हम सब अलग हैं और इस वजह से हमारे वित्तीय लक्ष्य भी अलग होते हैं. कई लोगों की समान इच्छाओं—अपना घर होना, कार खरीदना, बच्चों की पढ़ाई के लिए बचत करना, वगैरह—को समान वित्तीय लक्ष्य नहीं समझ लेना चाहिए. चूंकि हममें से किसी का भी एक जैसा बिल, किराया, कर्ज या जीवनशैली नहीं होती, लिहाजा हमें ऐसे प्लान की जरूरत होती है जो विशेष घड़ियों में हमारे पड़ोसी की नहीं बल्कि हमारी जरूरतें पूरी करे. वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने के लिए उसे ध्यान में रखकर पैसे की बचत करना और निवेश करना शामिल होता है.
चरण 1: अपने वित्तीय लक्ष्यों को सूचीबद्ध करें और उन्हें समय सीमा के आधार पर लघु, मध्यम दीर्घकालिक की श्रेणी में डालें.
चरण 2: हर लक्ष्य के लिए जरूरी लक्ष्य राशि और उन्हें हासिल करने के लिए जितने साल जरूरी हैं, वह डालें.
चरण 3: उन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आपको हर महीने कितनी बचत करने की जरूरत होगी, यह पता लगाने के लिए आप ऑनलाइन उपलब्ध कई कैलकुलेटरों में से किसी की मदद ले सकते हैं. इससे आप हर लक्ष्य के लिए अपेक्षित नतीजे का अंदाजा लगा सकते हैं. आप लक्ष्य जितना ज्यादा दूर रखते हैं, मुनाफा उतना ही अधिक होता है.
वित्तीय लक्ष्यों की सूची बनाना जरूरी है, क्योंकि लक्ष्यों की साफ तस्वीर होने से उसकी दिशा में काम करना आसान हो जाता है. अपने लक्ष्यों को निर्धारित करना अच्छी आदत है, जिससे वे मापने योग्य, यथार्थवादी, समय-उन्मुख और खास बन जाएं.
आम तौर पर एक साल से 18 महीने के लक्ष्य अल्पकालिक प्रकृति के हो सकते हैं, तीन से पांच वर्ष के लक्ष्य मध्यावधि के होते हैं और इससे ज्यादा लंबी अवधि के लक्ष्यों को दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों की श्रेणी में रखा जा सकता है. वित्तीय लक्ष्यों को प्राथमिकता के आधार पर भी सूचीबद्ध किया जा सकता है; मिसाल के तौर पर छुट्टियां बिताने की तुलना में बच्चों की शिक्षा के लिए पैसे बचाने के लक्ष्य को प्राथमिकता मिलनी चाहिए.
कितना बचाना है?
हम सभी की मासिक आय, मासिक किराया, मासिक खर्च होता है, तो मासिक बचत और प्रत्येक वित्तीय लक्ष्य के लिए निवेश क्यों नहीं होना चाहिए? म्यूचुअल फंड एसआइपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) ऐसा साधन है जिसने हर किसी के बचत और निवेश के तरीके को बदल दिया है.
इसके साथ ही ऑनलाइन टूल की मदद से प्रत्येक वित्तीय लक्ष्य को लक्षित करने के लिए हर महीने जरूरी राशि तय कर सकते हैं. यह दो तरह से काम करता है—आप नियमित रूप से प्रत्येक वित्तीय लक्ष्य के लिए बचत करते हैं और आप प्रत्येक लक्ष्य के प्रति अपनी बचत द्वारा की गई प्रगति को ट्रैक करते हैं (देखें: वित्तीय लक्ष्य पाने के लिए एसआइपी).
कोई वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करने के दृष्टिकोण का पालन करके बचाने के लिए जरूरी धन का जुगाड़ करने से लक्ष्य आसान लगने लगता है और इससे आपको प्रत्येक वित्तीय लक्ष्य के लिए विशेष रूप से बचत करने में मदद मिलती है. अपने वित्तीय लक्ष्यों पर नजर रखकर आप उन पर काम करने के लिए प्रेरित होंगे और वक्त पर उन्हें हासिल करने के लिए अपनी बचत के मामले में अनुशासित रहेंगे.
—नारायण कृष्णमूर्ति