आजम के बाद योगी सरकार के निशाने पर मुख्तार अंसारी

सरकार का निर्देश पर प्रशासन ने मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है. उनके करीबियों की अवैध कब्जे की शिकायतों की जांच पड़ताल की जा रही है और हथियार के लाइसेंस निरस्त किए जा रहे हैं.

मुख्तार अंसारी की फाइल फोटो
मुख्तार अंसारी की फाइल फोटो

रामपुर में बड़े पैमाने पर भवनों और जमीनों पर कब्जा करने के आरोपी स्थानीय सांसद आजम खां पर कार्रवाई करने के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार अब मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर सख्त हो गई है. मुख्तार इस समय पंजाब के रोपड़ जेल में बंद है. सरकार का निर्देश मिलने के बाद गाजीपुर जिला प्रशासन ने मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है. जिले में मुख्तार अंसारी या इनके करीबियों की जहां भी अवैध कब्जे की शिकायत है उसकी सूची बनाकर जांच पड़ताल की जा रही है.

गाजीपुर के जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य ने इसकी जिम्मेदारी राजस्व विभाग के वरिष्ठ अफसरों को दी है. गाजीपुर के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट और एसडीएम सदर प्रभाष कुमार की अध्यक्षता में एक टीम का गठन मुख्तार अंसारी एवं उनके सहयोगियों द्वारा शासकीय भूमि पर किए गए अवैध कब्जे की जांच के लिए किया गया है. इसी क्रम में 22 जून को गाजीपुर में अंधऊ हवाई पट्टी के जमीन पर संचालित हॉट मिक्स प्लांट को जमींदोज किया गया था.

इतना ही नहीं मुख्तार और इनके करीबियों को जारी अवैध शस्त्र लाइसेंसों की जांच के साथ ही इसमें और किसी तरह से संलिप्त लोगों को भी चिन्हित करने में स्थानीय प्रशासन जुटा हुआ है. अब तक मुख्तार के करीबियों के 14 लाइसेंस को निरस्त करने के साथ इनके खिलाफ नोटिस जारी की गई है. इसके अलावा पांच अन्य लाइसेंसो को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.

लाइसेंस देने में संलिप्त कार्मिकों के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई हो रही है.

जिलाधिकारी द्वारा मुख्तार अंसारी के भाई शिबगतुल्लाह अंसारी के तीन शस्त्र, पीए मिस्बाहुद्दीन के दो शस्त्र, दूसरे पीए जाकिर हुसैन उर्फ विक्की अंसारी के एक शस्त्र, करीबी विक्रम अग्रहरी के एक, अलाउद्दीन के दो और अबुफकर के एक शस्त्र को जमा करा लिए गए हैं. इसके अलावा दो शस्त्र जो लखनऊ में शस्त्र की दुकान पर जमा हैं उन्हें कब्जे में लेने के लिए पुलिस टीम को रवाना किया गया है.

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