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जानें हरफन मौला बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह की अनकही कहानी

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के दिन में सामाजिक कार्यकर्ता और रात में मनोरंजन कलाकार तक कई रूप हैं, उनकी कहानी किसी बॉलीवुड मसाला फिल्म से कतई कम नहीं.

अपडेटेड 30 दिसंबर , 2014

‘‘हमें मारना, अपने आपको मारने के बराबर है’’-देश के सबसे नए, स्थूलकाय सिनेमाई ‘‘सुपर हीरो’’ का यह गंभीर वाक्य लगभग एक चेतावनी की तरह सुनाई देता है. आप मानना चाहें, तो यह उन लोगों को फिर याद दिलाने के लिए है, जिन्हें वे अपना ‘‘उत्पीड़क’’ मानते हैं, कि 5 करोड़ प्रशंसकों के बूते उन्हें कम करके आंकना आसान नहीं होगा. और 16 जनवरी को देश भर में 3,000 परदों पर उनकी पहली फिल्म एमएसजी (मैसेंजर ऑफ गॉड के लिए संक्षेप शब्द) के दिखाए जाने के बाद प्रशंसकों की यह संख्या निश्चित रूप से और बढऩे वाली है.

ये हैं 47 वर्ष के गुरमीत राम रहीम सिंह-योगी, सामाजिक कार्यकर्ता, जिन्हें उनके नेतृत्व में चल रहा बहुधर्मी संप्रदाय-डेरा सच्चा सौदा-एक ‘‘सूफी अंदाज वाले संत’’ के रूप में पेश करता है.  लेकिन देश और विदेशों में 5 करोड़ से अधिक अनुयायी उन्हें ‘‘साक्षात भगवान’’ मानते हैं.
लेकिन उनके समर्थकों के समूह के बाहर के अधिकांश लोग उन्हें संभवतः पाखंडी बाबा ज्यादा मानेंगे, जिस पर अनेक तरह के अत्याचारों के आरोप हैं-यौन उत्पीडऩ, बलात्कार, हत्या के दो मामले, और हाल ही में 23 दिसंबर को, समर्थकों का जबरन बधिया करने के आरोपों पर अदालत के आदेश पर शुरू की गई सीबीआइ जांच.

डेरे के मुख्य प्रवक्ता आदित्य इनसान जोर देकर कहते हैं,  ‘‘हमेशा एक और कहानी होती है, जो अक्सर असली सचाई के करीब होती है.’’ आदित्य इनसान दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से प्रशिक्षित नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं, और गुरमीत को भगवान मानते हैं.
हालांकि डेरा प्रमुख के खिलाफ आरोपों पर फैसला अभी होना बाकी है और प्रवक्ता कहते हैं कि ‘‘13 वर्ष बाद भी सीबीआइ अभी तक यह पता लगाने के लिए जूझ रही है कि यौन दुराचार का आरोप लगाने वाला पहला पत्र (2002 में) कहां से भेजा गया था.’’ गुरमीत की कहानी का दूसरा पक्ष निश्चित रूप से अविश्वसनीय है.

राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के भूस्वामी जाट सिख दंपती मगहर सिंह और नसीब कौर की एकमात्र संतान गुरमीत सिंह को डेरे का नेतृत्व विरासत में तब मिला, जब उसके वयोवृद्ध प्रमुख शाह सतनाम सिंह ने 1990 में गद्दी उन्हें सौंप दी.
गुरमीत सिंह के नेतृत्व में डेरा समर्थकों की संख्या करीब दस लाख से 50 गुना से अधिक बढ़ गई. इनसान का दावा है कि ‘‘गुरुजी के लगभग 70 फीसदी अनुयायी युवा हैं, जिन्होंने मादक द्रव्यों, मांसाहार और अनैतिकता को त्यागने का फैसला किया है.’’ इनसान जोर देकर कहते हैं कि ये वे तीन मूलभूत नियम हैं, जिनका पालन उनके सभी अनुयायियों को कड़ाई से करना होता है.

अपने समर्थकों में युवा लोगों की यह भारी संख्या ही गुरमीत राम रहीम सिंह को गीत, नृत्य और अंततः सिनेमा की ओर ले आई. दो महीने पहले अपने पहले मीडिया संवाद के दौरान उन्होंने एक रिपोर्टर से स्वीकार किया कि ‘‘यह युवाओं को आकर्षित करने के लिए एक चाशनी में लिपटी कुनैन की गोली है.’’

