पाकिस्तान ने आधी रात को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एयर स्ट्राइक क्यों की?
पाकिस्तानी एयर फोर्स ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के नेता नूर वली महसूद को लक्ष्य बनाकर काबुल में हवाई हमला किया

9-10 अक्टूबर 2025 की रात पाकिस्तानी एयर फोर्स ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के कई ठिकानों पर हवाई हमला किया. इस हमले के बाद पाकिस्तान ने TTP प्रमुख नूर वली महसूद को मारने का दावा किया है.
वहीं, अफगानिस्तान के तालिबान सरकार ने इस विस्फोट में किसी के मारे जाने या घायल होने से इनकार किया है. टोलो न्यूज ने कहा कि उसे महसूद का एक ऑडियो मैसेज मिला, जिसमें उसने दावा किया है वह पूरी तरह से सुरक्षित है.
सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि पाकिस्तान ने यह एयर स्ट्राइक ऐसे वक्त में की है, जब तालिबान सरकार के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी पहली बार भारत दौरे पर आए हैं.
विदेश मंत्री मुत्तकी छह दिवसीय भारत यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से बातचीत करेंगे.
पाकिस्तान लंबे समय से अफगानिस्तान की तालिबान सरकार पर TTP को फंडिंग करने और हथियार मुहैया कराने का आरोप लगाता रहा है. लेकिन, इस बार एयर स्ट्राइक की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि पाकिस्तान की इस बेचैनी की वजह कहीं विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी का भारत दौरा तो नहीं है. इस हमले के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काबुल के शहीद अब्दुल हक स्क्वायर के पास हवाई हमले का उद्देश्य TTP प्रमुख नूर वली महसूद को खत्म करना था, जिसने 2018 में इस संगठन की कमान संभाली है. महसूद ने 9/11 के हमलों के बाद अमेरिका के साथ पाकिस्तान की दोस्ती को धोखे के तौर पर देखा था.
इसी वजह से 2018 के बाद से ही वह इस्लामाबाद के लिए लगातार सिरदर्द बने हुआ है. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने हाल के वर्षों में पाकिस्तानी सैन्य कर्मियों को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं, जिनमें सबसे ताजा हमला 8 अक्टूबर को हुआ.
8 अक्टूबर को अफगान सीमा के पास TTP ने घातक हमले में सेना के दो सीनियर अधिकारी समेत 11 पाकिस्तानी सैनिक को मार गिराए. इसके बाद पाकिस्तान सरकार के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अफगानिस्तान को कड़ी चेतावनी जारी की थी.
काबुल में एयर स्ट्राइक पाकिस्तानी रक्षा मंत्री की चेतावनी के ठीक 24 घंटे बाद हुए हैं. पाकिस्तानी हवाई हमलों पर चिंता व्यक्त करते हुए, अफगानिस्तान में अमेरिका के पूर्व दूत जल्माय खलीलजाद ने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की संभावना जताई है. खलीलजाद ने पाकिस्तान और तालिबान के बीच बातचीत का आह्वान किया है.