भारत की पहली महिला एडीसी बनीं इंडियन एयर फोर्स की ऑफीसर मनीषा पाधी कौन हैं?
इंडिया एयरफोर्स की ऑफीसर मनीषा पाधी को मिजोरम के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति के एडीसी के तौर पर नियुक्ति मिली है

आजादी के 76 वर्षों के बाद देश को पहली महिला एडीसी यानी सहायक-डी-कैंप मिली हैं. नाम है - मनीषा पाधी. 2015 बैच की इस वायु सेना पदाधिकारी को 29 नवंबर को मिजोरम के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति के एडीसी के तौर पर नियुक्त किया गया. मनीषा ओडिशा के गंजम जिले के बेरहामपुर से ताल्लुक रखती हैं.
उन्होंने सीवी रमन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, भुवनेश्वर से ग्रेजुएशन किया है. मनीषा सेकंड जनरेशन एयरफोर्स पदाधिकारी हैं. इससे पहले उनके पिता मनोरंजन पाधी भी फ्लाइंग अफसर रह चुके हैं. ग्रेजुएशन के बाद 2015 में मनीषा पाधी ने इंडियन एयर फाॅर्स का कॉमन एडमिशन टेस्ट दिया और वायुसेना में कमीशंड हुईं. मनीषा के पति दीपक सिंह कार्की इंडियन आर्मी में मेजर के पद पर पंजाब में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
द हिन्दू की वेबसाइट बिजनेसलाइन से बातचीत के दौरान मनीषा पाधी के पिता मनोरंजन पाधी ने बताया, "ये हमारे लिए गर्व की बात है क्योंकि मनीषा देश की पहली महिला एडीसी बनी है. काफी मुश्किल सिलेक्शन को पार कर वो यहां तक पहुंची है. मनीषा हमेशा से ही मुश्किलों का सामना करने के लिए तैयार रहती थी." मनोरंजन पाधी ने बातचीत में यह भी बताया कि मनीषा के अलावा उनका एक बेटा भी है जिसने सिविलियन लाइफ चुनी और अभी नीदरलैंड्स में नौकरी कर रहा है.
क्या होती एडीसी की पोस्ट
ऐड-डी-कैंप या एडीसी आर्म्ड फोर्सेज के वो अधिकारी होते हैं जो ऊंचे पदों पर बैठे लोगों जैसे राष्ट्रपति, राज्यपाल, और सेना प्रमुख इत्यादि को असिस्ट करते हैं. सेना प्रमुखों को जहां तीन एडीसी रखने की अनुमति होती है तो वहीं राष्ट्रपति 5 और राज्यपाल 2 एडीसी रख सकते हैं. राज्यपाल के पास मौजूद 2 एडीसी में से एक जहां इंडियन आर्म्ड फोर्सेज के अधिकारी होते हैं तो वहीं दूसरे अधिकारी आईपीएस या राज्य पुलिस के अफसर हो सकते हैं.
मनीषा पाधी को मिजोरम के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति ने तीन लोगों की लिस्ट से चुना. रक्षा मंत्रालय की ओर से भेजी गई इस लिस्ट में बाकी दोनों नाम पुरुष अफसरों के थे. मनीषा पाधी को एडीसी नियुक्त करने बाद मिजोरम के राज्यपाल डॉ हरि बाबू कंभमपति ने कहा, "उनकी नियुक्ति सिर्फ एक मील का पत्थर नहीं है, बल्कि जेंडर के मानदंडों को तोड़ने और अलग-अलग फील्ड में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली महिलाओं की शक्ति का एक प्रमाण है. आइए इस उल्लेखनीय उपलब्धि का जश्न मनाएं और हर क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण का समर्थन जारी रखें" मनीषा पाधी मिजोरम के राज्यपाल की एडीसी नियुक्त होने से पहले बीदर, पुणे और फिर में भटिंडा में वायु सेना स्टेशनों पर तैनात थीं.