क्या है जीतनराम मांझी के वायरल वीडियो और चुनाव नतीजे में कथित हेरफेर की पूरी कहानी?

केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी का यह वायरल वीडियो सामने आने के बाद एक बार फिर 'वोट चोरी' का आरोप चर्चा में है

'हम' के संस्थापक जीतनराम मांझी के साथ बैठे टिकारी के पार्टी के प्रत्याशी रहे अनिल कुमार

“मेरे वश में सिर्फ कर्म है, परिणाम नहीं. हम पांच साल कहते रहे, लेकिन सहयोगी लोग हमारे चुनाव लड़ने की कमियों की जिक्र करते रहे.” हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक जीतनराम मांझी के उस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए सुमंत कुमार ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर ये पंक्तियां लिखी हैं, जिसके कारण सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और खासकर BJP पर कथित वोट चोरी का आरोप फिर चर्चा में आ गया.

सुमंत कुमार वहीं कांग्रेसी नेता हैं, जो 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में हम  पार्टी के उम्मीदवार अनिल कुमार के खिलाफ बिहार की टिकारी विधानसभा सीट से मैदान में थे. वायरल वीडियो में इसी सीट के नतीजे के बारे में जीतनराम मांझी यह दावा करते नजर आ रहे हैं, “वे गलती से हार गए. 2020 में वे 27 सौ वोट से पीछे चल रहे थे, हमने प्रयास किया और वे जीत गए. इस साल वे सिर्फ 16 सौ वोट से हार गए हैं. उन्होंने हमसे बात नहीं कि वे सीधे मैदान छोड़कर भाग गए. उस समय के कलेक्टर अभिषेक सिंह जो अभी त्रिपुरा में हैं, उन्होंने फोन किया, सर आप पिछली बार 27 सौ वोट से पीछे थे, तब हमने आपको जिता दिया, इस बार आप 16 सौ वोट से क्यों हार गए.”

इंडिया टुडे से बातचीत में 2020 के रिजल्ट वाले दिन की घटनाओं को याद करते हुए सुमंत कहते हैं, “29 राउंड तक की वोट गिनती हो चुकी थी, हम 36 सौ वोट से आगे थे, लगभग तय था कि हम ही चुनाव जीतेंगे. मगर अचानक नतीजे की घोषणा को रोक दिया गया, काफी देर बाद चार राउंड के नतीजे एक साथ बताए गए और कहा गया कि मैं 2630 वोटों से हार गया हूं. मुझे कुछ समझ नहीं आया कि मैं कैसे हार गया. महज चार राउंड में उन्होंने कैसे 36 सौ वोट का मार्जिन भी कम किया और 2630 वोटों की बढ़त भी ले ली. साफ समझ आ रहा था कि गड़बड़ी हुई है.” 

इस मामले को लेकर सुमंत पटना हाईकोर्ट में भी गए. वे कहते हैं, “हमने अदालत के सामने सारे सुबूत पेश किए. यह तथ्य भी रखा कि टिकारी में जितने वोट पड़े थे, उससे एक हजार अधिक वोटों की गिनती हुई है. यह खबर मीडिया में भी आई थी. मगर अदालत ने हमारी बात नहीं मानी और इस मुकदमे को खारिज कर दिया.”

2020 में टिकारी से 'हम' पार्टी के उम्मीदवार को कड़ी टक्कर देने वाले कांग्रेस नेता सुमंत कुमार

हाल के वायरल वीडियो में मांझी जिस जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के बारे में बता रहे हैं, उनके बारे में सुमंत कहते हैं, "वे विवादित छवि के अधिकारी रहे हैं. उन पर अपने सरकारी आवास से सैकड़ों पेड़ों को काटकर अपने घर भिजवाने और पैसे लेकर जिले में छह सौ से अधिक आर्म्स लाइसेंस बांटने के आरोप लगे थे. यहां से वे बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडिको) भेजे गये और वहां से उन्हें उनके गृह कैडर त्रिपुरा में भेज दिया गया.”

हालांकि हैरत की बात है कि 2020 में इस सीट पर कड़ी फाइट देने वाले सुमंत कुमार पर उनकी पार्टी कांग्रेस ने 2025 में भरोसा नहीं जताया. पहले यह चर्चा चली कि इस सीट से बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे आकाश चुनाव लड़ सकते हैं. मगर जब पार्टी में यह तय हुआ कि किसी नेता पुत्र को टिकट नहीं दिया जाएगा तो यह सीट पार्टी ने RJD के लिए छोड़ दी. RJD के अजय कुमार ने इस चुनाव में यह सीट जीत भी ली और कथित रूप से अपनी पार्टी के सर्वोच्च नेता जीतनराम मांझी के सहयोग से 2020 में चुनाव जीतने वाले अनिल कुमार इस बार 2058 वोटों से चुनाव हार गये. वीडियो में इसी बात को लेकर मांझी अफसोस जाहिर करते नजर आ रहे हैं.

