एयरपोर्ट की रैंकिंग में यूपी के हवाई अड्डों की धमक
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने जारी किए घरेलू उड़ान संचालित करने वाले हवाई अड्डों से जुड़े ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण के आंकड़े. टॉप 10 रैंकिंग में पहली बार यूपी के चार हवाई अड्डों ने बनाई जगह. गोरखपुर एयरपोर्ट को मिली दूसरी रैंक

यूपी में हवाई अड्डों के विकास के लिए किये जा रहे सरकारी प्रयास अब रंग दिखाने लगे हैं. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) घरेलू उड़ान संचालित करने वाले देश के हवाई अड्डों का नियमित अंतराल पर सर्वे करता है.
इस बार वर्ष 2023 में जुलाई से दिसंबर के बीच हुए सर्वे में में देश भर से कुल 56 हवाई अड्डे शामिल किए गए थे. इसमें ग्राहक संतुष्टि सूचकांक के आधार पर पहली बार यूपी के चार एयरपोर्ट टॉप टेन में जगह बनाने में सफल रहे.
पिछले वर्ष 2023 में जनवरी से जून तक के सर्वे में केवल यूपी का आगरा एयरपोर्ट ही टॉप टेन में शामिल हो सका था. इस बार 4.99 अंक के साथ गोरखपुर एयरपोर्ट दूसरे स्थान पर, 4.91 अंक संग बरेली एयरपोर्ट आठवें स्थान पर, 4.90 अंक के साथ चकेरी कानपुर एयरपोर्ट नवें स्थान पर एवं 4.89 अंक के साथ प्रयागराज एयरपोर्ट दसवें स्थान पर रहा.
इस रैंकिंग में मध्य प्रदेश का भोपाल एयरपोर्ट भोपाल 5.0 अंकों के साथ पहले पायदान पर है. 4.99 अंकों के साथ गोरखपुर, उदयपुर, जम्मू, देहरादून एयरपोर्ट दूसरे पायदान पर, 4.98 अंकों के साथ राजामुद्रि एयरपोर्ट तीसरे, 4.97 अंकों के साथ लेह, बेलगाम, दरभंगा एयरपोर्ट चौथे, 4.95 अंकों के साथ हुबली, मदुरै एयरपोर्ट पांचवें, 4.93 अंकों के साथ रांची एयरपोर्ट छठे, 4.92 अंकों के साथ जबलपुर, विजयवाड़ा एयरपोर्ट सातवें, 4.91 अंकों के साथ बरेली एयरपोर्ट आठवें, 4.90 अंकों के साथ कानपुर, ग्वालियर नवें और 4.39 अंकों के साथ प्रयागराज एयरपोर्ट दसवें स्थान पर रहा.
इस तरह घरेलू उड़ान संचालित करने वाले देश के 18 हवाई अड्डों ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की रैंकिंग में जगह बनाई. भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा निर्धारित सेवा गुणवत्ता मापदंडों को ध्यान में रखते हुए ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण वर्ष में दो बार आयोजित किया जाता है. यह सर्वेक्षण जनवरी से जून और जून से दिसंबर तक आयोजित किया जाता है.
प्राधिकरण की तरफ से सर्वे से जुड़े एक अधिकारी बताते हैं, "सिर्फ घरेलू उड़ान संचालित करने वाले एयरपोर्ट पर यात्रियों का फीडबैक लिया जाता है. फीडबैक में 30 से ज्यादा पैरामीटर शामिल किए गए.इस दौरान एयरपोर्ट पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में पूछा गया. इसमें एयरपोर्ट में पार्किंग सुविधा, बैगेज कोर्ट व ट्रालियों की उपलब्धता,एयरपोर्ट पर पार्किंग की सुविधाएं, कर्मचारियों का व्यवहार, स्वच्छता, खाने की सुविधा,उड़ान की सूचना स्क्रीन,सुरक्षा जांच के दौरान प्रतीक्षा समय,उड़ान संबंधी जानकारी स्क्रीन,टर्मिनल में चलने की दूरी, रेस्तरां एवं खान-पान सुविधाएं, शॉपिंग सुविधाएं, इंटरनेट और वाईफाई की सुविधा, वॉशरूम टॉयलेट की सुविधा आदि के बारे में यात्रियों से जानकारी ली गई." फीडबैक पर चरणवार अंक निर्धारित किए गए जिसकी गणना करके अंत में रैंकिंग निकाली गई.
