बिहार चुनाव: RJD के गढ़ भोजपुर में NDA का बड़ा उलटफेर, जानें क्या है शुरुआती रुझान?
बीते 10 साल से भोजपुर बेल्ट में महागठबंधन का दबदबा रहा है, लेकिन इस बार महागठबंधन का यह किला ढहता नजर आ रहा है

बीते 10 साल से बिहार के भोजपुर को RJD का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन इस बार महागठबंधन का यह मजबूत किला को ढहता नजर आ रहा है.
BJP के नेतृत्व वाले NDA से यहां महागठबंधन को कड़ी चुनौती मिल रही है. शुरुआती रुझानों से पता चलता है कि NDA इस क्षेत्र की 49 सीटों में से 30 पर आगे है,
वहीं, इस इलाके में महागठबंधन महज 17 सीटों पर आगे है. 2020 के चुनावों में भोजपुर क्षेत्र में महागठबंधन का दबदबा रहा था. अब देखने वाली बात ये होगी कि शाम तक NDA कितने सीटों पर जीत दर्ज करती है.
हालांकि, शुरुआती रुझानों से साफ है कि इस बार NDA मजबूती से आगे चल रहा है और RJD के नेतृत्व वाला महागठबंधन काफी पीछे है. दरअसल, एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल ने राजधानी पटना के पास के इस इलाके में कांटे की टक्कर का अनुमान लगाया था.
इसमें NDA को 27 और महागठबंधन को 21 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था. प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का यहां खाता भी नहीं खुल रहा है.
मध्य बिहार का भोजपुर क्षेत्र राज्य के राजनीतिक परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें सीवान , संदेश , बरहरा , आरा , अगिआंव, तरारी , जगदीशपुर , छपरा और शाहपुर निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं. मुख्यतः गंगा के मैदानी इलाकों में स्थित यह क्षेत्र लगभग हर साल बाढ़ की समस्या से ग्रस्त रहता है.
सारण जिले की छपरा सीट पर सबकी नज़र है, जहां भोजपुरी अभिनेता और गायक खेसारी लाल यादव राजद के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. शुरुआती रुझानों में खेसारी लाल आगे चल रहे हैं. सीवान एक और अहम सीट है, जिसकी राजनीतिक पहचान लंबे समय से बाहुबलियों की राजनीति से जुड़ी रही है. मौजूदा रुझान बताते हैं कि भाजपा उम्मीदवार और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे राजद के अवध बिहारी चौधरी से आगे चल रहे हैं.
भोजपुर में 57 फीसद से ज्यादा मतदान हुआ, बुज़ुर्ग और महिला मतदाता बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए घरों से निकले. महिला मतदाता नीतीश कुमार के पक्ष में नजर आईं. इसकी बड़ी वजह मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत प्रत्येक महिला लाभार्थी को 10,000 रुपये का दिया जाना है.