राम पथ से धर्म पथ तक, वो सड़कें जिनसे अयोध्या की सूरत बदल गई

अयोध्या के सआदतगंज इलाके से नयाघाट तक जाने वाली सड़क 'राम पथ' की लंबाई 12.97 किलोमीटर है, जिसे रिकॉर्ड 10 महीने में बनाकर तैयार किया गया है

रामपथ: फोर लेन सड़क, सहादतगंज से लता मंगेशकर चौक (नया घाट) को जोड़ती है, कुल लंबाई: 12.94 किलोमीटर, लागत: 844.94 करोड़ रुपए
रामपथ: फोर लेन सड़क, सहादतगंज से लता मंगेशकर चौक (नया घाट) को जोड़ती है, कुल लंबाई: 12.94 किलोमीटर, लागत: 844.94 करोड़ रुपए

अयोध्या जिले के फैजाबाद इलाके में गुदड़ी बाजार की रहने वाली दीप्ति गुप्ता (21) नोएडा के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक फाइनल वर्ष की छात्रा हैं. कॉलेज में जाड़े की छुट्ट‍ियां शुरू होने पर करीब 8 महीने बाद वे 24 दिसंबर को पहले ट्रेन से लखनऊ और फिर बस से लखनऊ-गोरखपुर हाईवे के किनारे अयोध्या के सआदतगंज इलाके में पहुंचीं. बस से उतरते ही दीप्ति की हैरानी का कोई ठिकाना नहीं था.

संकरी और ट्रैफिक से जूझती सड़क बहुत चौड़ी हो चुकी थी. दोनों किनारों पर चमचमाते फुटपाथ पैदल यात्रियों को लुभा रहे थे. सहादतगंज में सड़क पर प्रणाम करती हुई करीब तीस फीट की आदमकद प्रतिमा अयोध्या के बदली फिजा को शोकेस कर रही थी. फैजाबाद की संकरी गलियों में पली-बढ़ीं दीप्ति के लिए बेहद चौड़े फुटपाथ और आधुनिक स्ट्रीट लाइटों से सजी सड़क पर चलना किसी रोमांच से कम नहीं था.

दीप्ति ने पहले प्रणाम करती प्रतिमा के नीचे खड़े होकर सेल्फी ली और अपने कॉलेज के दोस्तों को फोटो भेजकर पूछा, "बताओ मैं कहां हूं?" रोमांचित दीप्ति बताती हैं, "मेरे कोई भी दोस्त नहीं बता पाए कि मैं अयोध्या में हूं. जब मैंने उन्हें बताया कि यह अयोध्या है तो सभी ने इस बार गर्मी की छुट्ट‍ियों में अयोध्या आने का ही प्लान बनाना शुरू कर दिया है."

भक्ति पथ: फोर लेन सड़क, श्रृंगार हाट से हनुमान गढ़ी तक, कुल लंबाई: 0.742 किलोमीटर, लागतः 68.04 करोड़ रुपए

22 जनवरी को नवनिर्मित राम मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सज संवर रही अयोध्या का नया स्वरूप कुछ महीनों के अंतराल के बाद यहां आने वालों को अचंभित कर रहा है. दीप्ति ने अयोध्या के सआदतगंज इलाके में जिस चौड़ी सड़क का जिक्र किया वह नयाघाट तक जाने वाली 12.97 किलोमीटर लंबा राम पथ है, जिसे रिकॉर्ड 10 महीने में बनाकर तैयार किया गया है. राम पथ आयोध्या के भीतरी हिस्से में नवनिर्मित धर्म पथ, भक्त‍ि पथ और रामजन्मभूमि पथ से जुड़कर रामलला के दर्शन करने आ रह श्रद्धालुओं की राह को न केवल सुगम बना रहा है बल्क‍ि उन्हें आनंदित भी कर रहा है.

वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या की भीतरी सड़कों के कायाकल्प की एक बड़ी योजना को मंजूरी दी थी. इसके बाद अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल ने जिलाधिकारी नितीश कुमार, अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह के साथ अधिकारियों की टीम के जरिए रामनगरी के कायाकल्प को मूर्त रूप देना शुरू किया. अयोध्या के होटल व्यवसाई कंवलजीत सिंह बताते हैं, “घंटों तक बाधित विद्युत आपूर्ति, नाली-खड़ंजों में गंदगी और साफ-सफाई में अनियमितता, सड़कों पर मंडराता आवारा पशुओं का झुंड, सड़कों के नाम पर सिंगल लेन ऊबड़-खाबड़ गड्ढों वाला सड़क और उन पर चलता बेतरतीब ट्रैफिक अयोध्या की पहचान बन गए थे. मगर वर्ष 2017 के बाद अयोध्या ने जिस तेजी से विकास की गति पकड़ी वह प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के अयोध्या के प्रति आत्मिक लगाव के कारण ही संभव हो पाया."

