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इंडिया टुडे टॉप कॉलेज सर्वे : मैनेजमेंट सिखाने में इन 10 कॉलेजों का कोई सानी नहीं

इंडिया टुडे-एमडीआरए के टॉप कॉलेज सर्वे के अनुसार देखिए बीबीए की पढ़ाई के लिए कौन से हैं देश के 10 सर्वश्रेष्ठ कॉलेज

शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, नई दिल्ली बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए)
शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज, नई दिल्ली बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए)
अपडेटेड 4 जुलाई , 2024

अंडरग्रेजुएट छात्र बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) की डिग्री हासिल करना चाहते हैं, उनके लिए दिल्ली विश्वविद्यालय का शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज (एसएससीबीएस) व्यापक और अप टू डेट पाठ्यक्रम की पेशकश करता है. इस पाठ्यक्रम में मार्केटिंग, वित्त, मानव संसाधन और परिचालन जैसे बिजनेस विषयों के अलावा डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल मार्केटिंग और आंत्रप्रेन्योरशिप के विषय भी शामिल होते हैं.

एसएससीबीएस बिजनेस मैनेजमेंट की शिक्षा के प्रति अनूठे नजरिए के लिए जाना जाता है और इसका पाठ्यक्रम सैद्धांतिक ज्ञान और प्रैक्टिकल प्रयोगों के मेल के आधार पर तैयार किया गया है. प्राइवेट इक्विटी, हेज फंड और एडवांस डेरिवेटिव जैसे पाठ्यक्रम छात्रों को आज के रोजगार बाजार में सबसे ज्यादा मांग वाले कौशल से गढ़ते हैं. कारोबारी माहौल की असली दुनिया की समझ के लिए व्यावहारिक अनुभव महत्वपूर्ण होता है.

कॉर्पोरेट साझेदारी का इसका शानदार नेटवर्क छात्रों को प्रमुख एमएनसी में इंटर्नशिप के अवसर मुहैया कराता है और उन्हें पेशेवर व्यवस्था में कक्षा में पढ़ी गई जानकारी के प्रयोग का अवसर देता है. संवाद सत्रों, शानदार जॉब प्लेसमेंट के आंकड़ों और सक्रिय एलुमनाइ नेटवर्क से मौजूदा छात्रों को मेंटरशिप और जॉब प्लेसमेंट में मदद मिलती है.

इस चहुंमुखी शिक्षा प्रणाली में एक और बात एक्स्ट्रा करिकुलर गतिविधियों की हैं जो छात्रों में नेतृत्व कौशल और विकास को प्रोत्साहन देती हैं. छात्रों की ओर से चलाई जाने वाली कई समितियां जैसे आंत्रप्रेन्योरशिप सेल, इंटरनेशनल फाइनेंस स्टुडेंट एसोसिएशन और 180 डिग्री कंसल्टिंग इवेंट्स, वर्कशॉप और प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन करती हैं जिससे कि छात्रों को अपना मुख्य कौशल विकसित करने और साथियों तथा प्रोफेशनल्स के साथ नेटवर्क बढ़ाने का अवसर मिले.

यह दूसरों से अलग क्यों है

■ इसका एनएएसी सीजीपीए स्कोर 4 में से 3.50 है
■ कॉलेज के जरिए प्लेसमेंट का विकल्प चुनने वाले 95 प्रतिशत छात्रों को नौकरियां मिलीं
■ छात्रों को 11.27 लाख रुपए के औसत वार्षिक वेतन (देश में) की पेशकश की गई जो बीबीए कॉलेजों में सबसे अधिक है
■ पिछले 5 वर्षों में कॉलेज ने छात्रों के औसत वेतन में 60 प्रतिशत का इजाफा और उनको दिए जाने वाले उच्चतम वेतन में 150 प्रतिशत की वृद्धि देखी है
■ रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (आरओआइ) में इसकी रैंक चौथी है
■ प्राइवेट इक्विटी, हेज फंड, एडवांस डेरिवेटिव जैसे पाठ्यक्रम छात्रों को उसमें जानकार बनाते हैं जिनकी नौकरियों के बाजार में सबसे अधिक मांग है
■ कॉर्पोरेट साझेदारी का इसका नेटवर्क और सक्रिय एलुमनाइ नेटवर्क छात्रों को इंटर्नशिप के अवसरों और बड़ी एमएनसी में जॉब प्लेसमेंट में मदद करता है

क्या आप जानते हैं?

