सवाल जवाब
● एलियन एक नामी-गिरामी फ्रेंचाइजी है और ओटीटी पर फारगो सीरीज के चलते नोआ हॉले का भी बतौर लेखक-निर्देशक बड़ा नाम है. एलियन: अर्थ आप तक कैसे पहुंची?
पिछले 2-3 साल से मैं इसके लिए लॉस एंजेलिस और लंदन में ऑडिशन देता आ रहा था. शॉर्टलिस्ट होते आने के बावजूद बात नहीं बन रही थी. एलियन के दूसरे और तीसरे दौर के लिए ऑडिशन शुरू होने पर मेरे एजेंट ने जब बताया कि नोआ मुझसे बात करना चाहते हैं, तो भी मुझे यकीन नहीं था कि यह मेरे हाथ लगेगा.
उन्होंने जब मुझे कॉल की और बताया कि द व्हाइट टाइगर में मेरे काम के वे फैन हैं, मुझे समझ नहीं आया कि क्या कहूं. उसके बाद उन्होंने स्लाइटली वाला पार्ट ऑफर किया. फिर तो शूटिंग के लिए छह महीने बैंकॉक में डेरा डला. यही याद है.
● साइंस-फिक्शन के इस कदर दीवाने हैं आप?
सच पूछिए तो नहीं. बचपन में मैंने रिडले स्कॉट की एलियन समेत मुख्य धारा वाली ऐसी कुछ ही फिल्में देख रखी थीं. चुन लिए जाने पर मैंने जेम्स कैमरन और डेविड फिंचर के वर्जन भी देखे और इस पूरी दुनिया के बारे में पढ़ा. वरना मैं वहां सेट पर जाकर सिर-पैर जाने बिना बैठा रहता, बहुत अटपटा लगता. और मैं वहां अपने देश का भी तो प्रतिनिधित्व कर रहा था.
● इस जॉनर में किसी प्रोजेक्ट की खूबी इसी में होती है कि वह अपने को आज से कैसे जोड़ता है. एलियन: अर्थ में क्या आपके लिए वह हो पा रहा है?
एकदम. नोआ दरअसल दर्शकों के सामने एक बड़ा आईना ही रख रहे हैं जिसमें वे देख सकें कि वे क्या हैं, उन्होंने क्या किया है और वे क्या कर पाने में सक्षम हैं. मेरे लिए तो यह इस बात का आईना है कि समाज जा किस दिशा में रहा है—और यकीन जानिए, यह बेहद खतरनाक है.
● द व्हाइट टाइगर के बाद यह आपका पहला अंतरराष्ट्रीय काम है. इससे आप क्या हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं?
इस तरह के काम के लिए अरसे से मैं इंतजार में था. मैं ऐसे डायरेक्टर्स के साथ काम करने का भूखा हूं जिनका मैं सम्मान करता हूं, जिन्हें प्यार करता हूं और जो मुझे प्रेरित करते हैं. एलियन सीरीज में और नोआ हॉले के साथ काम के बाद मैं और भी रोचक प्रोजेक्ट मिलने की उम्मीद कर रहा हूं.