डेरा प्रमुख की पहली सिनेमाई प्रस्तुति दृ एमएसजी- बॉलीवुड के सभी फॉर्मूला फिल्मों की तरह है, जिसमें बुराई पर सत्य की विजय होती है. मन परिवर्तन करने वाली इस एक बेहद तीखी नाटकीय प्रस्तुति में रैप और रॉक संगीत की भरमार है, नृत्य और ऐक्शन दृश्यों की झड़ी है, बुरे लोगों की मलामत की गई है, जिसके बारे में उनका मानना है कि यह युवा लोगों को नशीले पदार्थों और अनैतिक व्यवहार से दूर करेगी.

मुख्य अभिनेता, सह-निदेशक, गीतकार, पार्श्व गायक, फिल्म के सेट और कॉस्ट्यूम डिजाइनर गुरमीत राम रहीम सिंह ने फिल्म में खुद को एक विराट महानायक के रूप में पेश किया है, ऐसे असंभव स्टंट किए हैं, जो शायद दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत को भी अपनी किंवदंती बन चुकी फिल्मी हरकतों पर नए सिरे से विचार करने के लिए बाध्य कर दें. राम रहीम सिंह को खास तौर पर तैयार की गई सुपरबाइक्स चलाते हुए, हर सतह पर चल सकने वाले वाहनों और यहां तक कि हेलीकाप्टरों तक से छलांग लगाते हुए दिखाया गया है, जो संभवतः जेम्स बांड और अक्षय कुमार की फिल्मों से प्रेरित है.

गीत और नृत्य के साथ राम रहीम सिंह का रिश्ता तीन वर्ष पहले तब शुरू हुआ जब उन्होंने अपना पहला रू-ब-रू रॉक सत्र का मंचन अक्तूबर 2011 में किया था. एक महीने पहले तक वे हरियाणा के सिरसा के बाहरी इलाके में अपने मुख्यालय से लेकर दिल्ली, मुंबई और अपने गृह राज्य राजस्थान में कई स्थानों पर 102 संगीत समारोहों में प्रस्तुति दे चुके थे.
बाबा गुरमीत राम रहीम पर अनाचार के भी कई आरोप
डेरा प्रबंधकों का दावा है कि हर कंसर्ट में एक लाख से अधिक उत्साही प्रशंसक शामिल होते थे. यह स्पष्ट करते हुए कि वे केवल आधुनिक संगीत को चुनते हैं कि क्योंकि इन दिनों युवा लोग शास्त्रीय संगीत नहीं समझते, वे कहते हैं, ‘‘मेरे सभी गीत-रॉक, पॉप, रैप, हिप-हॉप और मेलोडी- परमेश्वर को समर्पित और युवाओं को प्रेरित करने के लिए हैं.’’

इतना ही नहीं, इनसान गर्व से बताते हैं, ‘‘गुरुजी अपने गीत स्वयं लिखते हैं और सभी 1,000 गीतों के संगीत की धुन भी खुद बनाई है.’’
लेकिन ठहरिए, डेरा और उसके प्रमुख के बारे में इनसान जो कुछ बताते हैं, उस बारे में बहुत सारी अप्रकाशित ‘‘वैकल्पिक कहानियां’’ मौजूद हैं.
कानूनी मुसीबतों की अंतहीन जंजाल के बावजूद, राम रहीम सिंह के नेतृत्व में डेरे ने उपलब्धियों की एक ऐसी प्रभावी और लंबी सूची अपने नाम दर्ज करा ली है, जो अधिकांश अन्य सामाजिक संगठनों को हैरान कर डालेगी.

सार्वजनिक कल्याण की 104 परियोजनाओं में एक, डेरा सच्चा सौदा का स्वैच्छिक रक्तदान अभियान भी है जिसमें अब तक 3,00,000 से अधिक लीटर रक्त एकत्रित किया गया है, जिससे उसका नाम लगातार तीन बार गिनेज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है. डेरे को वृक्षारोपण, नशा मुक्ति, आंखों के उपचार, मधुमेह और हृदय के अस्पतालों और सफाई अभियानों के लिए 13 बार गिनेज पुरस्कार मिल चुका है. सिरसा स्थित शाह सतनाम जी स्पेशियलिटी अस्पताल के तत्वावधान में स्वास्थ्य अभियानों को अमेरिकन सोसायटी ऑफ इकोकार्डियोग्राफी, अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी से भी मान्यता मिली है, और तीन वर्ष पहले बिल ऐंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन से अनुदान मिला है.
इसके अलावा, 2001 के गुजरात भूकंप से शुरू होकर, 2013 में उत्तराखंड में विनाशकारी बाढ़ तक और इस वर्ष के शुरू में कश्मीर में बाढ़ तक, शाह सतनाम जी ग्रीन ‘‘एस’’ वेल्फेयर फोर्स विंग ने बेहद प्रतिकूल परिस्थितियों में आपदा राहत पहुंचाई है. यह अब 70 हजार प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का एक सामूहिक बल बन चुका है.

