सनी लियोनी का सफेद और स्याह पक्ष

सनी लियोनी के ऊपर बनी नई डॉक्युमेंट्री पोर्न स्टार से बॉलीवुड की अभिनेत्री बनने तक के करनजीत कौर वोहरा के लंबे सफर का जायजा लेती है.

सनी लियोनी
सनी लियोनी

अगर आप मुझे पसंद नहीं करते तो भाड़ में जाइए." फोटोग्राफर से फिल्मकार बने दिलीप मेहता की डॉक्युमेंट्री मोस्टली सनी के एक दृश्य में सनी लियोनी कुछ ऐसा कहती नजर आती हैं. यह फिल्म कनाडा के छोटे-से कस्बे सार्निया से महानगर मुंबई तक सनी लियोनी के सफर का दस्तावेज है. 94 मिनट की इस फिल्म में पोर्न स्टार से बॉलीवुड अभिनेत्री बनी सनी ऐसे कई उत्तेजक बयान देती दिखाई देती हैं, जिसमें करनजीत कौर वोहरा अपने मन की बात को जस का तस कहती हैं. यह ऐसी फिल्म है जिसे सनी भारतीय दर्शकों को नहीं दिखाना चाहतीं. मुंबई फिल्म महोत्सव में इस फिल्म के प्रीमियर के दौरान लियोनी और उनके पति, मैनेजर और हमसफर डेनियल वेबर थोड़ा निराश थे. इस फिल्म में उनकी पोर्न फिल्मों से कुछ दृश्य लिए गए हैं और साथ ही द हॉवर्ड स्टर्न शो को दिए उनके एक साक्षात्कार की फुटेज भी शामिल है जिसमें वे कहती हैं कि उन्हें 13 साल की उम्र से ही पता था कि वे बाइसेक्सुअल (स्त्री-पुरुष, दोनों संग सेक्स करने के रुझान वाली) हैं. लियोनी और वेबर के दिमाग में चाहे जो चल रहा हो, लेकिन मोस्टली सनी के विश्वव्यापी प्रसारण अधिकार नेटफ्लिक्स ने खरीद लिए हैं और उसकी योजना 2017 के आरंभ में इसे प्रदर्शित करने की है.

सनी का वर्तमान उनके अतीत पर टिका है. वे चाहती हैं कि अगर उनके अतीत का प्रदर्शन हो भी, तो ऐसे तरीकों से हो कि उनके लिए सहज रहे. हालांकि मेहता अपने किए से डिगने वाले नहीं हैं, जिनका अपने काम पर पूरा रचनात्मक अधिकार और नियंत्रण है. वे लियोनी की ही तर्ज पर खुलकर कहते हैं, ''उनकी कामयाबी का इकलौता कारण यह है कि अतीत में वे एक बड़ी पोर्न स्टार थीं. मैं कोई ज्यादती नहीं कर रहा. वे अब भी कोई बहुत अच्छी अभिनेत्री नहीं हैं, वे अच्छा नृत्य भी नहीं करतीं हालांकि उसमें काफी सुधार आया है. वे देखने में अच्छी हो सकती हैं लेकिन बॉलीवुड में आकर्षक दिखने वाली दर्जनों लड़कियां हैं." मेहता को लियोनी की कहानी इसलिए पसंद आई क्योंकि एक बाहरी होने के बावजूद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक जगह बनाई है.

मोस्टली सनी में खुद सनी और वेबर की भागीदारी है, जिन्होंने मेहता को मुंबई और लॉस एंजेलिस के अपने घर समेत सनी के हिंदी फिल्मों के सेट तथा उनके अपने प्रोडक्शन सनलस्ट प्रोडक्शंस के तहत बन रही उस पोर्न फिल्म के सेट तक आने की छूट दी जिसे लॉस एंजेलिस के एक अपार्टमेंट में शूट किया गया है. मेहता कहते हें, ''मैंने कह दिया था कि मैं यह फिल्म तभी करूंगा जब वे मुझे सब कुछ मुहैया कराएंगे क्योंकि कुछ भी दबाकर रखने का क्या मतलब." फिल्म में मेहता इस जोड़ी के साथ कनाडा स्थित सनी के घर जाते हैं और एक शादी में शामिल होते हैं जहां सनी दूल्हे की तरफ  से डांस करती हैं. उन्हें ऐसे आयोजनों में नाचते हुए देखने के लिए लोग जिस तरह पैसे देकर आते हैं, उसके बारे में लियोनी कहती हैं, ''यह तो पागलपन है."

