देशभर में इंडिगो की 200 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल होने के क्या कारण हैं?

इंडिगो की 200 से अधिक उड़ानें रद्द होने की वजह से हजारों यात्री फंस गए और टर्मिनलों पर लंबी कतारें लग गईं. ऐसे में सवाल यह उठा कि आखिर अचानक फ्लाइट कैंसिल होने की क्या वजह है?

इंडिगो फ्लाइट (फाइल फोटो)
इंडिगो फ्लाइट (फाइल फोटो)

2 और 3 दिसंबर को देश के प्रमुख एयरपोर्ट से इंडिगो की 200 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं. इसके अलावा सैकड़ों उड़ानें अपने तय समय से कई घंटे लेट से रवाना हुईं.

फ्लाइट कैंसिल होने से एयरपोर्ट पर लंबी कतारें लग गईं और हजारों यात्री हवाई अड्डों पर फंस गए. ऐसे में हर किसी के मन में यही सवाल उठने लगा कि आखिर अचानक इतनी उड़ानें क्यों रद्द हो रही हैं?

200 फ्लाइट्स कैंसिल होने के क्या कारण हैं?

इंडिगो फ्लाइट्स के कैंसिल व देर होने के पीछे 4 मुख्य वजह सामने आ रहे हैं-

1. चालक दल की भारी कमी: DGCA ने 1 नवंबर से पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियमों में बदलाव किए हैं। इसे फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नाम दिया गया है. इसका पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ. वहीं 1 नवंबर से दूसरा चरण लागू हुआ, जिसके कारण एयरलाइन कंपनियों के पास पायलटों समेत अन्य क्रू मेंबर्स की अचानक कमी पड़ गई. इसका सबसे ज्यादा असर इंडिगो पर पड़ा है.

2. नए रोस्टर नियम (FDTL मानदंड): भारत में उड़ान ड्यूटी समय सीमा (FDTL) में बदलाव किया गया है. इस नियम के मुताबिक, 7 दिन काम के बाद लगातार 48 घंटे पायलट को आराम देने की बात कही गई है. दरअसल, पायलट के थकान को कम करने और हवाई यात्रा की सुरक्षा में सुधार के लिए डिजाइन किया गया है. इस नियम के लागू होने पर एशिया की बड़ी एविएशन कंपनियों में से एक, इंडिगो को रोस्टर बनाने में दिक्कतें हुईं. संभव है कि इसका असर इंडिगो के उड़ानों पर पड़ा है.

3. प्रमुख हवाई अड्डों पर तकनीकी गड़बड़ियां: 3 दिसंबर को दिल्ली और पुणे समेत कई हवाई अड्डों पर चेक-इन और बोर्डिंग प्रोसेस में समस्या की सूचना मिली. इससे एयरपोर्ट पर लंबी कतारें लग गईं और इंडिगो के कई विमानों के प्रस्थान में देरी हुई. इससे इंडिगो के शेड्यूल पर असर हुआ और पूरे दिन विमानों की टाइमिंग बदलती रही.

4. हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ और सर्दियों में उड़ान भरने की समस्या: यात्रियों की भारी संख्या, सर्दियों में कोहरे के कारण उड़ान भरने में समस्या और प्रमुख एयरपोर्ट पर व्यस्त समय में भीड़भाड़ के कारण भी इंडिगो फ्लाइट के उड़ान की टाइमिंग बदलती रही.

पायलट, क्रू मेंबर्स को लेकर लागू होने वाला नया नियम क्या है?

DGCA के नए नियमों में ये अहम बदलाव किए गए हैं-

साप्ताहिक आरामः 7 दिन काम करने के बाद लगातार 48 घंटे का रेस्ट. 2. नाइट ड्यूटी: अब रात 12 से सुबह 6 तक शिफ्ट, पहले सुबह 5 तक थी. 3. नाइट लैंडिंग पर लिमिट: पहले पायलट 6 लैंडिंग तक करते थे, अब सिर्फ 2 की इजाजत है. 4. लगातार नाइट शिफ्ट पर रोकः लगातार 2 रातों से ज्यादा ड्यूटी नहीं लग सकती है. 5. फ्लाइट ड्यूटी पीरियड लिमिटः प्री-फ्लाइट और पोस्ट-फ्लाइट में अतिरिक्त 1 घंटे से अधिक काम नहीं. 6. लंबी उड़ानों के बाद ज्यादा रेस्टः कनाडा-यूएस जैसी लंबी उड़ानों के बाद पायलट को 24 घंटे का रेस्ट.

किन शहरों में कितनी फ्लाइट्स प्रभावित हुई?

4 दिसंबर को दिल्ली में अब तक इंडिगो की 30 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुई हैं. मुंबई में 85 फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं. हैदराबाद में लगभग 33 उड़ानें रद्द होने की संभावना है. वहीं, जयपुर एयरपोर्ट पर 4 फ्लाइट्स रद्द की गई हैं. इंदौर में तीन उड़ानें रद्द हुई हैं. इंदौर में बुधवार को इंडिगो की 18 उड़ानें कैंसिल हुई थी. फ्लाइट्स कैंसिल होने व देरी के कारण कई जगह यात्रियों ने फ्लाइट के इंतजार में पूरी रात एयरपोर्ट पर ही गुजार दी.

कब तक स्थिति सुधर सकती है?

इस असुविधा के लिए इंडिगो एयरलाइन ने यात्रियों से माफी मांगी है. बताया गया है कि 5 दिसंबर तक ऑपरेशन सामान्य हो जाएगा. इंडिगो का कहना है कि "वह जल्द से जल्द परिचालन सही करने का प्रयास कर रही है और उम्मीद है कि लगभग 48 घंटों के भीतर परिचालन स्थिर हो जाएगा.

एयरलाइन उच्च-तनाव वाले मार्गों पर चालक दल को फिर से तैनात कर रही है, रात के शेड्यूल में बदलाव कर रही है, अंतिम समय में होने वाली अफरा-तफरी से बचने के लिए कई पायलट की छुट्टी रद्द की गई है और चालक दल के रोटेशन में भी बदलाव किया गया है.

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