डेविड हेडली ने तहव्वुर राणा के बारे में क्या बताया था? NIA के पूर्व अधिकारी का खुलासा
2010 में डेविड कोलमैन हेडली से पूछताछ करने वाले एक पूर्व NIA अधिकारी ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कई चौंकाने वाली जानकारियां साझा की हैं

26/11 आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की हिरासत में पूछताछ चल रही है. वह नवंबर 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों का आरोपी है, जिसमें 166 लोग मारे गए थे.
केरल के पूर्व पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा मुंबई आतंकवादी हमलों की जांच करने वाली NIA टीम के हिस्सा थे. 2008 से 2013 के बीच NIA में महानिरीक्षक के पद पर उनकी तैनाती थी.
2010 में US में 26/11 के कथित साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली से पूछताछ करने वाली NIA टीम के भी वे अहम सदस्य थे. बेहरा अब कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं.
इंडिया टुडे के साथ बातचीत में उन्होंने कोलमैन हेडली से पूछताछ के लिए अपने अमेरिका मिशन को याद करते हुए बताया कि राणा ने जो जानकारी दी है, उससे 26/11 की साजिश का खुलासा आसानी से हो जाता है.
लोकनाथ बेहरा कहते हैं, "हमारी टीम ने हेडली से लगभग 10 दिनों तक पूछताछ की और 36 घंटों से ज्यादा समय तक उसका बयान दर्ज किया. हमने उसके बयान की दोबारा जांच की और उसे सच पाया. हेडली ने मुंबई आतंकी हमलों में अपनी भूमिका और आतंकी मॉड्यूल चलाने में तहव्वुर हुसैन राणा के साथ अपने संबंधों के बारे में बताया था."
बेहरा ने इंडिया टुडे को बताया, "हेडली ने हमसे दावा किया था कि जब भी राणा उसकी मदद मांगता था, वह उसकी बात मान लेता था. हालांकि, यह भी हो सकता है कि उसका एक अलग हैंडलर भी हो जो उसे सीधे निर्देश देता हो. अब जब राणा NIA की हिरासत में है, तो 26/11 की साजिश में शामिल हैंडलर्स, फंडिंग वगैरह के बारे में और जानकारी सामने आ सकती है."
बेहरा के मुताबिक हेडली से पूछताछ करना कई बार चुनौतीपूर्ण रहा है. वे 2010 की बातों को याद करते हुए बताते हैं, "पहली दिक्कत तो उसे पूछताछ के दौरान बोलने के लिए मजबूर करना था. उसे हमारे सवालों से इनकार करने की छूट थी. इसलिए हमने उसे दोस्ताना रिश्ते में लाने की कोशिश की और स्वेच्छा से खुलासे करने के मौकों का इंतजार किया. यह एक कामयाब रणनीति रही."
बेहरा ने कहा कि हेडली ने राणा को भारत में अपना मददगार बताया था. उन्होंने इस बात की संभावना जाहिर की है कि आगे की पूछताछ में राणा के केरल कनेक्शन का भी पता चल सकता है.
राणा 26/11 हमलों से 10 दिन पहले कोच्चि गया था और 18 नवंबर को शहर छोड़ने से दो दिन पहले अपनी पत्नी के साथ एक बड़े होटल में रुका था. अपने प्रवास के दौरान उसने 13 फोन कॉल किए. इस फोन कॉल पर उसने अमेरिका और कनाडा में प्रवास करने के इच्छुक नौकरी चाहने वाले लोगों से बातचीत की. बताया जा रहा है कि वह मट्टनचेरी स्थित यहूदियों के एक पूजा स्थल भी गया था.
बेहरा ने बताया कि अमेरिका में NIA की पूछताछ के दौरान हेडली ने बताया कि कैसे उसने अपनी जिंदगी में समझौते किए हैं. उसने बताया कि भले वह अपनी जिंदगी धार्मिक तौर-तरीकों से नहीं जी सका, लेकिन वह अपने बच्चों का पालन-पोषण सख्त इस्लामी धार्मिक रीति-रिवाजों के तहत करना चाहता है. इतना ही नहीं हेडली ने हिंदी फिल्मी गानों के प्रति अपने प्रेम का भी जिक्र किया था.
बेहरा ने आगे कहा, "हमने हेडली की दी गई जानकारियों की अलग-अलग माध्यमों से दोबारा जांच की थी. इसके बाद देश भर की एजेंसियों को संदिग्ध आतंकवादियों के खिलाफ निगरानी बढ़ाने के लिए सतर्क कर दिया था.” पूर्व NIA अधिकारी ने इस बात की संभावना जाहिर की है कि अब राणा के खुलासे से आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में और मदद मिल सकती है.