रीन्स उपलब्ध कराई जाएंगी.
537 लीटर का बड़ा बूट स्पेस भी है, जिसमें पंन्न्चर रिपेयर किट शामिल है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि भारतीय वर्जन में यह स्पेस सेवर दिया जाएगा या नहीं, हालांकि अन्य बाजारों में कंपनी ने ऐसा किया है.
एडीएएस (एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम) के मामले में वीएफ7 लगभग सेल्फ-ड्राइविंग के करीब है. इसमें हाइवे असिस्ट, लेन कीप असिस्ट, और एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल जैसी खूबियां हैं. साथ ही इसमें 360-डिग्री कैमरा और रियर पार्किंग असिस्ट भी शामिल है.
एचवीएसी सिस्टम का संचालन, खिड़कियों को खोलना-बंद करना और दरवाजे लॉक-अनलॉक करना सब कुछ ऐप के जरिए किया जा सकता है. साथ ही, इसमें वायरलेस एपल कारप्ले और एंड्रॉएड ऑटो सपोर्ट भी है. सुरक्षा के लिहाज से इसमें 7 एयरबैग्स दिए गए हैं और कंपनी का दावा है कि बीएनसीएपी टेस्ट में इसे 5-स्टार रेटिंग मिलेगी.
इलेक्ट्रिक गाडिय़ों की तेज रफ्तार इसमें पूरी तरह महसूस होती है, लेकिन इसका सस्पेंशन राइड कंफर्ट पर ज्यादा फोकस करता है, जिससे तेज पावर डिलिवरी को यह गाड़ी उतनी कुशलता से संभाल नहीं पाती. इसमें रीजनरेटिव ब्रेकिंग के चार मोड—नो, लो, मीडियम और हाइ—दिए गए हैं, लेकिन हाइ मोड में भी सिंगल-पेडल ड्राइविंग नहीं मिलती. पावरट्रेन के ड्राइविंग मोड्स—इको, नॉर्मल और स्पोर्ट—के बीच बहुत बड़ा अंतर महसूस नहीं होता.
- योगेंद्र प्रताप
परिवार के लिए जबरदस्त ई-एसयूवी
महिंद्रा एक्सईवी 9ई से मिलिए, एक ऐसी इलेक्ट्रिक एसयूवी जो आकार, स्टाइल और स्मार्टनेस का बेहतरीन मेल है. इसकी लंबाई 4,789 मिमी, चौड़ाई 1,907 मिमी और ऊंचाई 1,694 मिमी है. फ्रंट में बड़ा एलईडी लाइट पैनल है जो देखने में शानदार लगता है. ग्रिल नहीं है, लेकिन ग्रिल जैसा डिजाइन डिटेल दिया गया है जो इसे आकर्षक बनाता है. बोनट के नीचे 150 लीटर की बड़ी फ्रंक (ट्रंक) है. साइड प्रोफाइल से यह एसयूवी बेहद बड़ी लगती है.
20-इंच के पहिए स्टाइलिश लगते हैं और व्हील वेल को अच्छी तरह भर देते हैं. इसकी स्लोपिंग रूफलाइन बहुत खास है—यह डिजाइन पहले महिंद्रा की एक्सयूवी500 पर आधारित एक कूपे एसयूवी कॉन्सेप्ट में देखा गया था. रियर डोर पर हैंडल को सी-पिलर के पास शिफ्ट किया गया है ताकि शोल्डर लाइन स्मूद बनी रहे. पीछे का हिस्सा भी एलईडी लाइट पैनल से भरा हुआ और बहुत जबरदस्त लगता है. इलेक्ट्रिक टेलगेट खुलते ही 663 लीटर का बड़ा और सपाट बूट स्पेस दिखाई देता है, हालांकि लोडिंग लिप ऊंचा है, जिससे सामान उठाकर रखना पड़ेगा.

एक्सईवी 9ई का डिजाइन फ्यूचरिस्टिक है, लेकिन इसका स्टाइल बीई 6 जितना 'आउटलैंडिश’ नहीं है. फिर भी, यह एक आधुनिक भारतीय परिवार के लिए काफी रोमांचक है. अंदर की तरफ डैशबोर्ड पर तीन 12.3 इंच की स्क्रीन दी गई हैं, जिनमें से एक केवल फ्रंट पैसेंजर के लिए है.
