ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच में आईसीसी ने भारतीय दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली पर मैच फीस का 20 फीसद जुर्माना लगाया है. विराट के खाते में एक डी-मेरिट अंक भी जोड़ा गया है. मैच के दौरान विराट पर 19 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सैम कोंस्टास को कंधा मारने का आरोप लगा था.
26 दिसंबर को चौथे टेस्ट मैच के पहले दिन जब कोंस्टास और क्रीज पर उनका साथ दे रहे उस्मान ख्वाजा छोर बदल रहे थे, तभी कोहली कोंस्टास की तरफ आते दिखे और उनका कंधा 19 वर्षीय बल्लेबाज के कंधे से टकराया. कहा गया कि कोहली ने जानबूझकर टक्कर मारी. इसकी वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई.
इसके बाद आशंका जताई जाने लगी कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी विराट को प्रतिबंध के घेरे में ले सकती है. चर्चा ये भी थी कि विराट मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांचवें और आखिरी सिडनी टेस्ट से बाहर हो सकते हैं. लेकिन आईसीसी ने विराट पर मैच फीस का 20 फीसद जुर्माना लगाया और उनके खाते में एक डी-मेरिट अंक जोड़ा.
क्या हुआ था कोहली और कोंस्टास के बीच
यह मैच का दसवां ओवर था, सिराज की आखिरी गेंद पर कोंस्टास ने सिंगल लिया. 11वें ओवर की शुरुआत से पहले कोंस्टास और ख्वाजा अपना छोर बदल रहे थे. तभी विराट अपनी दाईं तरफ बढ़ते हुए कोंस्टास की तरफ आते दिखे, और इस युवा बल्लेबाज से टकरा गए. इसके जवाब में कोंस्टास ने विराट से कुछ कहा, जिसके बाद विराट भी मुड़कर उनके पास गए और ऐसा लगा कि इनके बीच गरमा-गरम बातचीत हुई. इसके बाद ख्वाजा और फील्ड अंपायर माइकल गफ बीच-बचाव में आए और मामले को शांत किया.
उस समय कमेंट्री कर रहे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग ने टिप्पणी की कि कोहली ने ऐसा जानबूझकर किया. पोंटिंग ने 7क्रिकेट से कहा, "देखिए विराट कहां चल रहे हैं. विराट ने एक पूरी पिच अपने दाईं ओर चलकर पार की और वो टक्कर होने दी. मेरे मन में इस बारे में कोई संदेह नहीं है." हालांकि, रिप्ले में दिखा कि विराट अपने रास्ते से भलीभांति अवगत थे, जबकि कोंस्टास सिर नीचे करके अपने दास्तानों को ठीक कर रहे थे और अनजाने में वे विराट के पास चले गए.
"Have a look where Virat walks. Virat's walked one whole pitch over to his right and instigated that confrontation. No doubt in my mind whatsoever."
— 7Cricket (@7Cricket) December 26, 2024
- Ricky Ponting #AUSvIND pic.twitter.com/zm4rjG4X9A
क्या बुमराह की पिटाई ने दिलाया विराट को गुस्सा!
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के पहले दिन सैम कोंस्टास की 'दुस्साहस' भरी बल्लेबाजी से उनका नाम हर भारतीय क्रिकेटप्रेमी के जेहन में छप गया है. 19 वर्षीय दाएं हाथ के इस ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज का यह पहला ही टेस्ट मैच है, लेकिन उन्होंने लगने ही नहीं दिया कि वे नाथन मैक्सिवनी (जिनकी जगह पर कोंस्टास का चयन हुआ) की तरह भारतीय गेंदबाजों के लिए चिंता का सबब नहीं हैं.
कोंस्टास ने खासकर भारतीय दिग्गज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की गेंदों को जिस तरह से सीमा रेखा के बाहर भेजा, उससे ऑफ फील्ड या ऑन फील्ड किसी भी सच्चे भारतीय क्रिकेटप्रेमी को झल्लाहट हो सकती थी! मैच के छठवें ओवर तक कोंस्टास 21 गेंदों में पांच रन बनाकर खेल रहे थे. सातवां ओवर लेकर बुमराह आए, लेकिन पहली ही गेंद पर कोंस्टास ने रैम्प शॉट खेलकर विकेटकीपर के पीछे से चौका लगाया.
