नगालैंडः अपराध पर चौकस

. 2014 में, राज्य में हुए कुल अपराधों की संख्या (भारतीय दंड संहिता और विशेष स्थानीय कानूनों के तहत पंजीकृत) 1,669 थी. 2015 में यह बढ़कर 1,928 हुई. 2016 में कुछ गिरावट देखी गई और कुल दर्ज अपराधों की संख्या 1,908 रही.

चौकसी कोहिमा में पुलिस जांच
चौकसी कोहिमा में पुलिस जांच

जहां अधिकांश राज्यों में पिछले कुछ वर्षों में अपराध दर में वृद्धि देखी गई है, वहीं राष्ट्रीय अपराध रिकॉड‍र्स ब्यूरो (एनसीआरबी) 2016 के आंकड़े कहते हैं कि नगालैंड में 2015 और 2016 के बीच अपराध के मामलों में गिरावट आई है. 2014 में, राज्य में हुए कुल अपराधों की संख्या (भारतीय दंड संहिता और विशेष स्थानीय कानूनों के तहत पंजीकृत) 1,669 थी. 2015 में यह बढ़कर 1,928 हुई.

2016 में कुछ गिरावट देखी गई और कुल दर्ज अपराधों की संख्या 1,908 रही. इस आंकड़े ने एनसीआरबी की राज्यों की सूची में नगालैंड को निचले पायदान पर रखा है. नगालैंड देश में तीसरा सबसे कम अपराध के मामले दर्ज करने वाला राज्य रहा. सिर्फ दादरा नगर हवेली और लक्षद्वीप में ही नगालैंड के मुकाबले कम अपराध दर्ज हुए.

नगालैंड महिलाओं के प्रति अपराध को रोकने के मामले में अव्वल रहा और यहां महिलाओं के प्रति दर्ज अपराधों के मामलों की संख्या देश में सबसे कम रही. हालांकि, चिंताजनक बात यह है कि बेशक नगालैंड में अन्य राज्यों की तुलना में महिलाओं के प्रति अपराध के बहुत कम मामले दर्ज होते हैं, लेकिन हाल के वर्षों में राज्य में महिलाओं के प्रति अपराधों की संख्या बढ़ रही है. 2014 में 68 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि अगले वर्ष यह संख्या बढ़कर 91 हो गई. 2016 में, नगालैंड में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 105 मामले दर्ज किए गए. इन सभी दर्ज मामलों में से पुलिस ने 2016 में 102 का निपटारा किया था.

उसी वर्ष, अदालतों ने महिलाओं के खिलाफ हुए अपराधों के 55 मामलों में सुनवाई पूरी की, 23 में सजा हुई. इस तरह महिलाओं के प्रति अपराधों के लिए सजा में नगालैंड 41.8 प्रतिशत के दर के छू लिया.

सरकार ने महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए एक सकारात्मक कदम उठाते हुए दीमापुर, कोहिमा और किफिरे में तीन पूर्णतः महिला संचालित पुलिस स्टेशन शुरू किए हैं. नगालैंड में अपराध की जो घटनाएं प्रकाश में आती हैं उनमें से ज्यादातर कई बागी संगठनों द्वारा अपहरण या फिरौती की वसूली की होती हैं. इससे आंकड़ा बढ़ जाता है.

 राज्य सरकार ने आपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए राज्य राजमार्गों पर 14 गश्ती वाहनों की तैनाती की है. ये वाहन विशेष रूप से कोहिमा और दीमापुर क्षेत्र में गश्त पर रहते हैं, जहां से राज्य में सबसे अधिक अपराध के मामले दर्ज किए जाते हैं. राज्य ने पर्यटक पुलिस भी शुरू की है. यह विशेष दस्ता पर्यटकों की सुरक्षा करेगा. ठ्ठ

नगालैंड में 2016 में 1,212 अपराध दर्ज हुए जबकि 2017 में 928 मामले दर्ज हुए

सुरक्षा इंतजाम

राज्य पुलिस ने पर्यटकों की सुरक्षा करने के लिए पर्यटन विभाग के साथ मिलकर एक पर्यटक पुलिस-विशेष दस्ता शुरू किया है

नगालैंड ने महिलाओं के प्रति अपराध से खौफ पैदा करने के लिए दीमापुर, कोहिमा और किफिरे में तीन पूर्णतः महिला संचालित पुलिस स्टेशन शुरू किए हैं

नगालैंड सरकार ने सड़कों पर होने वाले अपराध पर अंकुश लगाने के लिए 14 हाइवे पैट्रोल गाडिय़ां तैनात की हैं

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