स्टार सनी को तो सब जानते हैं, लेकिन सार्निया की सिख लड़की, बेटी और बहन करनजीत कौर वोहरा को लोग नहीं जानते. उनके भाई संदीप सिंह वोहरा उर्फ  सनी, जो कैलिफोर्निया में शेफ  हैं, उनके मशहूर होने से पहले उनकी जिंदगी के बारे में सबसे ज्यादा दिलचस्प बातें बताते हैं. मसलन, अपनी पोर्न फिल्मों में करनजीत ने अपने भाई का निकनेम अपने लिए रख लिया. नाम में सनी की प्रेरणा बने इतालवी फिल्मकार सॢजयो लियोनी. दोनों भाई-बहन बचपन में जेब खर्च के लिए करनजीत की कम कपड़े वाली ऑटोग्राफ तस्वीरें कॉलेज के दोस्तों को बेचते थे. सबसे पहले करनजीत ने पोर्न फिल्मों में काम करने की जिसे जानकारी दी, वह उनका भाई ही था. फिल्मकार दीपा मेहता के भाई दिलीप मेहता कहते हैं, ''दोनों आपस में बहुत करीब हैं. दोनों एक-दूसरे को थामे रहते हैं."

सनी के परिवार के सदस्यों में संदीप इकलौते हैं जो उनके बारे में बात करने को तैयार होते हैं. बाकी कनाडा और अमेरिका में, जहां 14 साल की उम्र में सनी चली आईं, सभी परिजन सनी को छोड़ चुके हैं. वे बताती हैं कि एडल्ट फिल्म उद्योग में घुसते वक्त उन्होंने न तो अपने परिवार के बारे में सोचा और न ही इस फैसले के नैतिक नतीजों के बारे में कोई क्चयाल उन्हें आया. वे कहती हैं, ''यहां का भारतीय समुदाय मुझसे बात नहीं करना चाहता." वे बताती हैं कि उनसे उन लोगों ने कहा था कि वे ''हर भारतीय के लिए एक कलंक हैं."

मोस्टली सनी के सबसे अच्छे दृश्यों के पीछे लियोनी की ताकत (''मैं अपनी देह की अभ्यस्त हो चुकी हूं क्योंकि यह कहीं नहीं जाने वाली्य्य) और उसकी कमजोरियां (''मैं अकेली थी") हैं. सनी एक सीन में अपने पिता को सार्निया के गुरुद्वारे में याद कर रही हैं और दूसरे सीन में उनका भाई बताता है कि उनकी मां को शराब की लत थी, जो सनी के काम के बारे में सुनने के बाद और बुरे स्तर पर जा पहुंची. फिल्म में एक बात साफ  है कि सनी ने अपने बचपन के किसी सदमे या खराब हालात की वजह से पोर्न फिल्मों में काम करने को नहीं चुना था. एक पोर्न साइट के मालिक के साथ अपनी मुलाकात के बारे में वे कहती हैं, ''उसे मुझे न तो रिझाना पड़ा और न ही जबरदस्ती करनी पड़ी." मामला लालच का भी उतना नहीं था, बल्कि ज्यादा मेहनत किए बगैर आसानी से पैसे बना लेने का था, जो उसे ताकत देता था. वे कहती हैं, ''उन्हें (परिवार) वह सब नहीं मिला जो हम चाहते थे." वे इतनी नादान थीं कि उन्हें लगा कि 2003 में पेंटहाउस पेट ऑफ द ईयर के बतौर उन्हें जो एक लाख डॉलर की रकम मिली थी, उसे देखकर उनके माता-पिता उनके फैसले का समर्थन कर देंगे.

मेहता ने कभी कोई फिल्म नहीं बनाई. उनके पिता फिल्म वितरक थे और उनकी पढ़ाई देहरादून में हुई. टोरंटो में विज्ञापन में ग्राफिक डिजाइन का काम सीखा. फिर उन्होंने फोटोग्राफी शुरू की और टाइम और नेशनल ज्योग्राफिक पत्रिकाओं के लिए काम किया. उन्हें कॉन्टैक्ट प्रेस इमेजेज एजेंसी ने अपने यहां अनुबंध पर रखा. वृंदावन की विधवाओं पर उनकी पहली फिल्म द फॉरगॉटेन विमेन ने निर्माताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा था. शुरुआत में सनी पर फिल्म बनाने के लिए तैयार होने के बाद वे निर्भया गैंगरेप केस के दौरान उस समय पीछे हट गए, जब सनी पर बलात्कार की संस्कृति को बढ़ावा देने का आरोप लगा. वे कहती हैं, ''बलात्कार तो पोर्नोग्राफी से पहले से था. जबरन मुझ पर दोष मढऩा बंद करें."