■ एसएससीबीसी भारत में पहला कॉलेज है जिसने अंडरग्रेजुएट मैनेजमेंट कार्यक्रम (पहले बीएमएस या बीबीएस के नाम से जाना जाता था) और विशेषज्ञता वाला अंडरग्रेजुएट फाइनेंस कार्यक्रम शुरू किया (बीबीए-एफआईए)

कैसे चुनें सही संस्थान

डॉ. वैद्यनाथन जयरामन,  — डीन,  अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम्स,   एसपी जैन स्कूल ऑफ  ग्लोबल मैनेजमेंट,  मुंबई

■ छात्रों को उन कोर्सेज को जरुर देखना चाहिए जो उनको छात्र अदला-बदली/ विदेश में पढ़ाई के जरिए वैश्विक अनुभव दिलाएं. इससे उनमें वैश्विक चुनौतियों का सामना करने का विश्वास आएगा
■ एक बीबीए कार्यक्रम उतना ही अच्छा है जितनी अच्छी इसकी पाठ्य सामग्री की गुणवत्ता है. छात्रों को अपडेटेड करीकुलम पर विचार करना चाहिए जो उनको करियर लक्ष्य के साथ-साथ विशेषज्ञता की भी पेशकश करता हो.
■ फैकल्टी की विशेषज्ञता बीबीए कार्यक्रम में शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करती है. एक मजबूत फैकल्टी जो ज्ञान की सृजक है, वह जांच-परख और अन्वेषण की संस्कृति को प्रोत्साहित कर सकती है.
■ क्योंकि मजबूत उद्योग संपर्क नौकरियों के अवसर बढ़ा सकते हैं. छात्रों को नौकरियां हासिल करने में ग्रेजुएट्स की सफलता की दर, स्कूल में भर्ती के लिए आने वाली कंपनियों के प्रकार और करियर सेवा विभाग की ओर से उपलद्ब्रध सेवाओं की भी जांच करनी चाहिए

बीबीए शिक्षा में पांच नए रुझान

डॉक्टर सुजाता खांडई, —डिप्टी डीन (एकेडमिक्स) और निदेशक, एमिटी कॉलेज ऑफ कॉमर्स ऐंड फाइनेंस,  एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा

■ कॉलेज विशेषज्ञता वाले बीबीए कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं जो छात्रों को उनके चुने गए क्षेत्रों जैसे मार्केटिंग, वित्त, मानव संसाधन, परिचालन, उद्यमशीलता और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में कौशल उपलब्ध कराते हैं
■ उद्योग 4.0 अब एक सचाई है और कॉलेज एआइ, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स और डिजिटल मार्केङ्क्षटग जैसी उभरती टेन्न्नोलॉजी पर कोर्स और कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं
■ क्लासरूम शिक्षण अकेले ही छात्रों को वास्तविक जीवन की उन स्थितियों के बारे में बताने में मदद नहीं कर सकता जिसका सामना कंपनियां करती हैं 
■ कॉलेज अब लाइव प्रोजेक्ट‍्स, फील्ड वर्क और उद्योग में इंटर्नशिप को अनिवार्य रूप से जोड़ रहे हैं.
■ दुनिया वैश्विक गांव है और बीबीएम ग्रेजुएट एमएनसी में बहुसंस्कृति वाली टीमों के साथ काम करते हैं. विदेशी भाषा के कोर्स, अंतरराष्ट्रीय छात्र आदान-प्रदान, अंतरराष्ट्रीय संबंध वैश्विक अनुभव दिलाते हैं
■ प्रबंधकों को कॉग्निटिव स्किल, इमोशनल इंटेलिजेंस, क्रिएटिविटी और फिजिकल फिटनेस की जरूरत होती है. साइकोमेट्रिक आकलन, माइंडफुलनेस टेक्नीक्स और खेल छात्रों को व्यापार की दुनिया की जटिलताओं से निबटने के लिए उनके व्यक्तित्व को गढ़ता है

