पहले जेलेंस्की, अब पुतिन से बात; रूस-यूक्रेन युद्ध पर पीएम मोदी ने क्या कहा?

18 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की है और इससे पहले 11 अगस्त को जेलेंस्की की पीएम से बात हुई थी

Prime Minister Narendra Modi and Russian President Putin
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फाइल फोटो)

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 18 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत की है. इस दौरान रूसी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को डोनाल्ड ट्रंप के साथ अलास्का में हुई उनकी बैठक के बारे में जानकारी दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को फ़ोन करने और अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी हालिया मुलाक़ात के बारे में जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद दिया है.

प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा है, "मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन को फ़ोन कॉल करने और अलास्का में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपनी हालिया मुलाक़ात के बारे में जानकारी साझा करने के लिए धन्यवाद."

उन्होंने आगे कहा, "भारत ने यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का लगातार आह्वान किया है और इस संबंध में सभी प्रयासों का समर्थन करता है. मैं आने वाले दिनों में हमारे निरंतर आदान-प्रदान की आशा करता हूं."

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 15 अगस्त को अलास्का में रूस-यूक्रेन संघर्ष पर युद्धविराम पर चर्चा के लिए मुलाकात की थी.

इस बैठक पर खासतौर पर भारत की नजर इसलिए थी क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति इससे पहले घोषणा कर चुके थे कि वे भारतीय सामानों के आयात पर लागू 25 फीसदी टैरिफ के ऊपर और 25 फीसदी टैरिफ लगाने जा रहे हैं. ट्रम्प ने आरोप लगाया था कि भारत सस्ता रूसी तेल खरीदकर यूक्रेन कि खिलाफ युद्ध में रूस को फंडिंग कर रहा है और अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ इसलिए ही लगाया गया है. 

मोदी और पुतिन के बीच एक पखवाड़े में यह दूसरी बातचीत है. वहीं इससे पहले 7 अगस्त को, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने क्रेमलिन में पुतिन से मुलाकात की थी.

मोदी ने जेलेंस्की से भी बात की थी

वहीं 11 अगस्त को पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के साथ फोन पर बात की थी. इसमें ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन को उस ‘अंतर्राष्ट्रीय बातचीत’ में शामिल करने की जरूरत दोहराई जो देश के भाग्य का फैसला करेगी.

मोदी के साथ बातचीत के बाद यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा था, "हमने रूस के खिलाफ प्रतिबंधों पर भी विस्तार से चर्चा की. मैंने कहा कि रूसी ऊर्जा, विशेष रूप से तेल के निर्यात को सीमित करना आवश्यक है ताकि इस युद्ध को जारी रखने के लिए फंड की उसकी क्षमता को कम किया जा सके."  इसके बाद उन्होंने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के संदेश में भी कहा था, "हमें उम्मीद है कि भारत युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों में योगदान देगा, ताकि हमारी स्वतंत्रता और संप्रभुता वास्तव में सुरक्षित रहे."

मोदी और पुतिन के बीच 18 अगस्त को हुई फ़ोन कॉल के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि दोनों नेताओं ने "द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर भी चर्चा की" जिससे वार्षिक रूस-भारत शिखर सम्मेलन से पहले चल रही भारत-रूस बातचीत का संकेत मिलता है. इस बातचीत के लिए पुतिन भारत की यात्रा करेंगे.

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