इस साल फरवरी में योगी आदित्यनाथ ने आभासी दुनिया में एक नया मकाम हासिल किया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर 2.74 करोड़ फॉलोअर्स के साथ वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाद तीसरे सबसे अधिक फॉलो किए जाने वाले भारतीय राजनेता बनकर उभरे.
उनकी यह लोकप्रियता सोशल मीडिया तक ही सीमित नहीं. इंडिया टुडे देश का मिज़ाज सर्वे में लगातार आठवीं बार देशभर के उत्तरदाताओं ने आदित्यनाथ को 30 मुख्यमंत्रियों में सबसे बेहतरीन माना. यही नहीं, उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. 46.3 फीसद उत्तरदाताओं ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री बताया, जबकि अगस्त, 2023 में यह आंकड़ा 43 फीसद रहा था.
योगी का जलवा लगातार बढ़ने के साथ उनके और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंद केजरीवाल के बीच अंतर भी काफी बढ़ गया है. दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को केवल 19.6 फीसद उत्तरदाताओं का समर्थन मिला है.
राष्ट्रव्यापी स्तर पर आदित्यनाथ की लोकप्रियता का श्रेय अकसर उनके शासन मॉडल को दिया जाता है, जिसमें कानून-व्यवस्था पर सख्त रुख के साथ हिंदुत्व की राजनीति भी शामिल है. ताजा देश का मिज़ाज सर्वे बताता है कि यूपी के इस भगवाधारी मुख्यमंत्री ने गृह राज्य में अपनी स्थिति मजबूत की है.
यूपी में 51.3 फीसद उत्तरदाताओं ने उनके कामकाज पर संतुष्टि जाहिर की, जो पिछले सर्वेक्षण में 46.9 फीसद की तुलना में ज्यादा है. इसने उन्हें अपने गृह राज्यों में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्रियों की श्रेणी में पांच स्थान की छलांग के साथ दूसरे नंबर पर ला दिया है. त्रिपुरा के माणिक साहा के अलावा योगी ही एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनकी लोकप्रियता का ग्राफ उनके गृह राज्य में काफी तेजी से बढ़ा है.
चुनाव दर चुनाव सत्ता विरोधी लहर को मात देते आ रहे ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गृह राज्य में लोकप्रियता के मामले में मुख्यमंत्रियों की सूची में तो अपनी जगह स्थायी ही कर रखी है—उन्होंने लगातार सातवीं बार रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया.
अब, जब कुछ ही महीनों में राज्य में चुनाव होने हैं, यह अद्वितीय उपलब्धि इस 77 वर्षीय सीएम के लिए रिकॉर्ड छठी बार कार्यकाल पक्का कर सकती है. हालांकि, यह बात उनके लिए चिंता का सबब जरूर हो सकती है कि लोकप्रियता का आंकड़ा अगस्त, 2023 में 61.3 फीसद की तुलना में घटकर अब 52.7 फीसद हो गया है.
गृह राज्य में लोकप्रियता के मामले में पटनायक के बाद अगले छह स्थानों पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री ही काबिज हैं, और इन सबको 40 फीसद से ज्यादा उत्तरदाताओं ने अपनी पसंद बताया है. इसकी तुलना में गैर-भाजपाई मुख्यमंत्रियों की लोकप्रियता में कमी आई है. मसलन, केजरीवाल दिल्ली के 36.5 फीसद उत्तरदाताओं की पसंद बनकर उभरे, जो आंकड़ा अगस्त, 2023 के 57.7 फीसद की तुलना में बड़ी गिरावट को दर्शाता है.