मल्टी एजेंसी सेंटर में 25 इंटेलिजेंस और सुरक्षा एजेंसियों ने 1 जनवरी, 2009 से 1000 से ज्यादा बैठकें की हैं लेकिन एक भी हमले को रोक नहीं पाई हैं. मल्टी एजेंसीसेंटर के तहत आतंकवाद पर सभी इंटेलिजेंस के लिए केंद्रीय इकाई बनाई गई है.
प्रधानमंत्री कार्यालय/कैबिनेट सचिवालय
रिसर्च ऐंड एनालिसिस विंग (रॉ)
नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (एनटीआरओ)
ज्वाइंट इंटेलिजेंस कमेटी (जेआइसी)
गृह मंत्रालय
इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी)
नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए)
नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड (एनएसजी)
सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ)
बोर्डर सिक्यूरिटी फोर्स (बीएसएफ)
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी)
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (सीबीआइ)
सेंट्रल इंडस्ट्रि. सिक्यू. फोर्स (सीआइएसएफ)
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी)
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी)
असम राइफल्स
रेल मंत्रालय
रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ)
रक्षा मंत्रालय
डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी (डीआइए)
मिलिटरी इंटेलिजेंस
नौसेना गुप्तचर निदेशालय (डीएनआइ)
वायुसेना गुप्तचर निदेशालय (डीएआइ)
तटरक्षक
वित्त मंत्रालय
डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस
केंद्रीय आर्थिक गुप्तचर ब्यूरो
वित्तीय गुप्तचर इकाई (एफआइयू)
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)
आयकर गुप्तचर निदेशालय (डीआइआइटी)