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पोज बनाएं

दाहिने कान को दाहिने कंधे की तरफ दबाएं, गर्दन के बाएं हिस्से को लंबा करें, फिर इसका उल्टा करें. हर तरफ के लिए दस बार सांस रोकें.

तन्वी मेहरा
तन्वी मेहरा
अपडेटेड 28 मार्च , 2020

मुंबई में टैंजेरिन स्टूडियो चलाने वाली और हठ एवं अष्टांग योग में प्रशिक्षित तन्वी मेहरा के लिए लॉकडाउन का मतलब है आखिरकार अपनी कक्षाएं ऑनलाइन लेना. मेहरा कहती हैं, ''मैं हमेशा से ऐसा करना चाहती थी, लेकिन अब मेरे पास इसके और भी कारण हैं.'' मध्य मार्च में उन्होंने अपनी होम सीरीज पर प्रैक्टिस की शुरुआत कर दी.

22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन उन्होंने अपने 36 छात्रों को सिखाने के लिए जूम का इस्तेमाल किया, जिन्होंने पहली बार उनकी कक्षा में प्रवेश लिया था. जैसा कि ज्यादा लोग घर से काम करने लगे हैं, मेहरा ने रीढ़ की ग्रंथियों, कूल्हे और रीढ़ की गतिशीलता के प्रवाह से लेकर शरीर के अंगों पर ध्यान केंद्रित करने जैसे सत्र तैयार किए हैं, जिस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. यह खास महत्व का है

आसान आसन

-सभी चौपायों में बिल्ली और गाय की तरह शरीर को खींचना ही रीढ़ की हड्डी के तनाव और तंत्रिका तंत्र को व्यवस्थित करने का उत्कृष्ट उपाय है

-गर्दन, कंधे और पीठ को मजबूत करने के लिए सांस लेते हुए अपनी हथेलियों को समतल करें और उन्हें सिर के आधार पर रखें, ऊपर की ओर देखें और अपने सिर को हथेलियों से दबाएं, जबकि कोहनी को पीछे की तरफ फैलाएं. फिर सांस छोड़ें, कोहनी को एक दूसरे की तरफ मोड़ें, नीचे की तरफ देखें और गर्दन के पिछले हिस्से को खींचें

-दाहिने कान को दाहिने कंधे की तरफ दबाएं, गर्दन के बाएं हिस्से को लंबा करें, फिर इसका उल्टा करें. हर तरफ के लिए दस बार सांस रोकें

-अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने घुटने को अपनी छाती की तरफ ले जाएं और धीरे-धीरे एक तरफ से दूसरी तरफ तथा आगे-पीछे हिलाएं

-अपनी पीठ के बल लेटें, घुटने को धीरे से झुकाएं और पहले अपने कूल्हे को ऊपर उठाएं और फिर नीचे करें

-दस बार व्यायाम करें, धीरे-धीरे गहरी सांस लेते हुए.

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