सेंट्रल टचस्क्रीन से एयर कंडिशनिंग और सीट वेंटिलेशन जैसे अधिकतर फंक्शन कंट्रोल किए जा सकते हैं, लेकिन इन जरूरी फंक्शनों के लिए फिजिकल या हैप्टिक बटन होते तो ड्राइवर के लिए ज्यादा सुविधाजनक होता. डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर ड्राइव मोड के हिसाब से थीम बदलता है. सेंटर कंसोल भी काफी स्पेशियस और प्रैक्टिकल है, जिसमें अच्छा स्टोरेज स्पेस है.
कंफर्ट सर्वोपरि है. सीटें बड़ी और सपोर्टिव हैं. पैनोरमिक मूनरूफ और इसमें लगे इंटीग्रेटेड लाइट पैनल केबिन को रोशन और खुला बनाते हैं. रियर सीट पैसेंजर्स के लिए भी लेगरूम भरपूर है, (इनग्लो प्लेटफॉर्म की वजह से) फ्लोर पूरी तरह फ्लैट है, सभी यात्रियों के लिए टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट हैं और तीन लोग आराम से बैठ सकते हैं.

संगीत प्रेमियों के लिए इसमें 16 स्पीकर वाला प्रीमियम साउंड सिस्टम है, जो बेहतरीन और इमर्सिव अनुभव देता है. एक्सईवी 9ई में ऑटोमैटिक पार्किंग भी है, जिसे ड्राइवर पास हो तो रिमोट की से भी एक्टिवेट किया जा सकता है. यह फीचर समानांतर (पैरलल) और कोणीय (ऐंग्ल्ड) दोनों प्रकार की पार्किंग को आसानी से हैंडल करता है और भारतीय शहरी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ट्यून किया गया है.
एसयूवी दो बैटरी पैक विकल्पों में उपलब्ध है—59केडब्ल्यूएच बैटरी के साथ 227बीएचपी की पावर मिलती है जबकि 79केडब्ल्यूएच बैटरी वर्जन में पावर 282बीएचपी हो जाती है. दोनों में टॉर्क 380एनएम है. एआरएआइ की ओर से प्रमाणित रेंज क्रमश: 542 किमी और 656 किलोमीटर है.
परफॉर्मेंस और राइड क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए इसमें सेमी-एक्टिव डैम्पर्स और वेरिएबल गियर रेशियो स्टीयरिंग सिस्टम है, जिससे कंफर्ट और हैंडलिंग के बीच संतुलन बना रहता है. फ्रंट रो काफी खुली-खुली महसूस होती है और विजिबिलिटी अच्छी है.
लेकिन पीछे की ओर रूफलाइन के नीचे झुकने की वजह से हेडरूम कुछ कम हो जाता है. एसयूवी की हल्के मोड में भी तेज एक्सेलेरेशन मिलती है. ट्रैफिक में स्टीयरिंग हल्का लगता है और टर्निंग रेडियस छोटा है, जिससे इसे चलाना बेहद आसान हो जाता है. कम स्पीड पर राइड क्वालिटी शानदार है और एनवीएच (नॉइस, वाइब्रेशन और हार्शनेस) पैकेजिंग भी बेहतरीन है, जिससे इसके कैबिन के अंदर एक शांत माहौल बना रहता है.
अच्छी बात यह है कि एसयूवी में 'बूस्ट’ मोड भी है, जिसमें कुछ समय के लिए मोटर से पूरी ताकत मिलती है, जिससे ओवरटेकिंग बेहद आसान हो जाती है.
हालांकि, तेज रफ्तार पर गाड़ी का वजन और आकार महसूस होने लगता है, खासकर ब्रेकिंग के समय. ब्रेक पेडल का फील उतना प्रोग्रेसिव नहीं है जितना होना चाहिए था. सेमी-ऐक्टिव डैम्पर्स बॉडी रोल को बहुत हद तक कंट्रोल करते हैं, लेकिन थोड़ा बहुत रोल अब भी महसूस होता है.
