तेजस क्रैश के बाद अमेरिकी पायलट ने अपना शो कैंसिल कर आयोजकों के बारे में क्या कहा?
दुबई एयर शो में तेजस लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद अमेरिकी पायलट ने अपना शो कैंसिल करने का फैसला लिया

22 नवंबर को संयुक्त राज्य वायु सेना (USAF) के पायलट मेजर टेलर फेमा हिएस्टर ने दुबई एयर शो 2025 के आयोजकों को कड़ी फटकार लगाई है.
उन्होंने तेजस क्रैश होने के बावजूद एयर शो जारी रखने के फैसले पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि यकीन करना मुश्किल था कि घटना के बाद वहां सबकुछ नॉर्मल था.
अमेरिकी पायलट ने अपने एक भावुक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा, "IAF पायलट नमांश, उनके सहयोगियों और परिवार के सम्मान में अपना शो कैंसिल करने का फैसला किया है." उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा, "मैं घटना के लगभग एक या दो घंटे बाद शो स्थल पर गया. मुझे उम्मीद थी कि यह खाली होगा या बंद होगा. पर ऐसा नहीं था."
फेमा हिएस्टर ने कहा कि घटना के बाद भी कमेंट्री करने वाले शख्स के शब्दों में पहले जैसा ही जोश था, लोग उसी तरह तालियां बजा रहे थे. लेकिन वहां एक हादसा हो चुका था. उन्होंने कहा कि हादसे के बाद शो जारी रखना हैरान करने वाला फैसला था.
विंग कंमाडर नवमांश स्याल की मृत्यु के बाद भी एयर शो जारी रखने के लिए उन्होंने आयोजकों पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, "दुबई एयरशो के आखिरी दिन इंडियन एयर फोर्स के विंग कमांडर नमांश स्याल तेजस से एक्रोबैटिक डेमो करते हुए दुर्घटना का शिकार हो गए और उनकी मृत्यु हो गई. हमारी टीम भी अपने प्लेन के साथ तैयारी कर रही थी. हमें अपना शो करना था."
शो जारी रखने पर हिएस्टर ने कहा, "उनके लिए यह सोचना अजीब था कि उनकी टीम शो साइट से उनके बिना रॉक एंड रोल टेक के बाहर निकल रही है, जबकि अगला परफॉर्मर परफॉर्म करने के लिए खुद को तैयार कर रहा है.
बता दें कि दुबई एयर शो के दौरान तेजस एयरक्राफ्ट क्रैश में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर नमांश स्याल शहीद हो गए थे. 23 नवंबर को भारतीय पायलट स्याल के पार्थिव शरीर को तमिलनाडु के सुलूर वायुसेना अड्डे पर लाया गया और पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
बाद में उन्हें हिमाचल प्रदेश ले जाया गया और फूलों से सजे एक सैन्य ट्रक में सशस्त्र बलों और नागरिक वाहनों के काफिले के साथ उनके पैतृक गांव पटियालकर ले जाया गया.
कांगड़ा जिले में अंतिम संस्कार के समय, उनकी पत्नी, विंग कमांडर अफशां, अपनी छह साल की बेटी को गोद में लिए, फूट-फूट कर रोती रहीं और अंतिम विदाई सलामी देने में कामयाब रहीं. लड़ाकू पायलट स्याल का पूरे सैन्य सम्मान और तोपों की सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जबकि उनके चचेरे भाई निशांत ने अंतिम संस्कार की रस्में निभाईं.