'मैं बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं...' ट्रंप की इस पोस्ट पर PM मोदी ने क्या जवाब दिया

सोशल मीडिया के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच सकारात्मक बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब दोनों देशों के बीच टैरिफ को लेकर तनाव देखा जा रहा है

पीएम मोदी और ट्रंप (फाइल फोटो)
पीएम मोदी और ट्रंप (फाइल फोटो)

टैरिफ को लेकर भारत और अमेरिका के बीच तनाव जारी है. इस बीच 10 सितंबर को एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पीएम मोदी को बहुत अच्छा दोस्त बताया. ट्रंप के इस पोस्ट पर पीएम मोदी ने भी जवाब दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के पोस्ट पर जवाब देते हुए कहा कि भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं. दोनों नेताओं के संदेशों को रुके हुए व्यापारिक समझौते में नई गति प्रदान करने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.

दरअसल, पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर कहा था, "उन्हें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं. मैं अपने बहुत अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री मोदी से आने वाले हफ्तों में बातचीत करने के लिए उत्सुक हूं. मुझे पूरा यकीन है कि हमारे दोनों महान देशों के लिए इस वार्ता का सफल नतीजा निकलेगा."

ट्रंप की इस पोस्ट के जवाब में पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "भारत और अमेरिका में करीबी दोस्ती है. इसके अलावा हम स्वभाविक साझेदार हैं. मुझे यकीन है कि हमारी व्यापार पर बातचीत से भारत-अमेरिका साझेदारी की असीमित संभावनाओं के रास्ते खुलेंगे. हमारी टीमें जल्द से जल्द इस दिशा में चर्चा करने पर काम कर रही है. मैं राष्ट्रपति ट्रंप से बात करने को लेकर भी आशान्वित हूं. हम दोनों देशों के लोगों के लिए सुनहरे और अधिक समृद्ध भविष्य बनाने की दिशआ में काम करेंगे."

दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत ऐसे समय में हो रही है, जब वाशिंगटन ने रूसी तेल आयात पर नई दिल्ली पर 50 फीसद का टैरिफ लगाया है. इससे दोनों देशों के बीच तनाव देखा जा रहा है. इतना ही नहीं दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय व्यापार समझौता भी अभी बातचीत के फेज में ही है. अमेरिका कृषि और डेयरी बाजारों तक व्यापक पहुंच चाहता है, जो भारत के लिए एक सीमा रेखा है.

ट्रंप की गर्मजोशी भरी यह पहल अमेरिका के रुख में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है. खासकर तब, जब ट्रंप के सहयोगी लगातार भारत पर हमला कर रहे हैं. ट्रंप के सलाहकार नवारो ने तो रूस-यूक्रेन जंग को "मोदी का युद्ध" तक कह दिया. उन्होंने यूक्रेन जंग का जिम्मेदार भारत को ठहराया.

इसके बाद इस महीने की शुरुआत में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी, शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खुशनुमा माहौल में मेल-मुलाकात वाली एक तस्वीर वायरल हुई. इस तस्वीर को पोस्ट कर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि ऐसा लग रहा है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है.

इन सबके बाद अब एक बार फिर दोनों नेताओं के बीच सोशल मीडिया पर हुई सकारात्मक बातचीत से ट्रेड समझौता को लेकर दोनों देश के लोगों में एक उम्मीद जगी है.

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