खूबियों पर गौर किया जाए तो एक्सईवी 9ई अत्याधुनिक तकनीक, पारिवारिक उपयोगिता और इलेक्ट्रिक परफॉर्मेंस के बीच बेहतरीन संतुलन बनाती है. यह अपने सेगमेंट की सबसे बेहतर हैंडलिंग एसयूवी में से एक साबित हो सकती है.
- राहुल घोष

मोटर-साइकिल एक्सट्रीम की अदा
एक्स्ट्रीम लाइन-अप की यह सबसे ताजा कड़ी हीरो की अब तक की सबसे पॉवरफुल बाइक
हाल ही में हमें हीरो मोटोकॉर्प की एक्स्ट्रीम फैमिली की नई बाइक चलाने का मौका मिला, जो 250 सीसी सेगमेंट में उतरने जा रही है. इसका नाम है एक्स्ट्रीम 250आर और यह पूरी तरह नए प्लेटफॉर्म पर आधारित है.
अगर मुझे इस बाइक के डिजाइन को एक शब्द में बयान करना हो, तो वह होगा 'एग्रेसिव’ (आक्रामक). दूसरा शब्द हो सकता है 'एस्पिरेशनल’ (महत्वाकांक्षी). कुल मिलाकर, सिर्फ 250आर ही नहीं बल्कि पूरी एक्स्ट्रीम लाइन-अप के लिए डिजाइन के मामले में हीरो की सराहना की जानी चाहिए. एक्स्ट्रीम 250आर ट्रेलिस फ्रेम पर आधारित है और इसमें फ्रंट और रियर के वजन को बराबर—50:50—बांटा गया है, जो एक बेहतरीन शुरुआत है.
इस बाइक में 249सीसी का सिंगल-सिलेंडर, लिक्विड-कूल्ड, फोर-वाल्व, डीओएचसी इंजन लगा है, जो करिज्मा एक्सएमआर के 210सीसी इंजन से प्रेरित है. लेकिन हीरो ने इसके इंटरनल्स को पूरी तरह नया बनाया है. जैसे कि इसकी बढ़ी हुई क्षमता एक अलग फ्रैंक की वजह से है, और डीएलसी कोटेड वॉल्व ट्रेन के कारण इंजन में घर्षण कम हो गया है.
इसमें सेमी-ड्राइ सम्प लुब्रिकेशन सिस्टम दिया गया है और हीट मैनेजमेंट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि गर्म हवा राइडर की टांगों से दूर निकले. यह इंजन 30बीएचपी की अधिकतम पावर और 25एनएम का टॉर्क जनरेट करता है, जो इसे हीरो मोटोकॉर्प की भारत में अब तक की सबसे पावरफुल बाइक बनाता है.
इंजन स्टार्ट करते ही एग्जॉस्ट से एक खास बीट सुनाई देती है—रिफाइंड, लेकिन दमदार. लो-एंड पर पावर डिलिवरी थोड़ी नरम है लेकिन जैसे ही 4,000-5,000 आरपीएम के बीच आते हैं, बाइक अपने रुतबे में आ जाती है. 7,000 आरपीएम के आस-पास एक और तेज उछाल महसूस होती है, जो ओवरटेक करते समय काम आती है. 75-80 किमी/घंटा की रफ्तार पर बाइक लगभग 5,000 आरपीएम से कम पर चलती है, जो शहर के लिए एक आदर्श सेटअप है.
एक्स्ट्रीम 250आर की सबसे बड़ी ताकत है इसकी राइड क्वा लिटी और हैंडलिंग. इसमें हल्की-सी स्टिफनेस है, लेकिन खराब सड़कों को यह बिना किसी झटके के सहजता से पार कर लेती है. छोटा व्हीलबेस इसे चुस्त बनाता है, और यह शायद हीरो की अब तक की सबसे बेहतरीन हैंडलिंग बाइक है.
इसकी कीमत 1.80 लाख रु. (एक्स-शोरूम) है, जो इसके मुख्य प्रतिद्वंद्वियों—सुजुकी गिक्सर 250 और केटीएम 250 ड्यूक—से कम है, जो इसे एक शानदार डील बनाती है. यह बाइक तीन कलर ऑप्शन में आती है, जिनमें से मेरा पसंदीदा है 'स्टेल्थ ब्लैक’, जो बाइक को एक दमदार और खतरनाक लुक देता है.
- अभिनव जाखड़