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दहशत और नाउम्मीदीः मध्य प्रदेश

सभी राज्यों में स्वास्थ्य सेवाएं चरमराईं, अस्पतालों में बिस्तर पाने के लिए हाथ-पैर मार रहे मरीज, कोविड टेस्ट रिपोर्ट आने में कई-कई दिन लग रहे और ऑक्सीजन तथा जरूरी दवाइयों की भारी किल्लत.

राहुल नरोन्हा पास एक गांव में वैक्सीनेशन कार्यक्रम
राहुल नरोन्हा पास एक गांव में वैक्सीनेशन कार्यक्रम
अपडेटेड 12 मई , 2021

मध्य प्रदेश
इस साल 21 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य की कोविड रणनीति की समीक्षा बैठकें फिर शुरू कीं. ये बैठकें पिछले साल संक्रमण के मामले कम होने लगे तो छोड़ दी गई थीं. लेकिन कोविड की दूसरी लहर का प्रकोप बढ़ा तो राजधानी भोपाल और वाणिज्यिक केंद्र इंदौर का स्वास्थ्य ढांचा अप्रैल के पहले हफ्ते में ही चरमरा गया.

सरकार की शुरुआत में मास्क पहनने की अपील, रात को/सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाने, महाराष्ट्र से जुड़े जिलों में स्क्रीनिंग की संख्या बढ़ाने जैसी कोई कार्रवाई काम न आई. एक वरिष्ठ अफसरशाह का दावा है कि राजस्व घाटे के मद्देनजर पूरी तरह लॉकडाउन के ऐलान का कई हलकों से विरोध हो रहा है. वे यह भी कहते हैं, ''भोपाल में रात के कर्फ्यू के वक्त भी शराब की दुकानें खुली रहीं.’’ 

18 अप्रैल को पूरे मध्य प्रदेश में 38,915 कोविड बिस्तर उपलब्ध थे जबकि संक्रमण के सक्रिय मामले 68,576 थे और उस दिन 12,248 नए मामले दर्ज हुए थे. भोपाल और इंदौर में तब से आइसीयू के बिस्तर भरे पड़े हैं. कोविड की वजह से करीबी दोस्त गंवा बैठने वाले भोपाल के जयेश दुग्गल कहते हैं, ‘‘बचपन के दोस्त अस्पताल मालिक भी कोई मदद कर पाने की स्थिति में नहीं थे.’’ टेस्ट भी नाकाफी हो रहे हैं. 18 अप्रैल को करीब 54,000 आरटी-पीसीआर टेस्ट हुए लेकिन टेस्ट रिपोर्ट आने में देरी हो रही है, जिसका असर इलाज पर पड़ रहा है.

फैविपीरवीर, रेमडेसिविर और टोसिलिजुमाब जैसी जरूरी दवाइयों का स्टॉक अप्रैल के दूसरे हफ्ते में खत्म हो गया. इसलिए कालाबाजारी हर तरफ बेइंतहा है. रेमडेसिविर का एक इंजेक्शन 20,000 रु. में बिक रहा है. इससे भी बदतर यह कि भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज से रेमडेसिविर इंजेक्शन के तकरीबन 850 वायल चोरी हो गए. यही हाल ऑक्सीजन सप्लाई का है.

18 अप्रैल को शहडोल मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में कम से कम छह मौत दर्ज हुई. डॉक्टरों का कहना है कि यह ऑक्सीजन की आपूर्ति न होने से हुई जबकि अधिकारी इससे इनकार करते हैं. स्वास्थ्य विभाग की योजना 30 अप्रैल तक 70,000 कोविड बिस्तर बढ़ाने की है, जिसमें 9,300 आइसीयू और 27,000 ऑक्सीजन बिस्तर होंगे. ऑक्सीजन की आपूर्ति में इजाफे के लिए करीब 2,000 ऑक्सीजन कंसेनट्रेंटर मशीन भी खरीदी जा रही हैं.

पॉजिटिव दर
24.76 %
सक्रिय मामले
171,602
कोविड से मौत
848

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