बीबीए की डिग्री के साथ पांच अनूठे जॉब

डॉ. वैद्यनाथन जयरामन, डीन, अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम्स, एसपी जैन स्कूल ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट, मुंबई

डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर: इस काम में सोशल मीडिया, सर्च इंजन और ईमेल का इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन मार्केटिंग अभियान तैयार किए और लागू किए जाते हैं
बिजनेस एनालिस्ट: परफॉर्मेंस को समझने के लिए बिग डाटा का इस्तेमाल करते हुए एआइ और डेटा एनालिटिक्स पर फोकस करता है 
सप्लाइ चेन प्रबंधक: फर्म की आपूर्ति शृंखला ठीक से काम करे, इसे यह पक्का करता है. वह उत्पादन के हर चरण, कच्चे माल की खरीद से लेकर तैयार उत्पाद की डिलिवरी तक की निगरानी करता है
सस्टेनेबिलिटी मैनेजर: फर्म को सलाह देता है कि ऊर्जा दक्षता, वेस्ट में कमी, रीसाइकिल और कॉर्पोरेट सोशल रेस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) की पहलकदमियों सहित पर्यावरण के लिहाज से कैसे जिम्मेदार हुआ जाए
ई-कॉमर्स स्ट्रेटिजिस्ट: यह जॉब रिटेल बिजनेस की ऑनलाइन मौजूदगी और चैनल  परफॉर्मेंस बढ़ाने के लिए रणनीति विकसित करने और लागू करने से संबंधित है

बीबीए के बाद क्या: एमबीए या नौकरी?

■ बीबीए के बाद नौकरी करने या एमबीए की पढ़ाई करने का विकल्प व्यक्तिगत करियर लक्ष्य और वित्तीय स्थितियों पर निर्भर करता है. डॉक्टर जयरामन कहते हैं कि बीबीए पूरा करने के बाद रोजगार बाजार में उतरने के साथ ही किसी को भी नौकरी शुरू कर देनी चाहिए जो वित्तीय आत्मनिर्भरता या छात्र ऋण के भुगतान के लिए महत्वपूर्ण है. जो अपना ज्ञान आधार और उद्यमशीलता कौशल बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए एमबीए करना आदर्श बात है. डॉक्टर जयरामन कहते हैं, "कुछ साल काम करने से किसी को भी अपने करियर लक्ष्य को लेकर स्पष्टता में मदद मिलती है जिससे उसे बाद में एमबीए करने का फैसला करने में सहूलत रहती है."

गुरु वाणी

"हम छात्र केंद्रित नजरिए के जरिए उत्कृष्टता को बढ़ावा देते हैं. हमारी मेधावी फैकल्टी, आधुनिकतम कोर्स और अपनी ही उपलब्धियों से आगे निकलने की अपनी पहचान के साथ हम पिछले 37 साल से सार्थक और प्रासंगिक बने हुए हैं"

—प्रोफेसर पूनम वर्मा, प्रिंसिपल, शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज

पूर्व छात्र की राय

"नेतृत्व, टीम निर्माण, प्रेरणा, संचार और नैतिक व्यवहार की अवधारणाएं, जो पाठ्यक्रम का आवश्यक हिस्सा थीं, मेरे करियर में सफल नेतृत्व के लिए नींव का पत्थर साबित हुईं"

— निकेत कौशिक आइपीएस, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, महाराष्ट्र, बैच 1992

शैली आनंद

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