कुमार विश्वास
49 वर्ष
कवि
क्योंकि कविता की वजह से मशहूर होकर सियासत में आए. अण्णा आंदोलन के समय सियासत में सक्रिय कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में शुमार हैं. पर सियासत में दलीय राजनीति के कड़वे तजुर्बों ने उन्हें वापस कविता की तरफ मोड़ दिया. विश्वास अब ज्यादा तल्ख हो गए हैं
क्योंकि वे हिंदी कविता के सबसे महंगे मंचीय कवियों में एक माने जाते हैं. उनकी शुरुआती कविता 'कोई दीवाना कहता है' अब भी बेहद लोकप्रिय, कई नवोदित कवि उनकी नकल करने लगे हैं
क्योंकि अमेठी से 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को चुनावी टक्कर दी. अब ट्विटर पर अरविंद केजरीवाल पर निशाना टिकाते हैं
दो टूक
सियासत में मेरा खोया या पाया हो नहीं सकता, सृजन का बीज हूं मिट्टी में जाया हो नहीं सकता.
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