बीजेपी के प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति के बीच राष्ट्रीय अध्यक्ष का मामला कहां फंस गया?

पिछले कुछ दिनों में ही नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में बीजेपी ने अपने नए मुखिया नियुक्त कर दिए हैं और इसके बाद पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है

PM Narendra Modi, Amit Shah, JP Nadda
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह (फाइल फोटो)

जून के आखिरी दिनों से लेकर जुलाई के पहले हफ्ते तक में केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने नौ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में नए अध्यक्ष की नियुक्ति की है. 3 जुलाई को पश्चिम बंगाल में भी नए अध्यक्ष के तौर पर राज्यसभा संसद समिक भट्टाचार्य के नाम की औपचारिक घोषणा होनी है.

इसके साथ ही यह संख्या 10 पर पहुंच जाएगी. 2 जुलाई को भट्टाचार्य ने अध्यक्ष पद के लिए पर्चा भरा था. वे अकेले व्यक्ति हैं जिन्होंने इस पद के लिए पर्चा भरा है. पर्चा दाखिल करने के वक्त उनके साथ मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुकांता मजूमदार भी थे. इससे साफ है कि उनके नाम की घोषणा की औपचारिकता ही बची है.

बीजेपी ने अब तक अपनी 28 प्रदेश इकाइयों के नए मुखिया के नाम की घोषणा कर दी है. पार्टी की 37 मान्यता प्राप्त राज्य इकाइयां हैं. पार्टी संविधान के मुताबिक नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आधी यानी 19 इकाइयों में सांगठनिक नियुक्तियां पूरी करना जरूरी है. इस लिहाज से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए सांगठनिक चुनावों की अनिवार्यता को पूरा कर लिया गया है.

इसे देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि अगले एक पखवाड़े में मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की जगह नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो जाएगी. बीजेपी सूत्रों की मानें तो इस हवाले से पार्टी की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ बातचीत चल रही है. पार्टी के एक नेता इस बारे में बताते हैं, ''बीते शुक्रवार (27 जून) को बीजेपी नेताओं और संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच इस बारे में बातचीत हुई है. कोई नाम तय नहीं हुआ है लेकिन बातचीत अभी जारी है.''

इनका यह भी दावा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारों में से संघ की इच्छा क्या है, इस बारे में भी स्पष्टता 6 जुलाई के बाद आने की उम्मीद है. 

दरअसल 4 से 6 जुलाई के बीच नई दिल्ली में संघ के सभी प्रांत प्रचारकों की बैठक हो रही है. यह बैठक दिल्ली के ‘केशव कुंज’ संघ कार्यालय में होनी है. देश भर के सभी प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक एवं क्षेत्र प्रचारक तथा सह क्षेत्र प्रचारक इस बैठक में उपस्थित रहेंगे. इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा सभी शीर्ष पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. संघ के शीर्ष नेतृत्व की एक ही स्थान पर मौजूदगी से बीजेपी अध्यक्ष के तौर पर किसी नाम को लेकर संघ की राय बनाने में सहूलियत होगी.

2 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 देशों की यात्रा पर रवाना हुए हैं. 2016 के बाद अपनी सबसे लंबी विदेश यात्रा से प्रधानमंत्री 9 जुलाई को वापस भारत आएंगे. बीजेपी नेताओं का दावा है कि तब तक संघ से पार्टी के संवाद का काम पूरा हो जाएगा. 21 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र शुरू होना है. प्रधानमंत्री की वापसी और संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत के बीच के समय में ही पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा की उम्मीद की जा रही है.

हाल के दिनों में कई प्रदेशों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति को बीजेपी संगठन पर्व का दूसरा चरण कह रही है. लेकिन इस दूसरे चरण में भी राजनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश और प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति का मामला टलता ही दिख रहा है.

इस बारे में पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी कहते हैं, ''उत्तर प्रदेश का निर्णय अधिक कठिन है. क्योंकि लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद यहां पार्टी को बहुत संभलकर निर्णय लेना है. प्रदेश के विधानसभा चुनावों में दो साल से भी कम वक्त बचा है. प्रदेश में किसी ऐसे नाम की तलाश चल रही है, जो बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व, संघ और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यानी तीनों की पसंद हो और फिर इस नाम से प्रदेश में पार्टी की संभावनाएं भी मजबूत हों. अंदेशा यही है कि इस निर्णय में अभी वक्त लगेगा. जहां तक बात गुजरात की है तो इस बारे में कभी भी निर्णय लिया जा सकता है.''


बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष

1. मध्य प्रदेश: हेमंत खंडेलवाल
2. महाराष्ट्र: रविंद्र चव्हाण
3. तेलंगाना: एन रामचंद्रराव
4. आंध्र प्रदेश: पीवीएन माधव गारू
5. उत्तराखंड: महेंद्र भट्ट
6. हिमाचल प्रदेश: राजीव बिंदल
7. पुड्डुचेरी: वीपी रामलिंगम
8. मिजोरम: के बेचुआ
9. अंडमान निकोबार: अनिल तिवारी
10. पश्चिम बंगाल: समिक भट्टाचार्य (3 जुलाई को औपचारिक घोषणा)

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