लता चौक पर 13 किलोमीटर लंबा रामपथ और करीब 2 किलोमीटर लंबा धर्मपथ मिलता है

मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर अयोध्या में राम की पैड़ी से सटा नयाघाट चौराहे का जीर्णोधार और सौंदर्यीकरण कर इसे सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को समर्पित करते हुए लता चौक नाम दिया गया. मुख्यमंत्री योगी ने इसे 28 सितंबर, 2022 को लोकार्पित किया. यहां विशाल वीणा स्थापित की गई, जो कला के साथ ही आधुनिक अयोध्या के वैभव का पहला प्रतिमान बनी है. ये अयोध्या का प्रमुख सेल्फी प्वॉइंट भी है, जहां 30 दिसंबर को अयोध्या पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तस्वीरें खिंचवाई थीं. इस सड़क को सिंगल लेन के बजाए सुव्यवस्थित फोर लेन में कन्वर्ट किया गया.

लता चौक पर 13 किलोमीटर लंबा रामपथ और करीब 2 किलोमीटर लंबा धर्मपथ मिलता है. लखनऊ-गोरखपुर हाईवे पर सरयू नदी से ठीक पहले अयोध्या कट से राम की पैड़ी की ओर जाने वाली फोर लेन सड़क अब धर्मपथ के रूप में तब्दील हो रही है. इसके दोनों ओर स्थापित सूर्य स्तंभ धर्म पथ को गरिमामयी बनाते हैं. इसके अलावा धर्म पथ के दोनों ओर फुटपाथ के किनारे दीवार खड़ी करके इस पर रामायण से जुड़े चित्र लगाए जा रहे हैं जो इस पर चलने वाले लोगों के लिए रोमांचित करने वाला है.

धर्मपथ: फोर लेन सड़क, लता मंगेशकर चौक से लखनऊ-गोरखपुर हाईवे तक, कुल लम्बाई: 2 किलोमीटर, लागतः 65.40 करोड़ रुपए

राम पथ को हनुमान गढ़ी से जोड़ने वाला मार्ग भी अपनी पुरानी काया से उबर चुका है. अब भक्त‍ि पथ के नाम से जाना जाने वाला यह मार्ग 14 मीटर चौड़ा हो गया है. इस मार्ग के भवनों को सिंदूरी रंग से सजाया गया है. भक्त‍िपथ की विशेषता यह है कि यह प्रदेश की पहली 'व्हाइट टॉपिंग रोड' है, जिसे लोक निर्माण विभाग ने तैयार किया है. व्हाइट टॉपिंग रोड का मतलब एक पोर्टलैंड सीमेंट कंक्रीट (पीसीसी) ओवरले है जो मौजूदा सड़क पर बनाई जाती है.

राम पथ पर बिड़ला धर्मशाला के पास से राम जन्मभूमि तक पहुंचने के रास्ते ने एक कॉरिडोर का रूप ले लिया है. इस पर भव्य गेट का निर्माण अपने अंतिम चरण में है. रामजन्मभूमि पथ की छवि महल के गलियारे की तरह दिखने लगी है. गलियारे के किनारे पर बनी डिजाइन ऐसा एहसास कराती हैं कि मानों किसी महल के गलियारे में घूम रहे हों. वर्षों तक लंबे और घुमावदार रास्तों से होकर रामलला के दरबार में पहुंचने वाले श्रद्धालु रामजन्मभूमि पथ पर आधा किलोमीटर की दूरी तय कर मंदिर तक पहुंच जाएंगे. इन सब मार्गों की धुरी बने करीब 13 किलोमीटर लंबे राम पथ पर पड़ने वाले भवनों को हल्के पीले और क्रीम रंग से सजाया गया है. इस पर खास तौर पर डिजाइन की गई सजावटी लाइटें लगाई गई हैं.

रामजन्मभूमि पथ: दो लेन सड़क, सुग्रीव किला से होते हुए रामजन्मभूमि मंदिर तक, कुल लंबाई: 0.580 किलोमीटर, लागत: 41.02 करोड़ रुपए

अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल बताते हैं, "करीब 13 किलोमीटर लंबी सड़क को इतने कम अंतराल में पूरी तरह से बदल देने का देश में संभवत: यह पहला उदाहरण है. इसके लिए पूरी सड़क को कई सेक्टर में बांटा गया. हर सेक्टर के लिए अलग टीम और नोडल अफसर तैनात किए गए. दिनरात मॉनिटरिंग हुई तब जाकर समय पर इसे तैयार किया जा सका है."

अयोध्या के भीतरी हिस्से में नवनिर्मित राम पथ, धर्म पथ, भक्त‍ि पथ और रामजन्मभूमि पथ को फसाड लाइटिंग, म्यूरल पेंटिंग, विंटेज विक्टोरियन सोलर टेल लैंप, आर्टिस्टिकली डिजाइंड आर्क लैंप, प्रॉपर पेवमेंट, इनलैंड ड्रेनेज व कॉनक्रीट लेआउट कैरियज वे, ग्रीनरी इनेबल्ड डिवाइडर से सजाया गया है.

इंफ्रास्ट्रक्चर के संरचनात्मक विकास में फाइबर ग्लास, कंक्रीट मॉडलिंग के साथ ही सीसीटीवी सर्विलांस के जरिए स्मार्ट ट्रैफिक रेगुलेशन सिस्टम भी अयोध्या में इन चारों मुख्य पथों पर लागू है. अयोध्या की सड़कों की यह विशेषताएं यहां 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद आने वाले श्रद्धालुओं को अचंभित करेंगी.

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