उन्हें टाइम मैग्जीन ने 2012 में दुनिया के 100 सबसे असरदार लोगों की सूची में रखा है. उनकी पहली ही किताब फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे दुनिया भर में पढ़ी जा रही है और हॉलीवुड का यूनिवर्सल स्टुडियो इस पर फिल्म बनाने जा रहा है. इसका हिंदी अनुवाद भी जल्द लाने की तैयारी है. लंदन की रहने वाली 49 वर्षीया ई.एल. जेम्स के ई-मेल इंटरव्यू के प्रमुख अंश:
फिफ्टी शेड्स की मोटिवेशन क्या थी?
मैं एक पैशनेट लव स्टोरी लिखना चाहती थी. यही मेरी मोटिवेशन थी. मैं एक्सप्लोर करना चाहती थी कि तब क्या होगा जब आप किसी बीडीएसएम (बॉन्डेज, डिसिप्लिन, सैडिज़्म और मैसोथिज्म) लाइफस्टाइल वाले शख्स से मिलें.
किताब के बाद आपका जीवन कैसे बदला?
मैंने टीवी में काम करना बंद कर दिया है. खूब ट्रैवल कर रही और ऐसी जगहों पर जा रही जहां पहले कभी नहीं गई.
ऐसी कामयाबी की उम्मीद थी?
यह एंटरटेनिंग है—और यही मैं करना भी चाहती थी.
हुक्म बजाने वाली औरत और हुक्मबाज आदमी की किस बात ने पाठकों को खींचा?
यह एक फंतासी है, जिसे कुछ लोग अपने जीवन में जीना चाहेंगे तो कुछ पढऩा पसंद करेंगे.
किताब इस बारे में कोई उफ देती है कि फेमिनिज़्म कामयाब नहीं रहा?
नहीं. मुझे लगता है कि फेमिनिस्ट्स की भी अपनी फंतासियां होती हैं.
जब कई माध्यमों से सेक्स हमारे चारों ओर बिखरा पड़ा है तो वह क्या बात थी जिससे आपने सोचा कि यह इरॉटिक ट्रिलॉजी लोगों का ध्यान खींचेगी?
सच काश तो मुझे नहीं पता. शायद इसलिए क्योंकि फिफ्टी शेड्स ट्रिलॉजी के केंद्र में एक लव स्टोरी है, यही वजह है कि यह सीरीज इतनी कामयाब हो रही है. लोगों ने अपनी इमोशनल जर्नी को एक ऐसी फंतासी में खोजा जिसे एक अमीर आदमी ने रचा है. अगर स्टोरी सिर्फ सेक्स के बारे में होती तो मुझे नहीं लगता कि इसका कुछ इस तरह का क्रेज़ होता.
इसे कब और कैसे लिखा करती थीं?
मैं अकसर देर रात को लिखती थी या फिर काम पर जाते समय ट्रेन में. मुझे जब भी मौका मिलता मैं लिखती. मैंने टीवी देखना और बाहर जाना बंद कर दिया—मैं दीवानगी से लिख रही थी. मैं अपने फोकस को बनाए रखने के लिए बार-बार एक ही सॉन्ग को सुना करती थी.
आपको पाठकों की लव लाइव्ज को मसालेदार बनाने का क्रेडिट मिल रहा है?
मुझे सभी उम्र और वर्ग की औरतों के ई-मेल आते हैं—ऐसी औरतों की संख्या ज्यादा हो रही है जो सेक्स को और ज्यादा इंज्वॉय करना चाहती हैं. अधिकतर लिखती हैं कि उनके पति और पार्टनर भी मेरे आभारी हैं. वाकई यह बेहतरीन बात है कि औरतें और अच्छे ढंग से या ज्यादा सेक्स कर रही हैं.
ममी पोर्न के बारे में क्या कहना है?
मेरे ख्याल से यह जर्नलिस्ट्स के लिए आसान शब्द है. यह सेक्स के साथ एक पैशनेट लव स्टोरी है. ऐसी कई किताबें बुकशॉप्स में हैं. जब लोग प्यार में पड़ते हैं तो वे सेक्स तो करते ही हैं. लेकिन पिछले साल नवंबर से अमेरिका में इसका खुमार चढ़ा हुआ है. औरतें इसके बारे में हर जगह बातें करती नजर आईं तो उन्होंने इसे ममी पोर्न कह दिया. लेकिन इस किताब को कॉलेज स्टुडेंट्स से लेकर अस्सी साल की औरत तक पढ़ रही है. उनमें से कई ममी नहीं हैं.