यूपी में हवाई सेवाओं का विस्तार करने का हर संभव सरकारी प्रयास जारी है. 10 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजमगढ़ पहुंचकर यहां के मंदुरी इलाके में नवनिर्मित हवाइ अड्डे का उद्घाटन किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपने संबोधन में कहा, "प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज की यात्रा करेगा, आज यह प्रदेश और देश में देखने को मिल रहा है. आज प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों द्वारा प्रदेश को 05 नए एयरपोर्ट प्राप्त हो रहे हैं. डबल इंजन सरकार ने प्रयास किया है, कि इन पांचों एयरपोर्ट से वायु सेवा की बेहतरीन सुविधा प्राप्त हो. पहले प्रदेश में मात्र 2 एयरपोर्ट क्रियाशील थे. आज प्रदेश में 9 एयरपोर्ट पूरी तरह क्रियाशील हैं."
जाहिर है देश में सबसे ज्यादा हवाई अड्डों वाला प्रदेश बन चुका उत्तर प्रदेश अब यात्री सुविधाओं के मामले में भी अग्रणी बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है. ग्राहक संतुष्टि सर्वेक्षण में जुलाई से दिसंबर 2023 तक के नतीजे मार्च के तीसरे सप्ताह में जारी किए गए हैं. दिलचस्प बात यह है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा जारी ताजा सूची में गोरखपुर एयरपोर्ट को दूसरा स्थान मिला है. इससे पहले यह हवाई अड्डा 29वें स्थान पर था.
वर्ष 2017 में यूपी के मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से गोरखपुर एयरपोर्ट का कायाकल्प शुरू हुआ था. गोरखपुर जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद गोरखपुर एयरपोर्ट को अब महायोगी गोरखनाथ एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है.
गोरखपुर एयरपोर्ट के पास एक रनवे है. 28 मार्च 2021 को, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26.87 करोड़ रुपए की लागत से एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन के विस्तार की आधारशिला रखी थी जो दो वर्ष बाद मार्च, 2023 में यात्रियों के लिए खोल दिया गया. यह टर्मिनल 3,440 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला है. आगमन हॉल में दो कन्वेयर बेल्ट, 10 चेक-इन-काउंटर, एस्केलेटर, लिफ्ट, रेस्तरां और पहली मंजिल में एक अतिरिक्त सुरक्षा होल्डिंग क्षेत्र से सुसज्जित, विस्तारित टर्मिनल भवन व्यस्त समय के दौरान 200 यात्रियों को संभालने में सक्षम है. अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं के शुरू होने से ही गोरखपुर एयरपोर्ट ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की रैंकिंग में 27 पायदान की छलांग लगाकर दूसरे स्थान पर पहुंचा है.
गोरखपुर एयरपोर्ट के अलावा ग्राहक संतुष्टि में शीर्ष 10 घरेलू हवाई अड्डों में बरेली और कानपुर हवाई अड्डों को भी 8वीं और 9वीं रैंक हासिल हुई. बरेली एयरपोर्ट पहले 13वें और कानपुर 26वें स्थान पर था. हवाई अड्डा अधिकारियों के मुताबिक पहली बार, बमरौली स्थित प्रयागराज हवाईअड्डा ग्राहक संतुष्टि के मामले में देश में 10वें स्थान पर है, जो कि अब तक की सबसे ऊंची रैंक है. प्रयागराज के बमरौली कस्बे में मौजूद हवाई अड्डा यह भारत के सबसे पुराने हवाई अड्डों में से एक है.
वर्ष 1931 में, इलाहाबाद में हवाई अड्डा स्थापित किया गया था और यूनाइटेड किंगडम में हवाई अड्डा प्रबंधन पर विशेष रूप से प्रशिक्षित एक भारतीय हवाई अड्डा अधिकारी की नियुक्ति के साथ हवाई यातायात नियंत्रण सेवाओं की नींव रखी गई थी. यह देश के पहले चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों में से एक था. यह हवाई अड्डा वर्तमान में भारतीय वायु सेना और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के संयुक्त संचालन में है.
यात्री यातायात और विमान आवाजाही के मामले में यह लखनऊ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और वाराणसी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाद उत्तर प्रदेश का तीसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है. वर्ष 2019 के कुंभ के मद्देनजर वर्ष 2018 में एक नए सिविल टर्मिनल विस्तार के साथ इलाहाबाद हवाई अड्डे को अपग्रेड किया गया था. इस टर्मिनल का निर्माण रिकॉर्ड 11 महीनों में किया गया था. अगले वर्ष 2025 में होने वाले महाकुंभ से पहले इसे एक इसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में परिवर्तित करने की तैयारी है.