मुंबई में सनी और वेबर से मुलाकात ने मेहता का दिमाग बदल डाला. वे कहते हैं, ''वे सिख परिवार में पली-बढ़ीं, जो उन्हें दिल से कहीं ज्यादा भारतीय बनाता है बनिस्बत उन भारतीयों के जो यहां (भारत में) रहते हैं. वे हिंदी फिल्में देखते हुए बड़ी हुई हैं, इसलिए उनके लिए तो यह एक सपने के पूरा होने जैसी बात है. मेरी राय में उनका उभरता सितारा उत्तरी अमेरिका में फीका पड़ रहा था जबकि यहां उन्हें गले लगाने की होड़ मची हुई थी." मेहता ने सनी पर दो साल काम किया. उनके करियर के अच्छे दिनों (चार्टबस्टर गीत बेबी डॉल) और खराब काम (जैकपॉट) को कवर किया. उन्होंने इंडस्ट्री के कम परिचित चेहरों का साक्षात्कार भी किया, जैसे पीछे नाचने वाली वे तीन डांसर जो ''सनी जैसी अय्याशी भरी जिंदगी की ख्वाहिशमंद हैं" जबकि वे सनी जैसा होने का सपना देखने की विरोधी हैं.

मेहता एक महाद्वीप से दूसरे में लियोनी के स्थापित होने को भी अच्छे से कवर करते हैं लेकिन जहां तक बॉलीवुड का सवाल हैकृसनी की साल में कम से कम फिल्में आती हैं—उनके पास सारे सवालों के जवाब नहीं हैं. एक सवाल यह है कि सनी लियोनी अब भी इतनी आकर्षक क्यों हैं? विज्ञापन जगत की हस्ती सुहेल सेठ और फिल्मकार महेश भट्ट के पास कुछ अपनी बातें हैं. भट्ट का उनकी अपील के बारे में कहना है कि ''आप पोर्न स्टोर होते हुए भी शर्मीली हो सकती हैं." सेठ कहते हैं कि अपने संगीतकार मित्र वेबर से शादी करके उन्हें अपनी पोर्न फिल्मों में सह-अभिनेता के रूप में अपनाने के फैसले ने सनी को सामाजिक स्वीकृति दी है.

मोस्टली सनी चरित्र लेखन होने से बचने की एक कोशिश है. इसमें सनी के चयन पर कोई न्याय-निष्कर्ष जैसी चीज नहीं दी गई है. सनी और वेबर केफिल्म को खारिज किए जाने पर मेहता कहते हैं, ''निराशाजनक है, हमने इसे मिलकर बनाया." किसी सूत्रधार के अभाव में और मेहता के अदृश्य बने रहकर चुपचाप चीजों को देखते रहने के अपने नजरिए के चलते फिल्म में कुछेक दिलचस्प दृश्य भी पैदा हो गए हैं जो बहुत जरूरी थे. ये दृश्य अंत में आते हैं जब सनी राजस्थान में एक पहेली लीला के लिए शूट कर रही थीं. उनके सह-अभिनेता रजनीश दुग्गल बताते हैं कि उनसे उलट कई अभिनेताओं को सनी के साथ काम करने में आपत्ति होती है.

बॉलीवुड ने भले ही सनी को गले लगा लिया हो लेकिन उन्हें अपनी सीमाएं पता हैं. वे कहती हें, ''मैं इस बिरादरी का हिस्सा नहीं हूं." यह उनके अकेलेपन और बिरादरी का हिस्सा बनने के संघर्ष का उदाहरण है. एक समाचार चैनल पर साक्षात्कार के दौरान जब उनके ऊपर सवाल उठाया जाता है तो उनके पक्ष में आमिर खान खड़े नजर आते हैं. अपनी अगली फिल्म रईस में तो शाहरुख खान ने उनके साथ डांस भी किया है. जब नायिका के बतौर उनके साथ काम करने की बात आती है, तो ऐसा लगता है कि अभी इस पड़ाव तक पहुंचने में बहुत लंबी दूरी तय की जानी होगी. आखिरकार, कुछ सवाल तो बॉलीवुड पर भी बनते ही हैं.

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