वो सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर जो 2023 में फिल्मों-सिरीज में आए, और छाए

एक छोटा कमरा है जिसमें दूर-दूर तक आपको कहीं कोई दरवाजा नजर नहीं आता. आपके पास उसकी दीवार में सुराख करने का माद्दा तो है, मगर छैनी-हथौड़ा नहीं जो एक भी ईंट खिसका सकें. फिर अचानक एक दिन आपको दिखता है कि कुछ लोग बाहर से उस कमरे की दीवार में किसी भी तरह एक रोशनदान बनाकर कुछ जरूरी औजार गिरा देते हैं. इसके बाद उस कमरे से निकलना थोड़ा आसान हो जाता है जिससे बाहर लोग आपको देख सकें और पहचान सकें. उस रोशनदान का नाम है इंटरनेट और जो औजार उससे कमरे में दाखिल हुए, वो थे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स. बाहर आकर पहचाने जाने वाले लोगों को हमने कहा इन्फ्लुएंसर्स. आज बात इन्हीं इन्फ्लुएंसर्स की, जिन्होंने गुमनामी की उस दीवार को तोड़ बाहर अपनी पहचान बनाई.
कुशा कपिला, डॉली सिंह और शिबानी बेदी
कोविड से पहले इंटरनेट पर अचानक से 'कोको भाया! मेरा जेट निकाल दीजिए' और 'शिवोहम-शिवोहम' जैसी बातें वायरल होने लगे. कारण थे आईडीवा के छोटे वीडियोज, जो पहले फेसबुक और फिर इंस्टाग्राम पर खूब पॉपुलर हुए. इनके पीछे मेहनत थी तीन लोगों की - कुशा कपिला, डॉली सिंह और शिबानी बेदी. इन तीनों को लोग टैग कर-कर के वीडियोज के सुझाव देते और फरमाइश करते थे.
लॉकडाउन में अचानक से इन्फ्लुएंसर कल्चर समृद्ध हुआ तो तीनों ने बाजी मार ली. सफलता का आलम ये हुआ कि इसी साल 2023 में भूमि पेडनेकर की आई फिल्म 'थैंक यू फॉर कमिंग' में तीनों को अहम रोल मिले और इंस्टाग्राम के स्क्वायर स्क्रीन से निकलकर ये लोग बड़े परदे पर छा गए. दिल्ली में जन्मीं कुशा ने इस फिल्म के अलावा शिल्पा शेट्टी की 'सुखी', अक्षय कुमार वाली 'सेल्फी' और 'मसाबा मसाबा' में भी काम किया है. इसके अलावा डॉली सिंह ने भी स्वरा भास्कर की सीरीज 'भाग बीनी भाग' और 'मॉडर्न लव मुंबई' में काम किया है. वहीं शिबानी बेदी ने सलमान खान की फिल्म 'भारत', राजकुमार राव और कृति सेनन वाली 'हम दो हमारे दो' और कुछ अन्य फिल्मों में भी काम किया है.
भुवन बाम
अगर आप यूट्यूब के दर्शक हैं तो 'बीबी की वाइन्स' के बारे में आप ना जानते हों, इसके चान्सेज नगण्य से भी कम हैं. भुवन बाम ने एक फ़ोन से चार-छह किरदार निभाकर इंडियन यूट्यूब सिनेरियो को एक अलग तरह के कॉन्टेंट से रूबरू करवाया. इंटरनेट के सर्वसुलभ होने के बाद शायद ही कोई ऐसा साल हो जब टॉप सब्सक्राइबर्स की लिस्ट में भुवन बाम के चैनल का नाम ना हो.
यूट्यूब पर वीडियो बनाने के दौरान ही इनके कमेंट बॉक्स इस सवाल से भरे होते थे कि किसी फिल्म में कब नजर आओगे. दर्शकों की ये फरमाइश भुवन ने क़ुबूल करते हुए खुद ही 'ढिंढोरा' नाम की वेब सीरीज अपने यूट्यूब चैनल पर रिलीज कर दी. बीबी की वाइन्स की वीडियोज की तरह ही इस वेब सीरीज के ज्यादातर किरदार इन्होंने खुद ही निभाए थे. इसके बाद 'ताजा खबर' नाम की मिनी वेब सीरीज से अपना ओटीटी डेब्यू किया था. एक सामान्य से परिवार से आने वाले भुवन की सीमित संसाधनों से बड़े परदे तक पहुंचने की कहानी वाकई दिलचस्प है.
सृष्टि दीक्षित
सृष्टि दीक्षित इंस्टाग्राम पर इतनी मशहूर हैं कि इनका परिचय अगर इंस्टाग्राम सेलिब्रिटी कहकर दिया जाए तो गलत नहीं होगा. सृष्टि ने इस साल ही विक्की कौशल वाली 'द ग्रेट इंडियन फैमिली' से बॉलीवुड में डेब्यू किया है. इंस्टाग्राम पर रील कल्चर आने के बाद इन्होंने इस फीचर का जमकर इस्तेमाल किया और उनके कॉन्टेंट और पॉपुलैरिटी ने इन्हें बड़े परदे तक रास्ता दिखा दिया.
साहिल खट्टर
अगर आपने कबीर खान की 83 देखी है तो आपको सैयद किरमानी का किरदार याद ही होगा. इसे निभाने वाले साहिल खट्टर की यूट्यूब से बड़े परदे तक की कहानी भी उसी बंद कमरे से इंटरनेट के सहारे बाहर निकलने की कहानी है. यूट्यूब पर बीइंग इंडियन नाम से इनके चैनल के कॉन्टेंट को लोगों ने खूब सराहा. हालांकि इनकी शुरुआत 2007 में एक रेडियो जॉकी के तौर पर हुई थी.
प्राजक्ता कोली
'मोस्टली सेन' नाम से यूट्यूब चैनल चलाने वाली प्राजक्ता कोली नेटफ्लिक्स की सीरीज मिलने से पहले ही स्टार बन चुकी थीं. रोजमर्रा की जिंदगी पर 'ऑब्ज़र्वेशनल कॉमेडी' वाली इनकी वीडियोज को लोग खूब पसंद किया करते थे. 2015 में अपना यूट्यूब चैनल लॉन्च करने से पहले प्राजक्ता एक रेडियो एफएम में रेडियो जॉकी भी रह चुकी हैं. 2020 में इन्होंने 'प्रिटी फिट' आम से अपना यूट्यूब ओरिजिनल भी रिलीज किया था. इसके बाद जब प्राजक्ता कोली को नेटफ्लिक्स की सीरीज 'मिसमैच्ड' में लोगों ने देखा तो इनके काम को खूब सराहा गया.
इन्फ्लुएंसर्स के बड़े परदे पर आने के बारे में कुछ लोग ये भी कहते हैं कि इन्हें इनके फैन बेस के साथ ही साइन किया जाता है. जितने पॉपुलर इन्फ्लुएंसर्स, फिल्मों और वेबसीरीज के चलने की संभावना उतनी ही ज्यादा. वहीं एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े लोग इस बात को ख़ारिज करते हुए कहते हैं कि चूंकि इनका काम अच्छा होता है इसीलिए इनके फैंस भी बनते हैं और इसीलिए इन्हें फ़िल्में भी ऑफर की जाती हैं. गौर करने पर दोनों ही बातें ठीक लगती हैं और समझ आता है कि असली पॉइंट इन दोनों के ही बीच कहीं है.