
कान को मोहतरमा कपाडिया से बिलाशक बहुत मोहब्बत है. ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग (2021) के लिए बेस्ट डॉक्युमेंटरी का द गोल्डन आईअवार्ड जीता और फीचर फिल्म ऑल वी इमैजिन ऐज लाइट (2024) से ग्रेटा जर्विग की अगुआई वाली ज्यूरी का मन मोहकर दूसरा सबसे बड़ा इनाम ग्रां प्री हासिल किया.
इस बार कपाडिया पाला बदलकर ज्यूरी में शामिल हो रही हैं. वे प्रेसिडेंट इसाबेल ह्यूपर्ट, ऑस्कर विजेता हेली बेरी, कोरियाई फिल्मकार हाँग साँग-सू, अभिनेता जेरेमी स्ट्रांग और दूसरे दिग्गजों की कतार में बैठकर मुख्य मुकाबले की 21 फिल्में देखेंगी और शीर्ष पुरस्कारों के लिए उनकी खूबियां-खामियां तोलेंगी.

नीरज घेवान

मसान के फिल्मकार को अपनी दूसरी फीचर फिल्म बनाने में एक दशक लगा. होमबाउंड का वर्ल्ड प्रीमियर कान की मुख्य सैरगाह क्रोइसेट पर होगा और यह अन सर्टेन रिगार्ड श्रेणी में शामिल होगी.
ईशान खट्टर, विशाल जेठवा और जाह्नवी कपूर की अदाकारी से सजी और धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तली बनी इस ड्रामा फिल्म के साथ एक पहलू जुड़ा जब मशहूर अमेरिकी फिल्मकार मार्टिन स्कॉर्सीजी ने एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के रूप में साथ आकर इसकी पीठ पर हाथ रख दिया.
सत्यजीत रे फिल्म ऐंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट

कान में कपाडिया का सफर प्रतिस्पर्धा से इतर छात्रों की लघु फिल्मों को बढ़ावा देने वाले ला सिनेफ से शुरू हुआ. इस बार प्रोड्यूसर साहिल मनोज इंगले और आईसीसीआर अफ्रीकी स्कॉलरशिप के तहत एसआरएफटीआई कोलकाता में पढ़ रहे इथियोपियाई छात्र कोकोब गेब्रेहावेरिया टेस्फे ने अ डॉल मेड अप ऑफ क्ले के साथ इसमें अपनी जगह बनाई है.
''विस्थापन, क्षति और सांस्कृतिक दृढ़ता की ताकतवर पड़ताल" बताई जा रही 23 मिनट की यह फिल्म नाइजीरियाई नौजवान इब्राहिम अहमद की कहानी है जिसका भारत में पेशेवार फुटबॉल खेलने का सपना करियर को खत्म कर देने वाली चोट लगने से चकनाचूर हो जाता है.