अगली गेंद 145 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से डाली गई, लेकिन कोंस्टास ने अबकी बार पहले से ज्यादा मुश्किल रैम्प शॉट फिर खेला और स्लिप के ऊपर से छक्का जड़ दिया. कहानी यहीं नहीं रुकी, ओवर की पांचवीं गेंद पर कोंस्टास ने एक और रैम्प शॉट खेला और चौका बटोर लिया. कोंस्टास ने बुमराह को दो छक्के जमाए और डेब्यू टेस्ट में ऐसा करने वाले पहले बल्लेबाज बने.
कोंस्टास ने एक और कारनामा किया. इससे पहले बुमराह के खिलाफ टेस्ट मैच में किसी बल्लेबाज के द्वारा आखिरी बार साल 2021 में छक्का लगाया था, लेकिन अब कोंस्टास ने तीन साल बाद (4483 गेंदों) के बाद छक्का लगाया.
WHAT IS GOING ON?!
— 7Cricket (@7Cricket) December 26, 2024
Konstas ramps Bumrah for four...
And next ball ramps Bumrah for SIX!#AUSvIND pic.twitter.com/crhuNOMVLc
विराट पर जुर्माना के साथ एक डी-मेरिट अंक भी
क्रिकबज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोंस्टास को कंधा मारने के आरोप में विराट कोहली को ICC की आचार संहिता (CoC) के आर्टिकल 2.12 का दोषी पाया गया है. इसके तहत क्रिकेट में किसी भी तरह का अनुचित शारीरिक संपर्क निषेध है. अगर खिलाड़ी जानबूझकर/लापरवाही से किसी अन्य खिलाड़ी या अंपायर से टकराता है या उन्हें कंधा मारता है तो उस पर फाइन लगाया जा सकता है या निलंबित किया जा सकता है.
व्यापक तौर पर यह अनुमान लगाया जा रहा था कि विराट कोहली पर एक मैच का बैन लगाया जाएगा क्योंकि ऐसा लगा कि उन्होंने 19 वर्षीय खिलाड़ी के साथ जानबूझकर संपर्क किया था. जानबूझकर शारीरिक संपर्क को अक्सर लेवल-2 अपराध के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, जिसकी वजह से आरोपित को तीन या चार डिमेरिट अंक मिल सकते हैं. अगर किसी खिलाड़ी को 24 महीने के चक्र में चार डिमेरिट अंक मिलते हैं, तो उसे एक टेस्ट मैच या दो सीमित ओवरों के मैचों के लिए बैन किया जा सकता है.
हालांकि, मैच रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट ने कोहली को सिर्फ एक डी-मेरिट अंक देकर छोड़ दिया. मैच के पहले दिन की समाप्ति के बाद विराट कोहली की पाइक्रॉफ्ट के साथ बैठक सिर्फ 10 मिनट तक चली. विराट ने रेफरी के सामने सुनवाई के दौरान अपनी गलती मान ली.
कोंस्टास ने कहा, "ऐसा होता रहता है"
विराट के साथ मैदान पर हुई झड़प के बाद युवा कोंस्टास ने कहा कि खेल-खेल में ऐसा होता रहता है क्योंकि यह क्रिकेट है. पहले दिन के मैच की समाप्ति पर उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, "मुझे लगता है कि हम दोनों के इमोशंस चरम पर थे, मुझे एहसास ही नहीं हुआ, मैं अपने दास्ताने पहन रहा था. और फिर थोड़ा सा कंधे पर लगा. लेकिन ऐसा होता है, यह क्रिकेट है."
मैच में 65 गेंदों पर 60 रन की पारी खेलने वाले कोंस्टास से जब बुमराह की गेंदों पर खेले गए रैम्प शॉट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, "पहले से कोई प्लान नहीं था. बस अच्छे क्रिकेटिंग शॉट्स खेलने का प्लान था. बुमराह निश्चित तौर पर वर्ल्ड क्लास बॉलर हैं. उन पर प्रेशर डालने, उनकी टैक्टिक्स में बदलाव लाने का प्लान था."
कोंस्टास ने मैच के दौरान भी कैमरे से बात की थी. बुमराह के खिलाफ अपनी बैटिंग को मजेदार बताते हुए कोंस्टास ने कहा था, "मैं उन्हें टारगेट पर लेता रहूंगा. उम्मीद है कि वे फिर से वापस आएंगे. फिर देखते हैं कि क्या होगा."