'भारत के लिए अंत अच्छा नहीं होगा', ट्रंप के सलाहकार नवारो ने ऐसा क्यों कहा?
ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो ने यूरोपीय संघ, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिका के किए गए व्यापार समझौतों का जिक्र करते हुए कहा कि ये सभी देश हमारे साथ मिलकर काम कर रहे हैं.

8 सितंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने अपने एक ताजा बयान में कहा, "मुझे लगता है कि भारत को किसी न किसी मोड़ पर आकर समझौता करना ही होगा, वरना उनके लिए अच्छा नहीं होगा."
नवारो ने 'रियल अमेरिकाज़ वॉयस' शो को दिए एक इंटरव्यू में भारत को सबसे ज्यादा टैरिफ वसूलने वाला देश बताया है. साथ ही उन्होंने यह भी स्वीकार किया है कि भारत सरकार अमेरिकी सरकार के फैसले से नाराज है.
भारत के बारे में बात करते हुए नवारो ने कहा, "यह बिल्कुल सच है. दुनिया के किसी भी बड़े देश की तुलना में अमेरिका पर उनका टैरिफ सबसे ज्यादा है. हमें इससे निपटना होगा."
नवारो ने आगे कहा कि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण करने से पहले भारत मॉस्को से काफी कम तेल खरीदता था. ट्रंप के सलाहकार ने भारत पर हमला करते हुए आगे कहा, "वे मुनाफ़ाखोरी कर रहे हैं. रूसी रिफाइनरियां भारतीय जमीन पर आकर मुनाफा कमाती हैं."
उन्होंने हाल के दिनों में अमेरिका के साथ हुए यूरोपीय संघ, जापान, दक्षिण कोरिया, फिलीपींस और इंडोनेशिया के व्यापार समझौतों का जिक्र करते हुए कहा, "ये सभी देश हमारे साथ मिलकर काम कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें एहसास है कि वे अमेरिका का बहुत अधिक लाभ उठा रहे हैं. इसलिए भी कि उन्हें अमेरिकी बाजारों की आवश्यकता है."
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "मुझे लगता है कि भारत को किसी न किसी मोड़ पर आकर समझौता करना ही होगा. अगर ऐसा नहीं होता है, तो उसे रूस और चीन के साथ समझौता करना होगा और इसका अंत भारत के लिए अच्छा नहीं होगा."
रूसी तेल के सबसे बड़े खरीदार चीन पर अतिरिक्त प्रतिबंधों के बारे में नवारो ने कहा, "हम इस मामले में एक तनी हुई रस्सी पर चल रहे हैं. मुझे लगता है कि जो होना चाहिए वो ये है कि भारत को रूसी तेल खरीदना बंद करना होगा. यह पूर्ण शांति के लिए अच्छा होगा; रूस-यूक्रेन जंग में शांति का रास्ता आंशिक रूप से भारत से होकर गुजरता है."
नवारो ने आगे कहा, "यूरोप को भी निश्चित रूप से रूसी तेल खरीदना बंद करना होगा. चीन के साथ हमने उन पर 50 फीसद से ज्यादा टैरिफ लगाए हैं. हम अमेरिकी लोगों को नुकसान पहुंचाए बिना उनकी रक्षा के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं." उन्होंने आगे कहा, "यह सब कूटनीति की कला है जो हम अपना रहे हैं. आपको बस ट्रंप पर भरोसा करना होगा."