भारत रूस से तेल आयात में कटौती करने पर क्यों हुआ मजबूर?
रूस की दो दिग्गज कंपनियों पर अमेरिकी पाबंदी के बाद भारत की रिफायनरियां इनसे तेल आयात में कटौती करने या इसे पूरी तरह रोकने की योजना बना रही हैं

अमेरिका ने 22 अक्टूबर को रूस की दो अहम कंपनियों- रोसनेफ्ट और लुकोइल पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. ये दोनों एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनियां है. इसके बाद अब खबर आई है कि भारत रूसी क्रूड ऑयल के आयात में भारी कटौती कर सकता है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड रूस से अपने क्रूड ऑयल के आयात में भारी कटौती करने या पूरी तरह से रोक लगाने की योजना बना रही है. रिलायंस इंडस्ट्रीज 2022 से रूसी क्रूड ऑयल के सबसे बड़े आयातकों में से एक रही है.
रिलायंस की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में कहा भी गया है कि कंपनी 'भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के हिसाब से रूसी तेल आयात को तय करेगी.'
इसके अलावा सरकारी रिफाइनरियां भी नई पाबंदियों के लिहाज से रूसी क्रूड ऑयल के आयात के मामले पर सोच-विचार कर रही हैं. इनकी योजना है कि सप्लाई चेन को इस तरह से व्यवस्थित किया जाए ताकि उनके क्रूड ऑयल की कोई भी खेप सीधे रूसी तेल दिग्गज कंपनियों रोसनेफ्ट या लुकोइल से न आए.
अमेरिका बीते कुछ वक्त से भारत पर लगातार दबाव बनाता रहा है कि वह रूसी क्रूड ऑयल आयात को बंद करे. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आरोप लगा चुके हैं कि भारत इस आयात के जरिए यूक्रेन के खिलाफ रूस की 'वॉर मशीन’ के लिए मददगार साबित हो रहा है. इसी हवाले से अमेरिका भारतीय सामानों पर अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ लगा चुका है.
हालांकि बीते 16 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस से क्रूड ऑयल आयात बंद करने पर सहमति जताई है. तब तेल की ख़रीद से जुड़े मुद्दे पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल कहा था, "भारत बड़ी मात्रा में तेल और गैस का आयात करता है. ऊर्जा के लगातार बदलने वाले माहौल में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. ऊर्जा की कीमतों को स्थिर बनाए रखना और इसकी सप्लाई सुनिश्चित करना हमारे दो मक़सद रहे हैं."
वहीं ट्रंप ने 20 तारीख की रात को प्रधानमंत्री मोदी को फोन करके दीवाली की बधाई दी थी. इसके बाद उन्होंने दावा किया था कि भारत ने रूसी क्रूड ऑयल के आयात में कटौती कर दी है और आगे और कटौती की जाएगी.
भारत की तरफ से मिले संकेतों के बाद क्रूड ऑयल की बढ़ी कीमतें
भारत रूस से क्रूड ऑयल आयात में कटौती करने जा रहा है, यह खबर आने के बाद 23 अक्टूबर को क्रूड ऑयल की कीमतों में लगभग 3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. विश्लेषकों ने कहा है कि यह उछाल इस आशंका से प्रेरित था कि कड़े प्रतिबंधों और रूसी निर्यात में गिरावट से ग्लोबल सप्लाई चेन बाधित हो सकती हैं.