ट्रंप की धमकी के बीच पुतिन का भारत दौरा कन्फर्म; जानें अजित डोभाल ने क्या कहा?
अमेरिका की टैरिफ धमकी के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत का दौरा कन्फर्म किया है

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर रूस से तेल नहीं खरीदने का दबाव बना रहे हैं. उन्होंने 50 फीसद टैरिफ लगाने के बाद और एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने की धमकी दी है. इस बीच रूसी समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने बताया है कि जल्द ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन भारत दौरे पर जा रहे हैं.
समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने 7 अगस्त को मॉस्को में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के हवाले से बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस वर्ष के अंत तक भारत की यात्रा करेंगे. इसकी तारीखें अभी तय की जा रही हैं. रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगू के साथ बातचीत में, डोभाल ने इस बात की पुष्टि की कि यह यात्रा सही दिशा में आगे बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि नई दिल्ली आगामी बैठक को लेकर "उत्साहित और प्रसन्न" है. उन्होंने पिछले भारत-रूस शिखर सम्मेलनों को द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण बताया. इससे पहले 5 मई 2025 को यह खबर सामने आई थी कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत आने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है.
पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन दो बार मिले थे. पहली बार जुलाई में 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन के दौरान मॉस्को में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी. पीएम मोदी अपने तीसरे कार्यकाल की शुरुआत के बाद पहली बार रूस गए थे.
इस यात्रा के दौरान, भारत-रूस संबंधों को मज़बूत करने में उनके योगदान के लिए प्रधानमंत्री मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से सम्मानित किया गया था. दोनों नेताओं की अक्टूबर में कजान में दूसरी बार इस साल मुलाकात हुई, जब प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस गए थे.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने क्रेमलिन का हवाला देते हुए एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी थी. इससे पहले पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की और पहलगाम आतंकी हमले पर चर्चा की थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने तब पुतिन और मोदी का हवाला देते हुए बताया था, "रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और भारत के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही है."
बता दें कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति पुतिन को विजय दिवस की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर शुभकामनाएं दीं थी और उन्हें इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए बुलावा भेजा था.