बुर्ज खलीफा को टक्कर देने वाली दुनिया की ऊंची इमारतें कौन-सी हैं? जानिए तस्वीरों में
साल 2023 में दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची इमारत 'मर्डेका' का निर्माण हुआ. यह मलेशिया के कुआलालंपुर में है

इंसान हर वक्त अपनी क्षमताओं को आंकता रहता है. उसे 'सबसे बड़ा', 'सबसे लंबा', 'सबसे ऊंचा' जैसे विशेषणों से एक किस्म की संतुष्टि मिलती है. आज के इस अत्याधुनिक युग में जब टेक्नोलॉजी उसे अपनी क्षमताएं और बढ़ाने का मौका दे रही है, वो आकाश तक एक सीढ़ी बना देना चाहता है. प्राचीन ग्रीक पुराणों में 'बैबेल की मीनार' एक कहानी है, जिसके मुताबिक लोग एक ऐसी मीनार बनाने की फिराक में थे जिसकी चोटी आकाश से बातें करें. लेकिन यहोवा (ग्रीक मान्यता का ईश्वर) ने उनमें भाषाई आधार पर फूट डालकर योजना पर पानी फेर दिया. आज हजारों वर्ष बाद भी मानव की ये कोशिश रुकी नहीं है. उसने दुबई के बुर्ज खलीफा के रूप में दुनिया का सबसे ऊंची मीनार बनाई. इस फेहरिस्त में और भी मीनारों के नाम शामिल हैं. आइए ऐसे ही दुनिया की पांच सबसे ऊंची मीनारों के बारे में जानते हैं.
1. बुर्ज खलीफा, दुबई
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दुबई में स्थित बुर्ज खलीफा का नाम यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के नाम पर रखा गया है. इसके पीछे कहानी ये है कि पहले इसका नाम 'बुर्ज दुबई' रखा गया था, जहां बुर्ज का मतलब है - टॉवर. लेकिन जब दुबई करीब 14-15 साल पहले वैश्विक आर्थिक मंदी की चपेट में आया तो कर्ज में डूबे इस देश को खलीफा नाहयान ने अरबों डॉलर की मदद की. उनके इस सूझबूझ के चलते दुबई कर्ज के दलदल से बाहर आ गया और अर्थव्यवस्था ने फिर से रफ्तार पकड़ ली. इसके बाद दुबई ने खलीफा नाहयान के सम्मान में दुबई बुर्ज का नाम बदल कर इसे बुर्ज खलीफा कर दिया. बुर्ज खलीफा को दुनिया की सबसे ऊंची इमारत होने का गौरव हासिल है. 828 मीटर ऊंची इस मीनार में 163 मंजिलें हैं. इसमें रेजिडेंशियल अपार्टमेंट, ऑफिस स्पेस और होटल की सुविधाएं मौजूद हैं. साथ ही, दुनिया का सबसे ऊंचा व्यूइंग प्लेटफॉर्म भी है जहां से पूरे शहर का दीदार किया जा सकता है. इस मीनार का निर्माण 2010 में पूरा हुआ था. इसे अमेरिकी वास्तुकार एड्रियन स्मिथ ने डिजाइन किया है. वे इसके अलावा मशहूर जेद्दाह टॉवर का भी निर्माण कर चुके हैं जो सऊदी अरब के शहर जेद्दाह में स्थित है. बुर्ज खलीफा की एक और खास बात है कि यहां दुनिया का सबसे ऊंचा रेस्तरां मौजूद है. दुनिया के सबसे अधिक मंजिलों वाली ये मीनार शानदार वास्तुकला के साथ-साथ दुबई के आधुनिकता के प्रति प्रेम को भी जाहिर करती है. (फोटो-बुर्ज खलीफा, दुबई/pixabay)
2. मर्डेका (पीएनबी 118), मलेशिया
