India Today-MDRA Survey 2025 : कौन हैं इंजीनियरिंग में देश के टॉप 10 प्राइवेट कॉलेज?

मेरिट आधारित रिसर्च पर फोकस और नए-नए नवाचारों पर ध्यान और छात्र स्टार्ट-अप हब के तौर पर ख्याति से बिट्स पिलानी फख्र के साथ शीर्ष पर विराजमान

नं. 1. बिट्‍स पिलानी
नं. 1. बिट्‍स पिलानी

5 वजहें बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स पिलानी) के अव्वल होने की

1. बिट्स पिलानी के प्रैक्टिस स्कूल में छात्रों को जल्दी उद्योगों के साथ जुड़ने का मौका मिलता है. वे दूसरे और चौथे वर्ष में दो बार सशुल्क इंटर्नशिप करते हैं, जिससे करीब आठ महीने उद्योगों में काम करने का मौका मिलता है. 1,25,000 पूर्व छात्रों का नेटवर्क अहम भूमिका निभाता है.

2. पिछले वर्ष बिट्स ने शोध के लिए सरकार और उद्योगों के जरिए 180 करोड़ रुपए जुटाए, जो 2020 में हासिल 98 लाख रुपयों की तुलना में काफी अधिक है. संस्थान ने सिर्फ 2024 में 179 पेटेंट दायर किए. कई को लाइसेंस मिला. आईआईटी के बाद सबसे मजबूत स्थिति में है.

3. स्टार्ट-अप इनक्यूबेटर कहलाने वाला संस्थान छात्रों के लिए सहायक है. पूर्व छात्रों की मदद से एंजेल निवेशक नेटवर्क बिट स्पार्क वैश्विक मार्गदर्शन, वित्तपोषण और  बाजार तक पहुंच बनाने में मददगार है. बिट्स के छात्र स्टार्ट-अप 1 अरब डॉलर की वैल्यू हासिल कर चुके हैं.

4. छात्रों को मेरिट के आधार पर दाखिला मिलता है, कोई प्रबंधन कोटा या लैटरल एंट्री नहीं होती; 99 फीसद छात्रों को प्लेसमेंट मिल जाता है.

5. संस्थान ने सेमीकंडक्टर और नैनोसाइंस में एमएससी और पर्यावरण और टिकाऊ इंजीनियरिंग में बीटेक के नए पाठ्यक्रम शुरू किए हैं.

सबसे ज्यादा सुधार करने वाला कॉलेज

इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नई दिल्ली स्थित महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमएआईटी) ऐसा प्राइवेट संस्थान है, जिसने बीते साल में सबसे ज्यादा सुधार किया. एमएआईटी लगातार अपनी रैंकिंग सुधार रहा है. प्रभावी कैंपस प्लेसमेंट और मोटे पैकेज से यह पूरी तरह से स्पष्ट है. 

संस्थान हर मौके पर छात्रों का पूरा सहयोग करता है और इस भरोसे के बदले वे भी संस्थान को लौटाते हैं काफी कुछ. अव्वल कॉलेजों में 2025 में इसकी रैंकिंग 8 है.

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