2. गौतम अडानी, 59 वर्ष, चेयरमैन, अडाणी ग्रुप
क्योंकि जब ज्यादातर कारोबार नकदी बचा रहे और निवेश में कटौती कर रहे हैं, पहली पीढ़ी के इस कारोबारी ने सड़कों, बिजली, हवाई अड्डों और सौर ऊर्जा सरीखे बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में अडानी साम्राज्य का आक्रामक विस्तार किया और शेयरधारकों के लिए 100 अरब डॉलर (7.5 लाख करोड़ रुपए) से ज्यादा की संपदा निर्मित की.
क्योंकि बंदरगाह, सड़कें, बिजली, स्वच्छ ऊर्जा और खनन क्षेत्रों में समूह की छह सूचीबद्ध कंपनियों ने वित्त वर्ष 21 में 68,225 करोड़ की आमदनी हासिल की. 19 अक्तूबर को समूह की बाजार पूंजी 122 अरब डॉलर (9 लाख करोड़ रु. से ज्यादा) थी.
क्योंकि वे तीन साल में देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट संचालक बनकर उभरे, जब समूह की कंपनी अडाणी एयरपोर्ट्स ने बीते साल सात हवाई अड्डों का संचालन संभाला, जिनमें देश का दूसरा सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डा मुंबई भी है, साथ ही वे निर्माणाधीन नवी मुंबई हवाई अड्डे का संचालन भी करेंगे
क्योंकि वे स्वच्छ ऊर्जा कारोबार पर बहुत जोर दे रहे हैं, उन्होंने उपकरण मैन्युफैक्चरिंग इकाइयां और बुनियादी ढांचा स्थापित करने के लिए अगले 10 साल में 20 अरब डॉलर (1.5 अरब रुपए) से ज्यादा के निवेश का ऐलान किया है
क्योंकि महामारी के दौरान उन्होंने डेटा सेंटर, सुपर ऐप और औद्योगिक क्लाउड को जोड़कर परिवर्तनकारी डिजिटल कारोबार में कदम रखा, एईएल और ऐजकनेक्स के बीच संयुक्त उद्यम में डेटा सेंटर अडानीकनेक्स बनाया, ताकि अगले दशक के दौरान 1 गीगावाट डेटा सेंटर क्षमता विकसित कर सकें
मदद का हाथ समूह के हवाई, जमीनी, सड़क, रेल और समुद्र-आधारित लॉजिस्टिक्स नेटवर्क की पूरी ताकत का इस्तेमाल देश भर में कोविड के जरूरतमंद मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए किया और इस मई में 780 टन तरल ऑक्सीजन की ढुलाई में सक्षम 48 क्रायोजेनिक टैंक खरीदे.
अडानी फाउंडेशन ने देश में अपनी तरह के एक सबसे बड़े निजी कार्यक्रम में 33,000 बच्चों को कुपोषण से बाहर निकाला
रफ्तार का शौक वे एक लाल फरारी सहित लग्जरी कारों के पूरे एक बेड़े के मालिक हैं