तमन्ना भाटिया को ब्रांड ऐंबेसडर बनाते ही क्यों विवादों में आ गई 'मैसूर संदल सोप'?
मैसूर संदल सोप बनाती आ रही सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी केएसऐंडडीएल ने पिछले पांच साल में अच्छी-खासी वृद्धि दर्ज की है

मई मध्य में कर्नाटक के सबसे प्रसिद्ध सांस्कृतिक ब्रांडों में शुमार मैसूर संदल सोप मुश्किल में घिरा दिखा. दरअसल, कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ता इससे नाराज थे कि 109 साल पुरानी प्रतिष्ठित साबुन कंपनी कर्नाटक सोप्स ऐंड डिटर्जेंट लिमिटेड (केएसऐंडडीएल) ने कन्नड़ सेलिब्रिटी के बजाए अभिनेत्री तमन्ना भाटिया को अपना ब्रांड ऐंबेसडर चुना.
यह विवाद केएसऐंडडीएल के लिए फायदेमंद ही रहा. कंपनी ने मई में 186 करोड़ रुपए की यानी अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ बिक्री दर्ज की, जो 150 करोड़ रुपए के लक्ष्य से 24 फीसद ज्यादा है.
साबुन निर्माता कंपनी ने बीते कुछ वर्षों में तेज वृद्धि दर्ज की है. 2020-21 की तुलना में वार्षिक बिक्री लगभग दोगुनी होकर 2024-25 में 1,780 करोड़ रुपए हो गई; शुद्ध लाभ 113 करोड़ रुपए से करीब चार गुना बढ़कर 415 करोड़ रुपए हो गया. इसके एमडी प्रशांत पी.के.एम. कहते हैं कि उत्पादन में वृद्धि और ऑनलाइन मार्केटिंग ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई.
कंपनी की बिक्री में दक्षिण भारत का योगदान 80 फीसद से ज्यादा है, जिसमें आंध्र प्रदेश सबसे बड़ा बाजार है. अब अन्य क्षेत्रों खासकर उत्तर में इसकी पहुंच बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. यही कारण है कि 'पैन-इंडिया स्टार' तमन्ना के साथ अनुबंध किया गया.
कंपनी ने 2028 तक 5,000 करोड़ रुपए के वार्षिक कारोबार का लक्ष्य रखा है. यह उत्तरी कर्नाटक के विजयपुरा में एक नए संयंत्र में 250 करोड़ रुपए निवेश कर रही और नए उत्पादों में विविधता लाने पर विचार कर रही है. राज्य के भारी एवं मध्यम उद्योग मंत्री एम.बी. पाटील कहते हैं, ''हम इसे राष्ट्रीय स्तर पर ले जा रहे ...और भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ले जाएंगे.'' उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ''तब शायद हमें प्रचार के लिए किसी हॉलीवुड हस्ती की जरूरत पड़े.''
अजय सुकुमारन