राम रहीम सिंह जोर देकर कहते हैं कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं. वे शराब और मादक द्रव्यों के गिरोहों और उनके राजनैतिक आकाओं के ‘‘षड्यंत्र’’ की तरफ इशारा करते हैं, जो,  उनके अनुसार, डेरा सच्चा सौदा के शराब और नशीले पदार्थों के खिलाफ चलाए अभियानों के परिणामस्वरूप अपना धंधा खो रहे हैं.
डेरे के दावों के अनुसार, 1990 में राम रहीम सिंह के गद्दी संभालने के बाद से डेरा ‘‘करीब पांच करोड़ लोगों को शराब और नशीली दवाओं के चंगुल से छुड़ा चुका है.’’ इनसान टोहाना के रहने वाले एक व्यवसायी पुरुषोत्तम दास मित्तल का उदाहरण देते हैं, जिन्होंने 1990 के दशक में डेरा प्रमुख से आशीर्वाद मिलने के बाद अपनी शराब की 100 दुकानें स्वेच्छा से बंद कर दी थीं.

सिरसा शहर के बाहर लंबी-चौड़ी बंजर भूमि में, जहां उनके पूर्ववर्तियों ने पहला आश्रम स्थापित किया था, वहां से शुरू होकर डेरा सच्चा सौदा अब तक कैलिफोर्निया, विक्टोरिया (ऑस्ट्रेलिया), ब्रिटेन, कनाडा और दुबई में छोटे प्रवासी समुदायों के अलावा देश भर में 46 केंद्रों में फैल चुका है.
जाहिर है, तेजी से फैलते डेरा सच्चा सौदा समुदाय ने, जिसका पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में काफी असर है, इतने बरसों में हर तरह के नेताओं को राम रहीम सिंह के दरवाजे पर ला खड़ा किया है, प्रत्येक नेता उनका आशीर्वाद मांगता है, और हर चुनाव से पहले उनका कृपापात्र बनना चाहता है.
हालांकि डेरा प्रमुख जोर देकर कहते हैं कि उन्होंने कभी भी किसी विशेष नेता या राजनैतिक पार्टी के पक्ष में वोट करने के लिए अपने अनुयायियों को निर्देशित नहीं किया है, इसके बावजूद डेरे की राजनैतिक शाखा-साध संगत राजनैतिक-हमेशा ही किसी भी विधानसभा या लोकसभा चुनाव के पहले पसंदीदा राजनैतिक दिशा का एक स्पष्ट संकेत भेजती है.

इसी तरह, इस वर्ष हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान के बस चंद दिन पहले, डेरा सच्चा सौदा की राजनैतिक शाखा ने बीजेपी को समर्थन देने की घोषणा की. ऐसा तब हुआ, जब पार्टी के हरियाणा चुनाव प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने बीजेपी के 40 उम्मीदवारों के साथ डेरा प्रमुख से मुलाकात की.
यह भी महत्वपूर्ण है कि भगवा पार्टी को समर्थन करने के फैसले के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नारनौंद में एक चुनाव भाषण के दौरान डेरा सच्चा सौदा के सफाई अभियानों की सार्वजनिक तौर पर प्रशंसा की थी. राम रहीम सिंह कहते हैं, श्श्लेकिन हम हमेशा उन लोगों के साथ रहे हैं, जो सफाई और सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध होते हैं.’’

हालांकि फिलहाल, जब चुनाव बीती बात हो चुके हैं और उन्हें खुद प्रधानमंत्री की ओर से प्रशंसा मिल चुकी है, राम रहीम सिंह पूरी तरह अपनी उस पहली फिल्म की अगली कड़ी की शूटिंग में व्यस्त हो गए हैं, जो अभी तक रिलीज नहीं हुई है. अपनी पहली फिल्म की तरह एमएसजी-2 में भी डेरा प्रमुख मुख्य नायक और सुपर हीरो के रूप में दिखेंगे, जो राजस्थान के दूरदराज जिलों में आदिवासियों की मुक्ति के लिए लड़ाई लड़ रहा होगा.
इस बीच, एमएसजी, जिसके अधिकृत नाट्य ट्रेलर पर (25 दिसंबर दिन में 12 बजे तक) यूट्यूब पर 14 लाख 24 हजार 600 की हैरतअंगेज संख्या में लोगों ने अपने विचार दर्ज कराए थे, अब राजधानी में 16 जनवरी को एक भव्य खुले मंच पर प्रीमियर शो के लिए तैयार है. डेरा और उसके प्रमुख एक और रिकॉर्ड बनाने पर आमादा हैं. इस बार यह रिकार्ड बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस के नाम पर बनेगा.

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