पेपर लीक : 31 मार्च को दिल्ली पर 'हल्ला' बोलेंगे युवा

31 मार्च को देशभर से छात्र दिल्ली में सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं में गड़बड़ी के खिलाफ युवा हल्ला बोल रैली में भाग लेंगे.

विरोध प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन

27 फरवरी से नई दिल्ली के लोधी रोड पर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (एसएससी) मुख्यालय के बाहर हजारों छात्र आंदोलन पर हैं. यह छात्र फरवरी में हुई कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल) टीयर-2 की परीक्षा की जांच की मांग कर रहे हैं. 31 मार्च को देशभर से छात्र दिल्ली में सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं में गड़बड़ी के खिलाफ युवा हल्ला बोल रैली में भाग लेंगे. पिछले कुछ दिनों में देश की कईं मुख्य परीक्षाओं में गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं.

एसएससी  पेपर लीक

21 फरवरी को सीजीएल टीयर-2 की परीक्षा देकर परीक्षा केंद्रों से बाहर निकले तो छात्रों ने सोशल मीडिया पर उस प्रश्न पत्र को पाया जिसे वह हल करके आये थे. पेपर लीक होने की खबर मिलते ही छात्रों में रोष पैदा हो गया और उन्होंने सोशल मीडिया से लीक हुए पेपर के साक्ष्य जुटाकर मामले की शिकायत एस एस सी प्रशासन से की. एसएससी प्रशासन द्वारा शिकायत को सिरे से खारिज कर देने के बाद छात्रों ने मामले की तह तक जाने के लिए एकजुटता दिखाई.

27 फरवरी को एसएससी मुख्यालय के बाहर मामले की सीबीआई जांच को लेकर आंदोलन की नींव रखी. आरोप को एस एस सी द्वारा गलत बताए जाने पर अन्य राज्यों के छात्र भी दिल्ली पहुंचने लगे और आंदोलन में छात्रों की तादाद बढ़ने लगी. बाद में 17 से 22 फरवरी तक की सीजीएल की सारी परीक्षाओं की जांच सीबीआई से करवाने और छात्रों द्वारा जुटाए गए पेपर लीक सम्बन्धी साक्ष्यों को सीबीआई जांच के लिए सौंपने की बात कही गई.

सीबीएसई अकॉउंटस पेपर लीक

सीबीएसई का 12वीं कक्षा का अकॉउंटस की परीक्षा का प्रश्न पत्र व्हाट्सएप्प के द्वारा लीक कर दिया गया था. यह प्रश्न पत्र सीबीएसई के सेट 2 के प्रश्न पत्र से मेल खाता था. सीबीएसई ने कहा की एक विशेष समिति इस मामले की जांच करेगी की प्रश्न पत्र कैसे लीक हुआ.

लेकिन बाद में सीबीएसई ने लीक की खबर को गलत बताते हुए इसे केवल एक अफवाह बताया. सीबीएसई ने कहा कि प्रश्न पत्र के लीक की खबर बिलकुल गलत है. सारे सील परीक्षा केंद्रों में बिलकुल ठीक पाए गए हैं. कुछ लोग लीक की अफवाह फैलाकर गलतफहमी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा की मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं और मामले में सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि मेहनती छात्रों को सीबीएसई की लापरवाही के कारण सहना न पड़े।  

पंजाब स्कूल शिक्षा बार्ड पेपर लीक

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 20 मार्च को 12वीं कक्षा की गाड़ित की परीक्षा रद्द कर दी जब उसके संज्ञान में आया कि पेपर लीक कर दिया गया है. बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि उन्हें सुबह साढ़े 10 बजे यह पता चला कि कुछ उत्तर पत्रिकाएं लीक कर दी गयी हैं. जिसके बाद उन्होंने बैक अप के लिए रखा गया दूसरा प्रश्न पत्र देने के लिए कहा लेकिन वह कई परीक्षा केंद्रों पर समय पर नहीं पहुंच पाया. दोपहर 3 बजे बोर्ड ने परीक्षा रद्द करने की घोषणा कर दी. अब यह परीक्षा 31 मार्च को होगी.

महाराष्ट्र एसएससी पेपर लीक

महाराष्ट्र एसएससी के छात्रों को कल्याण के एक परीक्षा केंद्र में इतिहास और राजनीति विज्ञान का प्रश्न पात्र एक मेसेजिंग एप्प पर पेपर शुरू होने से एक घंटा पहले मिला. स्कूल प्रशासन ने कहा कि उनके पास पहले से यह जानकारी थी कि परीक्षा के लिए बैठे कुछ छात्रों को प्रश्न पत्र की फोटो मिली थीं.

स्कूल की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए टिटवाला पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. मामले में अभी तक कुल 4 लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है जिसमें मुख्य आरोपी फ़िरोज़ खान है जो एक कोचिंग सेंटर चलाता था, उसके साथ है रोहित सिंह जो उसके कोचिंग सेंटर पर ही पढ़ाता था, बाकी दो आरोपी हैं जाखिया शेख और अनवरन हसन।

तेलंगाना एसएससी पेपर लीक

तेलंगाना पुलिस ने 16 अध्यापकों के खिलाफ केस दर्ज किया की उन्होंने पिछले हफ्ते 10वीं कक्षा के प्रश्न पत्र व्हाट्सएप्प पर लीक किए. आरोपियों ने गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के प्रश्न पात्र परीक्षा से से एक घंटा पहले लीक कर दिए. पुलिस ने इस मामले में आदिलाबाद जिले के नरनूर में रेड डाली जहां नकल चल रही थी.   

ये सारे मामले उन लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हैं जो दिन रात हफ्तों, महीनों और सालों इन परीक्षाओं के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. इससे बढ़कर ये सारे पेपर लीक के मामले हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था की विश्वसनीयता पर कड़े सवाल खड़े करते हैं.

राघव वधवा इंडिया टुडे मीडिया इंस्टीट्यूट के छात्र हैं और इंडिया टुडे में प्रशिक्षु हैं.

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