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व्हाइट पेपर बनाम ब्लैक पेपर : सियासी लड़ाई में बीजेपी-कांग्रेस ने एक-दूसरे की पोल खोल दी

एक ओर संसद में केंद्र की बीजेपी सरकार यूपीए के शासनकाल पर व्हाइट पेपर ले आई तो दूसरी ओर कांग्रेस ने भी मोदी सरकार के 10 सालों पर ब्लैक पेपर जारी कर निशाना साधा

संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (बाएं), ब्लैक पेपर जारी करते कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (दाएं)
संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (बाएं), ब्लैक पेपर जारी करते कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (दाएं)
अपडेटेड 26 फ़रवरी , 2024

8 फरवरी को जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यूपीए सरकार के दौरान 'शासन, आर्थिक और राजकोषीय संकटों' और अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए उठाए गए कदमों पर संसद में व्हाइट पेपर (श्वेत पत्र) पेश कर रही थीं, कुछ ही घंटे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एनडीए सरकार की नाकामियों को उजागर करते हुए एक श्याम पत्र (ब्लैक पेपर) जारी किया और पिछले 10 साल को ''अन्याय का युग'' बताया.

व्हाइट पेपर बनाम ब्लैक पेपर

आर्थिक वृद्धि और रोजगार के मुद्दे पर बीजेपी बनाम कांग्रेस के आंकड़े
आर्थिक वृद्धि और रोजगार के मुद्दे पर बीजेपी बनाम कांग्रेस के आंकड़े

 

हर मुद्दे पर दोनों पार्टियों का आमना-सामना
हर मुद्दे पर दोनों पार्टियों का आमना-सामना
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दोनों पार्टियों के अपने-अपने दावे हैं
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर दोनों पार्टियों के अपने-अपने दावे हैं

 

टैक्स पर भी आर-पार
टैक्स पर भी आर-पार

 - विपुल ग्रोवर

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