इस सूची में दूसरे नंबर पर आती है मर्डेका मीनार. इसे पीएनबी 118 भी कहा जाता है. यह 'रोशनी के शहर' नाम से मशहूर मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में मौजूद है. इसका निर्माण कार्य पिछले साल ही पूरा हुआ. बुर्ज खलीफा के बाद यह दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची मीनार है. लेकिन दक्षिण-पूर्व एशिया की बात करें तो यह सबसे ऊंची मीनार है. इसकी ऊंचाई 678.9 मीटर है और इसमें 118 तल हैं. इस बिल्डिंग में कार्यालय के साथ-साथ रिटेल स्पेस (शॉपिंग सेंटर), होटल रूम और एक व्यूइंग प्लेटफॉर्म भी है. इस बिल्डिंग का मर्डेका नाम मलेशियाई निवेश प्रबंधन कंपनी पेरमोडालन नेशनल बेरहाद (पीएनबी) के सम्मान में रखा गया है जिसने इस प्रोजेक्ट को पूरा किया है. स्थानीय भाषा (मलय) में मर्डेका का मतलब होता है - आजादी. (फोटो-मर्डेका (पीएनबी 118), मलेशिया/वीकिमीडिया कॉमंस)
3. शंघाई टॉवर, चीन
वास्तुकला का शानदार नमूना पेश करने वाला यह टॉवर चीन के शंघाई शहर में स्थित है. यह चीन का सबसे ऊंचा और दुनिया का तीसरा सबसे ऊंचा टॉवर है. इसकी ऊंचाई 632 मीटर है जबकि इसमें 128 फ्लोर हैं. इस गगनचुंबी टॉवर का निर्माण कार्य 2015 में पूरा हुआ. अमेरिकी आर्किटेक्ट फर्म जेन्सलर ने इसका डिजाइन तैयार किया था. शंघाई टॉवर की सबसे खास बात यह है कि इसमें दुनिया में सबसे तेज लिफ्ट मौजूद है. इसके बगल में ही वर्ल्ड फाइनेंशियल सेंटर मौजूद है, जो वैश्विक स्तर पर 12वीं सबसे ऊंची इमारत है. (फोटो-शंघाई टॉवर, चीन/आधिकारिक साइट)
4. मक्का क्लॉक रॉयल टॉवर, सऊदी अरब
सऊदी अरब के पवित्र मक्का शहर में स्थित मक्का क्लॉक रॉयल दुनिया का चौथा सबसे ऊंचा टॉवर है. केवल मध्य-पूर्व की बात करें तो बुर्ज खलीफा के बाद यह दूसरा सबसे ऊंचा टॉवर है. इसे अबराज अल बैतिन मक्का भी कहा जाता है. अबराज अल-बैत, मक्का में स्थित सात टावरों का एक परिसर है. इसका मतलब है, 'टावर्स ऑफ द हाउस'. यह टॉवर 601 मीटर ऊंचा है और इसमें 120 मंजिलें हैं. इसकी सबसे खास बातों में है कि यह द्रव्यमान (भार) के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी इमारत मानी जाती है. मक्का क्लॉक रॉयल टॉवर में दुनिया की सबसे बड़ी घड़ी भी शामिल है. इसका निर्माण कार्य 2012 में पूरा हुआ. इसे डिजाइन किया था दार अल-हंदासा शायर एंड पार्टनर्स ने. (फोटो-मक्का क्लॉक रॉयल टॉवर, सऊदी अरब/pinterest)
5. पिंग एन इंटरनेशनल फाइनेंस सेंटर, चीन
इस सूची में पांचवें नंबर पर आता है चीन के शेन्जेन में स्थित पिंग एन इंटरनेशनल फाइनेंस सेंटर टॉवर. एशिया में तीसरे और विश्व स्तर पर पांचवें सबसे ऊंचे टॉवर के तौर पर मशहूर इस बिल्डिंग का निर्माण कोह्न पेडर्सन फॉक्स एसोसिएट्स ने किया था. इसे 2017 में पूरा किया गया. 599 मीटर की ऊंचाई के साथ इसमें 115 फ्लोर हैं. व्यावसायिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में पहचाने जाने के अलावा इसमें ऑफिस स्पेस, एक कॉन्फ्रेंस सेंटर और रिटेल आउटलेट हैं. इसके अलावा इसमें एक लक्जरी होटल भी है. भारत के बारे में बात करें तो 100 सबसे ऊंची मीनारों वाले देशों की फेहरिस्त में इसका नाम शामिल नहीं है. (फोटो-पिंग एन इंटरनेशनल फाइनेंस सेंटर, चीन/द टॉवर इन्फो)