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कैसे करें सही बीमा का चयन

आजीवन बीमा योजना परिवार के लिए किसी विरासत योजना के तौर पर काम करती है जिसमें कोई व्यक्ति अपनी मृत्यु के बाद अपने प्रियजनों के लिए एक सुरक्षित राशि छोड़ जाता है.

लाइफ इंश्योरेंस
लाइफ इंश्योरेंस
अपडेटेड 8 जनवरी , 2019

जो  लोग किसी तरह के जोखिम से दूर रहना चाहते हैं, उनके लिए सावधि जमा निवेश का सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है लेकिन फिक्स्ड रिटर्न के निवेश पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं. अपने लिए बीमा की कोई उपयुक्त योजना लेने से पहले आपको बहुत छानबीन और तमाम योजनाओं से तुलना करने की जरूरत होती है. सेंट्रम ग्रुप के प्रमुख अनिरुद्ध जैन कहते हैं, ''बाजार में उपलब्ध तमाम बीमा योजनाएं अलग-अलग वित्तीय जरूरतों के लिए होती हैं जैसे नियमित आय के लिए मियादी पॉलिसी, नियमित बचत के लिए एंडोमेंट पॉलिसी, धन संग्रह के लिए यूनिट से संबद्ध बीमा योजना (यूएलआइपी).''

लोग अक्सर विशुद्ध बीमा प्रोडक्ट के मामले में आजीवन योजना (होल लाइफ टर्म प्लान) और किसी नियमित योजना के बीच निर्णय नहीं कर पाते और दुविधा में पड़ जाते हैं. रेगुलर टर्म प्लान अपेक्षाकृत सस्ता होता है जबकि आजीवन योजना लंबी अवधि के लिए सुरक्षा देती है. आजीवन योजना और रेगुलर योजना के बीच चुनाव करने की दुविधा को दूर करने के लिए हम यहां दोनों योजनाओं के नफे और नुक्सान को समझने की कोशिश करते हैं.

दोनों में अंतर

पॉलिसीबाजार.कॉम के एसोसिएट डायरेक्टर और क्लस्टर प्रमुख (लाइफ इंश्योरेंस) संतोष अग्रवाल कहते हैं, ''नियमित अवधि जीवन बीमा एक विशुद्ध सुरक्षा देने वाली योजना है और योजना की अवधि तक आपको सुरक्षा देती है जबकि आजीवन बीमा जीवन के अंत तक सुरक्षा देती है और आपको गारंटीशुदा रकम का भुगतान करती है.''

आजीवन बीमा योजना परिवार के लिए किसी विरासत योजना के तौर पर काम करती है जिसमें कोई व्यक्ति अपनी मृत्यु के बाद अपने प्रियजनों के लिए एक सुरक्षित राशि छोड़ जाता है. मृत्यु के बाद मिलने वाले लाभ के अलावा इसमें परिपक्वता और जीते जी एक निश्चित रकम मिलती है. इसके साथ ही यह योजना उसके जीवन भर चलती रहती है. अगर पॉलिसी धारक पॉलिसी की अवधि से ज्यादा समय तक जीवित रहता है तो उसे परिपक्वता का लाभ भी मिलता है.

इस पॉलिसी का नकारात्मक पक्ष यह है कि इसका प्रीमियम ज्यादा होता है. साथ ही इसकी फीस और कमिशन भी अधिक होता है और इसमें कई शर्तें भी लागू हो सकती हैं.

दूसरी तरफ रेगुलर या नियमित जीवन बीमा पॉलिसी के सकारात्मक बिंदुओं में प्रीमियम की कम दर, टैक्स का लाभ और अपेक्षाकृत कहीं ज्यादा निश्चित रकम जैसे फायदे शामिल हैं. आप इस तरह का कोई टर्म प्लान आसानी से ले सकते हैं क्योंकि इन्हें समझना आसान होता है.

लेकिन इस तरह की योजनाओं की कुछ खामियां या नकारात्मक पक्ष भी हैं. आजीवन जीवन बीमा योजना के विपरीत नियमित जीवन बीमा योजना में कोई परिपक्वता लाभ नहीं होता और इसका प्रीमियम भी भविष्य में बढ़ सकता है. साथ ही यह आजीवन बीमा योजना की तरह पूंजी की वृद्धि में भी सहायक नहीं होती है.

युवा बनाम वृद्ध और जोखिम की क्षमता

ओरोवेल्थ के सह-संस्थापक विजय कुप्पा कहते हैं कि ''कोई भी बीमा योजना लेते समय आयु, जोखिम उठाने की क्षमता और वित्तीय उद्देश्य को ध्यान में रखना जरूरी है. युवा पीढ़ी वित्तीय सुरक्षा के लिए कोई रेगुलर बीमा योजना ले सकती है और बाद में मिलने वाली रकम को बाजार में निवेश कर सकती है ताकि पूंजी में वृद्धि की जा सके. लेकिन जो 40 साल या उसके ऊपर के हैं, उन्हें आजीवन बीमा योजना का विकल्प चुनना चाहिए.''

विशेषज्ञों का कहना है कि हर किसी को कोई नियमित जीवन बीमा लेना चाहिए क्योंकि यह एक विशुद्ध सुरक्षित योजना है जो मृत्यु के बाद निर्भर व्यक्तियों को वित्तीय लाभ देती है. लेकिन अगर आपके ऊपर जिम्मेदारियां हैं और आप गारंटीशुदा रकम चाहते हैं तो आजीवन बीमा योजना बेहतर है.

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