अमेरिका ने मानी भारत के मिडल क्लास की ताकत; क्या कहा नए राजदूत ने?
ट्रंप के करीबी सहयोगी और भारत में अगले अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर ने कहा कि रूसी तेल की खरीद पर तमाम असहमतियों के बावजूद अमेरिका-भारत संबंध गर्मजोशी भरे और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं.

भारत में अगले राजदूत के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने करीबी सहयोगी सर्जियो गोर का नामांकन किया है. फिलहाल सर्जियो गोर व्हाइट हाउस के राष्ट्रपति कार्मिक कार्यालय के निदेशक हैं और ट्रंप के करीबी सहयोगी माने जाते हैं.
भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में सर्जियो गोर का नामांकन अमेरिका-भारत संबंधों में एक नए अध्याय की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें व्यापार, सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी के मुद्दे प्रमुख होंगे.
भारत आने से पहले सर्जियो गोर ने 11 सितंबर को कहा, 'भारत का मध्यम वर्गीय बाजार अमेरिका से भी बड़ा है. ऐसे में हम चाहते हैं कि भारत रूस के बजाय अमेरिका से कच्चा तेल और अन्य पेट्रोलियम उत्पाद खरीदे."
सर्जियो गोर ने कहा कि अब भारत के साथ होने वाली बातचीत व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने की दिशा में होगी. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की 1.4 अरब से अधिक जनसंख्या और तेजी से बढ़ता मध्यम वर्गीय बाजार अमेरिका के लिए एक शानदार अवसर है.
अमेरिकी राजदूत बनने के लिए सीनेट समिति की सुनवाई में सर्जियो गोर ने कहा कि अमेरिका और भारत के बीच टैरिफ के मुद्दे पर ज्यादा मतभेद नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यह जल्द ही, अगले कुछ हफ्तों में सुलझ जाएगा. गोर ने यह भी बताया कि अमेरिका और भारत के दीर्घकालिक रणनीतिक लक्ष्य एक जैसे हैं और चीन के मुकाबले उनके रिश्ते ज्यादा अच्छे हैं.
सर्जियो ने आगे कहा, "हम भारत के साथ होने वाले आगामी व्यापार बातचीत में कच्चे तेल, पेट्रोलियम उत्पादों और प्राकृतिक गैस के लिए बाजार खोलने का पूरा इरादा रखते हैं. हम वहां रहने वाले 1.4 अरब आबादी को ध्यान में रख रहे हैं. हमारी परिभाषा के मुताबिक, उनका मध्यम वर्ग पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका से भी बड़ा है. इसलिए हमारे पास उन बाजारों में विस्तार करने की अनगिनत संभावनाएं हैं और हम ऐसा करने का पूरा इरादा रखते हैं."
भारत में अमेरिकी राजदूत के पद के लिए चुने गए अमेरिकी अधिकारी सर्जियो गोर की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब ट्रंप प्रशासन भारत पर रूस से क्रूड ऑयल का आयात बंद करने के लिए दबाव डाल रहा है. अमेरिका का आरोप है कि रूसी तेल खरीदकर भारत यूक्रेन जंग में रूस को अप्रत्यक्ष तौर पर धन मुहैया करा रहा है. हालांकि, भारत ने अमेरिका के इस आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.
पीएम मोदी और ट्रंप की दोस्ती का जिक्र करते हुए सर्जियो ने कहा, "हमारे राष्ट्रपति की प्रधानमंत्री मोदी के साथ गहरी दोस्ती है, जो अनोखी है. अगर आपने गौर किया होगा कि वह एक दूसरे के खिलाफ सीधा बयान नहीं देते. जब राष्ट्रपति ट्रंप टैरिफ को लेकर भारत की आलोचना करते हैं, तो वह मोदी की तारीफ करने से नहीं चूकते. उनके बीच एक अद्भुत रिश्ता है."
उन्होंने अमेरिका-भारत संबंधों की महत्ता पर विशेष जोर दिया और कहा कि यह वर्तमान समय में अमेरिका के लिए सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय रिश्तों में से एक है. रुबियो ने कहा कि 21वीं सदी में दुनिया की कहानी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में लिखी जाएगी. इस क्षेत्र में भारत केंद्र में है.