दिलचस्प है कि इस बार अनिल कुमार ने पटना हाईकोर्ट में इस नतीजे को चुनौती दी है. इंडिया टुडे से बातचीत में अनिल कुमार कहते हैं, “हां, हम इन नतीजों के खिलाफ अदालत में गये हैं. मगर हमने काउंटिंग को लेकर सवाल नहीं उठाए हैं, हमारा आरोप है कि RJD प्रत्याशी अजय कुमार ने अपने एफिडेविट में महत्वपूर्ण सूचनाएं छिपाई हैं और गलत जानकारी दी है.” अजय कुमार ने कौन सी गलत जानकारी दी है, यह पूछने पर अनिल कुमार कहते हैं, “यह बात हमारे वकील ही बता सकते हैं. और अभी अदालत ने हमारी शिकायत को स्वीकार नहीं किया है. एक बार वे इसे स्वीकार कर लें, तब हम आपको इस बात की जानकारी दे देंगे.”

जीतनराम मांझी के वायरल वीडियो के मसले पर जब उनसे पूछा गया, तो अनिल कहते हैं, “ईवीएम के आने के बाद हर राउंड के बाद नतीजे सभी उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को बताए जाते हैं. ऐसे में रि-टोटलिंग (पुनर्गणना) में दो-चार वोटों का फर्क भले ही पड़े कोई बड़ी गड़बड़ी नहीं हो सकती है. हां, पोस्टल बैलेट में कुछ वोटों को रिजेक्ट किया जाता है, उसमें विवाद हो सकता है. पिछली बार भी रि-टोटलिंग हुई थी, मगर चार-पांच वोटों का अंतर हुआ था. पिछली बार प्रतिद्वदंवी न्यायालय में गए थे. वहां भी मामला खारिज हो गया था.” यह पूछने पर कि आपको काउंटिंग को लेकर कोई आपत्ति न पिछली बार थी, न इस बार है? वे कहते हैं, “सौ फीसद नहीं है. इस बार भी हम काउंटिंग को लेकर कोई आरोप नहीं लगाए हैं. हमको लगता नहीं है कि ऐसा कुछ हो सकता है.”

दिलचस्प है कि वीडियो वायरल होने पर जब विवाद होने लगा तो जीतनराम मांझी की तरफ से पहले कहा गया कि वीडियो को गलत तरीके से पेश किया गया है, इसके साथ छेड़छाड़ की गई है. बाद में उन्होंने कहा कि उन्होंने तो सिर्फ री-काउंटिंग की मांग की थी. 

इस पूरे मसले पर बात करते हुए जीतनराम मांझी के सलाहकार दानिश रिजवान इंडिया टुडे से कहते हैं, “दरअसल यह वीडियो बाराचट्टी का है. वहां कार्यकर्ता समागम हो रहा था. वहां पहले टिकारी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनके वहां जब इतने कम मार्जिन से हार-जीत हो रही थी तो रि-काउंटिंग क्यों नहीं कराई गई. इसी का जवाब देते हुए मांझी जी ने कहा कि रि-काउंटिंग की मांग तो वही लोग कर सकते हैं, जो अंदर रहते हैं. अनिल जी को भी काउंटिंग स्थल छोड़कर नहीं जाना चाहिए था. रि-काउंटिंग की मांग करनी चाहिए थी."

दानिश का दावा है कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई है. उनके मुताबिक पूरी बातचीत मगही में हुई है, मगर जो वीडियो चल रहा है, उसमें मांझी हिंदी में बोलते नजर आ रहे हैं. दानिश के मुताबिक उस वक्त के डीएम अभिषेक सिंह के बारे में जो बातें चल रही हैं, वे भी गलत हैं और जीतनराम मांझी ने सिर्फ इतना कहा कि वे अच्छे डीएम थे, उन्होंने काफी अच्छे काम किए. 

वैसे 2025 के इस चुनाव के बाद कम से कम पांच विधानसभाओं के नतीजों के खिलाफ प्रत्याशी हाईकोर्ट गये हैं. इनमें टिकारी के अलावा, अररिया के नरपतगंज, पूर्वी चंपारण के ढाका, मधुबनी और मोहिउद्दीननगर विधानसभा शामिल है. इनमें आरोप लगाने वाले तीन लोग RJD के हैं और एक BJP की तरफ से. इनमें से ज्यादातर मामले एफिडेविट में गलत जानकारी देने से संबंधित हैं. 

हालांकि इनमें ढाका विधानसभा का मामला अलग है. यहां महज 178 वोटों से चुनाव हारने वाले BJP प्रत्याशी पवन अग्रवाल ने फर्जी वोटिंग का आरोप लगाया है और कहा है कि विरोधी पक्ष की तरफ से बाहर रहने वाले, खासकर विदेशों में रहनेवाले 1057 लोगों के, 45 मृत और 41 दोहरे नाम वालों ने मतदान किया है.  

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