पीएम मोदी ने GST ‘क्लास’ के लिए राजस्थान का बांसवाड़ा ही क्यों चुना?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने GST की बदली हुई दरों का पहली बार विस्तार से जिक्र राजस्थान के बांसवाड़ा में किया है जो आदिवासी बहुल वागड़ क्षेत्र में पड़ता है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 सितंबर को राजस्थान के दौरे पर थे. यहां उन्हें कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करना था और इसके लिए उन्होंने राजस्थान के कमोबेश पिछड़े इलाके वागड़ को चुना.
वागड़ प्रदेश का दक्षिण-पूर्वी इलाका है जो बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिलों में फैला है. यह आदिवासी बहुल इलाका है. बांसवाड़ा के मुख्य कार्यक्रम में उन्होंने 1.22 लाख करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं और GST ‘क्लास’ के जरिए आदिवासियों को लुभाने का दांव खेला.
इसके साथ ही मानगढ़ व बेणेश्वर धाम और त्रिपुरा सुंदरी जैसे आदिवासी धार्मिक अस्मिता से जुड़े स्थलों और पूंजा भील व बिरसा मूंडा जैसे आदिवासी नायकों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने आदिवासियों से भावनात्मक जुड़ाव की कोशिश की. मोदी ने त्रिपुरा सुंदरी के साथ माही नदी को भी मां कहकर संबोधित किया.
बीते 22 सितंबर से लागू हुई GST परिषद की सिफारिशों को प्रधानमंत्री मोदी ने इसी सभा में पहली बार विस्तार से समझाया. मोदी ने कहा, ''कांग्रेस राज में लूट ही लूट थी और हमारे राज में बचत ही बचत है. GST में हुए सुधार के बाद पूरा देश बचत उत्सव मना रहा है.''
बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा सियासी तौर पर भी अहम माना जा रहा है क्योंकि यह क्षेत्र राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के 20 आदिवासी जिलों का केंद्र बिंदु है. पिछले एक दशक में इस क्षेत्र में भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) का वर्चस्व बढ़ा है.
फिलहाल, बांसवाड़ा और डूंगरपुर के चार विधानसभा क्षेत्रों और बांसवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में BAP का कब्जा है. BJP इस क्षेत्र में पकड़ बनाने में लगातार जुटी है. पिछले दो साल में यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन और गृह मंत्री अमित शाह की दो सभाएं हो चुकी हैं.
मोदी ने मंच से सियासी समीकरण साधने की भी कोशिश की. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी व प्रेम चंद बैरवा, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे के अलावा मंच पर संभाग के प्रमुख आदिवासी नेताओं को जगह दी गई. मोदी ने BJP प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ मंच पर बातचीत भी की. इस तरह उन्होंने नेताओं को एकजुट रहने का इशारा दिया और जनता को संदेश दिया कि पार्टी के शीर्ष नेताओं में कोई मतभेद नहीं है.
राजनीतिक मामलों के जानकार डॉ. अजय पुरोहित कहते हैं, ''राजस्थान के आदिवासी अंचल में कांग्रेस और BJP का वोट बैंक धीरे-धीरे BAP की तरफ खिसक रहा है. पार्टी का जनाधार बढ़ने से कांग्रेस को ज्यादा नुकसान हुआ है. ऐसे में अब BJP बांसवाड़ा से सटे गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान के 20 आदिवासी जनसंख्या जिलों में अपनी पकड़ बनाने की कोशिश कर रही है.''
राजस्थान में सियासी हलकों में अक्सर यह चर्चा रहती है कि जिस पार्टी ने वागड़ और मेवाड़ को जीत लिया, राज्य में सत्ता के ताले की चाबी उसी पार्टी को मिल जाती है. इन दोनों इलाकों में 28 विधानसभा सीटें हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र में BJP को अच्छी खासी बढ़त मिली थी मगर लोकसभा चुनाव में BAP के राजकुमार रोत के सामने BJP को करीब ढाई लाख वोटों से शिकस्त मिली.
वागड़ में यूं चली मोदी की GST क्लास
मोदी ने सीमेंट, जूते और अन्य घरेलू सामान का जिक्र करते हुए GST बचत को समझाया. पीएम ने कहा, “कांग्रेस के कार्यकाल में 100 रुपए के सामान पर 31 रुपए टैक्स देना पड़ता था जिस पर हमने 2017 में GST लागू कर 13 रुपए घटाए. अब GST रिफॉर्म के बाद 100 रुपए के सामान पर सिर्फ पांच रुपए टैक्स देना पड़ेगा. 2014 से पहले 500 रुपए के जूते पर 75 रुपए अतिरिक्त टैक्स चुकाना पड़ता था. GST लागू कर हमने इस पर पहले 15 रुपए और अब 50 रुपए टैक्स कम किया है. इसी तरह 300 रुपए के सीमेंट के एक बैग पर कांग्रेस के कार्यकाल में 90 रुपए से ज्यादा टैक्स देना पड़ता था. अब हमने उस पर 40 रुपए टैक्स घटा दिया है.”