समाचार सारः गोपनीयता
अधिकारियों ने भारतीय मीडिया को चेतावनी दी है कि सामान्य रूप से और विशेष रूप से सैन्य एयरफील्ड के अंदर 'सैन्य उपकरण' की तस्वीर लेना कानूनन दंडनीय है

भारतीय वायु सेना के पहले राफेल जेट
भारतीय वायु सेना के पहले राफेल जेट ने व्यापक प्रचार के बीच फ्रांस के मरिग्नैक में डासो एविएशन प्रतिष्ठान से उड़ान भरी और फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ ने उसे विदा किया.
लेकिन भारत में इस विमान की उड़ान की जानकारी गोपनीय ही रखी जाएगी.
चीन के साथ तनाव को देखते हुए बेड़े में शामिल करने का समारोह होने की संभावना नहीं है.
चर्चा को समाप्त करने के लिए सरकारी अधिकारियों ने भारतीय मीडिया को चेतावनी दी है कि सामान्य रूप से और विशेष रूप से सैन्य एयरफील्ड के अंदर 'सैन्य उपकरण' की तस्वीर लेना कानूनन दंडनीय है.