भारत में शुरू हुई मालदीव टूरिज्म के बॉयकॉट की मुहिम, लेकिन यह देश पर्यटन से कमाता कितना है?

भारत से हर साल हजारों-लाखों की तादाद में पर्यटक मालदीव घूमने के लिए जाते हैं, यहां तक कि यह जगह कई सारी भारतीय फिल्मी हस्तियों का फेवरेट डेस्टिनेशन भी है

मालदीव की कमाई का एक बड़ा हिस्सा टूरिज्म से आता है
मालदीव की कमाई का एक बड़ा हिस्सा टूरिज्म से आता है

मालदीव के खिलाफ इन दिनों भारत में काफी गुस्सा और नाराजगी भरा माहौल है. मालदीव के खिलाफ भारत में ऑनलाइन बॉयकॉट अभियान की शुरुआत भी हो चुकी है. अब ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी ईज़माईट्रिप (EaseMyTrip) ने भी मालदीव के लिए सभी फ्लाइट्स बुकिंग को सस्पेंड कर दिया है.

कंपनी के कोफाउंडर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा कि अपने देश के साथ एकजुटता दिखाते हुए EaseMyTrip ने मालदीव के लिए सभी फ्लाइट्स बुकिंग को सस्पेंड कर दिया है. दूसरी तरफ EaseMyTrip ने लक्षद्वीप जाने के लिए भी ऑनलाइन अभियान की शुरुआत कर दी है.

लेकिन पिछले कुछ दिनों के दौरान आखिर ऐसा क्या घटा जो भारत में मालदीव के खिलाफ इस कदर गुस्सा देखने को मिल रहा है? इस सवाल का जवाब है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लक्षद्वीप दौरा. दरअसल पीएम मोदी 2 जनवरी और 3 जनवरी को लक्षद्वीप के दौरे पर थे. बीच पर क्लिक की गई उनकी तस्वीरें इंटरनेट काफी वायरल भी हुईं. जिसके बाद कई सारे लोगों ने लक्षद्वीप और मालदीव की आपस में तुलना शुरू कर दी. पीएम मोदी ने भी लोगों से अपील की थी कि वे लक्षद्वीप घूमने का प्लान बनाएं. इसके बाद मालदीव सरकार के तीन मंत्रियों मरियम शिउना, मालशा शरीफ और महमूद माजिद ने पीएम मोदी और भारत पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इसी को लेकर अब मालदीव के खिलाफ माहौल गर्माया हुआ है. क्रिकेटर से लेकर एक्टर तक मालदीव की आलोचना में जुटे हैं. लेकिन इस सब के बीच मालदीव के टूरिज्म का भी जम कर बॉयकॉट हो रहा है. लेकिन यहां पर सवाल यह है कि आखिर मालदीव के टूरिज्म को बॉयकॉट करने से उस देश पर असर क्या पड़ेगा? 

ऊपर लिखे सवाल का जवाब आंकड़ों में छुपा है. दरअसल भारत से हर साल हजारों-लाखों की तादाद में पर्यटक मालदीव घूमने के लिए जाते हैं. यह जगह कई सारी भारतीय फिल्मी हस्तियों का फेवरेट डेस्टिनेशन भी है. ऐसे में विदेशी लोकेशनों के बीच भारतीयों के मन में मालदीव को लेकर एक अच्छा खासा बज़ बना रहता है. साथ ही यह भारत से काफी नजदीक और सस्ता भी है. सस्ते वाली बात को आप ऐसे समझ लिजिए कि जब वैश्विक महामारी कोविड-19 का लॉकडाउन खुलना शुरू हुआ था उस वक्त मालदीव टूरिज्म को लेकर भी काफी मीम सोशल मीडिया पर तैरते हुए दिखाई दिए थे. कई सारे मीम में ऐसा बताया गया था कि भारतीयों के लिए मालदीव घूमना आईफोन खरीदने से भी ज्यादा सस्ता है. मालदीव की कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा भी टूरिज्म से ही आता है. 

मालदीव के टूरिज्म मिनिस्ट्री से मिले आंकड़े बताते हैं कि दिसंबर 2023 तक मालदीव जाने वाले पर्यटकों में सबसे बड़ी तादाद भारतीयों की थी. मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 13 दिसंबर 2023 तक मालदीव में कुल 17,57,939 पर्यटक पहुंचे. अगर साल 2022 की बात करें यह आंकड़ा 15 लाख पर्यटकों का था. यानी 2023 में इस आंकड़े में 12.6 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. 

अगर गिनती की बात करें तो सबसे ज्यादा भारतीय पर्यटकों (2,09,198) ने मालदीव का दौरा किया. इसके बाद रूस (2,09,146) और चीन (1,87,118) का नंबर आता है. वहीं  यूनाइटेड किंगडम से लगभग 1,55,730, जर्मनी से 1,35,090, इटली से 1,18,412, संयुक्त राज्य अमेरिका से 74,575, फ्रांस से 49,199, स्पेन से 40,462 और स्विट्जरलैंड से 37,260 पर्यटकों ने मालदीव का दौरा किया. यहां तक कि अगर फ्लाइट बुकिंग के डेटा को भी देखें तो मालदीव भारतीयों के लिए सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशंस में से एक है. 

साल 2018 में अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के बीच 51,000 यात्रियों ने भारत और मालदीव के बीच सीधी उड़ानें भरी थीं. वहीं 2019 में यह संख्या 60,000 यात्रियों तक पहुंच गई थी. यानी भारत से मालदीव के बीच हर रोज करीब 700 यात्रियों ने सीधी उड़ान भरी. हालांकि कोविड 19 के दौरान इसमें गिरावट भी देखी गई. लेकिन इसके बाद मालदीव के टूरिज्म में एक बार फिर से इजाफा देखा गया. 2021 की चौथी तिमाही में 1.15 लाख यात्रियों ने मालदीव की यात्रा की. 

ये तो बात थी सैलानियों की. अब थोड़ा सा कमाई के आंकड़ों पर भी नजर डाल लेते हैं. मालदीव के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिसटिक्स और मालदीव्स एसोसिएशन फॉर टूरिज्म इंडस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक हर साल करीब 15 लाख टूरिस्ट मालदीव की सैर पर आते हैं. टूरिज्म यहां के लिए कमाई का सबसे बड़ा जरिया है. साथ ही इससे मालदीव का सबसे ज्यादा फॉरेक्स रिजर्व यानी विदेशी मुद्रा भी हासिल होती है. मालदीव सरकार लगभग एक तिहाई टैक्स टूरिज्म सेक्टर से ही वसूल करती है. अगर जीडीपी की बात करें तो इसका भी 25.2 फीसदी हिस्सा टूरिज्म से ही आता है. साल 2021 में टूरिज्म के जरिए मालदीव को 3.49 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रेवेन्यू मिला था.

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